सदस्य वार्ता:बबुआपुर
प्रस्तावना
बबुआपुर जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,09,651 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 19:05, 29 जनवरी 2018 (UTC)
बबुआपुर[संपादित करें]
ग्राम-बबुआपुर पोस्ट-बबुआपुर मया बाज़ार फैज़ाबाद भाषा-अवधी,हिंदी,उर्दू,व अंग्रेजी बबुआपुर गाँव अयोध्या से पूर्व लगभग 25 किलोमीटर दूर घाघरा नदी के तट पर स्थित है। बबुआपुर में मुख्य रूप से खेती होती है, माना जाता है कि बबुआपुर का नाम बाबू खां के नाम से रखा गया। बबुआपुर मुख्य रूप से हिन्दुओ का गाँव है,बबुआपुर प्राकृतिक बगीचों से घिरा हुआ है बबुआपुर मंदिरो का गाँव भी कहा जा सकता है,गांव के हर कोने में मंदिर है। पूर्व में दो मंदिर स्थित है,एक दूर्गा माता जी का एक हनुमानजी का मंदिर है, तुरंत बगल में ही बबुआपुर का प्राथमिक विद्यालय मौजूद है, वही से थोड़ी दूर पर बबुआपुर के वन में रहने वाली जनजातियां भी रहती हैं,जिनको स्थानीय अवधी भाषा मे वनराजा व राजा कहते है,जिनका मुख्य व्यवसाय पत्तों से दोना या पत्तल बनाना है। वही से उसी दिशा में आगे दो और मंदिर एक वनविभाग के वन में बना हनुमानजी का मंदिर और मौहरिया बगिया स्थान पर एक और मंदिर शंकर भगवान का है। गाँव पश्चिम दिशा में बुढ़िया माई का चौरा नाम से जाने जाना वाला धार्मिक स्थल है,जहाँ पर ग्रामवासी प्रार्थना पूजा करते है,जो कि आलापुर ग्राम सभा के रास्ते मे पड़ता है। उत्तर दिशा में शंकर जी का मंदिर,और छोटी नहर मौजूद है। वही दिशा पर घाघरा नदी का तट भी पड़ता है ,जहाँ बबुआपुर कि सबसे प्राचीनतम साथ बाल्मीकि आश्रम स्थित जो कि अब बहुत जर्जर हालत में है। वही नदी का मुख्य धारा भी प्रारम्भ होता है। दक्षिण दिशा से ही बबुआपुर पुर का मुख्य मार्ग निकलता है। जो शहर के मुख्य मार्गो से जोड़ता है। गांव के अंदर का नजारा भव्य है,घर घर मंदिर,नीम के वृक्ष व लोगों आवागमन,चहलपहल होता है। बबुआपुर गाँव बहुत ही धार्मिक गाँव है। बबुआपुर कि नजदीकी दो मुख्य बाजार है,उत्तर में दिलसीगंज और दक्षिण दिशा में मया बाजार जहाँ पर बबुआपुर का थाना व सामुदायिक केंद्र,चिकित्सालय,ब्लाक,बैंक,व अन्य मुख्य शाखाएं उपलब्ध है। वहीँ से थोड़ी दूर पर अलनाभारी रेलवे स्टेशन भी है,जहाँ से स्थानीय लोग रेल यात्रा करते है। बबुआपुर के वर्तमान प्रधान व सरपंच राजकुमार तिवारी, वी डी सी विवेक तिवारी विधायक इन्द्रप्रताप तिवारी व खब्बू तिवारी सांसद हरिओम पांडेय जी है।