सदस्य वार्ता:बाबु राम ज्ञवाली
प्रस्तावना
बाबु राम ज्ञवाली जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,10,111 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 12:06, 6 फ़रवरी 2016 (UTC)
उपवेद लेख में आपके द्वारा जोड़ी गयी जानकारी[संपादित करें]
नमस्ते बाबु राम जी, उपरोक्त लेख में आपके द्वारा जोड़ी गयी जानकारी को फिलहाल स्रोत सन्दर्भ न होने के कारण हटा दिया गया है। यदि आप यह जानकारी पुनः जोड़ना चाहते हैं तो विश्वसनीय स्रोतों से सन्दर्भ के साथ इसे लिखें। हो सके तो पहले इसे अपने प्रयोग पृष्ठ पर लिखकर किसी से समीक्षा करा लें। अन्य कोई समस्या हो तो पूछें। शुभकामनाएँ और धन्यवाद !--सत्यम् मिश्र बातचीत 07:16, 20 मई 2016 (UTC)
Namaste. Got the information. I had given necessary citation with the article. The main source is Hinduttawa written by Ramdass Gaur. if necesaary I can post the scanning for the matter from that book. It was published in before 100 years in Benaras.--बाबु राम ज्ञवाली (वार्ता) 07:17, 21 मई 2016 (UTC)