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हनुका[संपादित करें]

हनुका के पर्व का मेनोहार

पर्व का परिचय

हनुका यहूदी धर्म का पर्व है। यह पर्व १९७० से मनाया जा रहा है। इस पर्व को आठ दिन और रातों के लिए मनाया जाता है। यह यहूदी त्योहार नवम्बर या फिर दिसंबर के अंतिम दिनों में मनाया जाता है। इसको 'रोशनी का पर्व' के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व में लोग अपनी खुशियाँ दीपक और मोमबत्तियों को आठ दिन और रातों को जला कर करते है। इन मोमबत्तियों को मेनोराह(दीपाधार) में प्रतिदिन उन आठ दिन जलाते है। इस दीपधार के अतिरिक्त जो मोमबत्तियाँ जलाते है उन्हें शमश कहते हैं। हनुका का अर्थ होता है 'समर्पित करना'। करीब २५० साल पहले एक युद्ध के कारण इजरायल कुछ पर्व नहीं माना पारा था, तब पहली सदी में यहूदी इतिहासकार गुडमैन जोसेफस ने पर्वों के लिए किताब लिखि थी। उस किताब में इस पर्व को 'रोशनी के पर्व' के नाम से संबोधित किया गाया है, ना की हनुका। यह रोशनी के त्योहार और समर्पण के रुप में भी मनाया जाता है।

रसम रिवाज

हनुका कई सारे रसमों के साथ मनाया जाता है, जो कि आट दिनों तक चलता है। कुछ परिवार सेवा भाव में इस पर्व के वक्त लोगों कि सहायता करने के लिए जाते है, लोगों के लिये भोज लगवाते है और खुशियाँ मनाते है। यह त्योहार छोटियों के लिए नहीं मनाया जाता, इस त्योहार को मनाने का उदेश केवल खुशियाँ मनाना और दीप जलाकर घरों और दिलों को प्रकाशित करना। इस उत्सव में लोग द्रिदेल खेलते है और तेल का पक्का खाना खाते है जैसे डोनट और लतकेस।

पूजा और परिवार

लोग मिल के सुबह उठ कर रोज से तोडा ज्यादा देर पूजा करते है और ध्यान लगाते है।' चमत्कार' कर के एक बहुत सुन्दर भजन है जो सब मिलकर गाते है। कुछ घरों में तो हर कोई अपना अलग से एक मेनोराह जलाते है। कई परिवार इसे अपनों के साथ समय बीताने का अच्छा उत्सव मानते है। मेनोराह को घर में कहीं भी रखा जा सकता है जहाँ से घर में रोशनी फैल सके और घर प्रकाशित हो।

आशीर्वाद और उजाला

घर का कोई भी व्यक्ति मंत्रों का उच्चारण कर सकता है। एक परिवार का सदस्या मेनोराह को पकडता है और दूसरा व्यक्ति मंत्रों को बोलता है। सब भगवान को याद करते है और एक दूसरे को आशीर्वाद देते है।

पर्व कि महत्तव

इस पर्व की महत्तवता है की लोग खुशियाँ मनाने के लिए साथ आते है और अपने घरों को प्रकाशित कर अपने दिलों को भी प्रकाशित करने की कोशिश करते है। इस त्योहार का उदेश है कि परिवार के सब लोग साथ मिल कर आए और प्रेम बाटे। यह पर्व पूर्वजों को सम्मानित करने के लिए है।

उपसंहार

हनुका एक बहुत अलग प्रकार का पर्व है। यह यहुदी पर्व देखने में जितना छोटा है उतना ही बडा यह पर्व महत्तव रखता है यहुदी लोगों के जीवन में, यह एक ऐसा पर्व है जहाँ केवल कुछ दीप जलाने से और एक साथ बैठने से प्यार बडाता है। पर्व बडे हो या छोटे उन सबका एक अलग ही महत्तव होता है ह्मारे जीवन में, हर त्योहार हमें कोई ना कोई सीख ज़रुर देता है जैसे कि हनुका हमे यह सीखाता है कि हमे अपने घर के साथ-साथ अपने दिलों में भी प्रकाश भरना चाहिए और खुशियाँ देनी चाहिए।

उल्लेख

<ref>http://www.reformjudaism.org/hanukkah-customs-and-rituals</ref>

<ref>https://www.whychristmas.com/customs/hanukkah.shtml</ref>

<ref>https://en.wikipedia.org/wiki/Hanukkah</ref>