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मेथी के लड्डू
राज्सथान का लडडू

मेथी के लड्डू[संपादित करें]

मेथी के लड्डू के बारे मे सुना है न?

मेथी के लड्डू पारम्परिक रेसीपी है जो मिठाई का काम कम बल्कि औषधीय रूप मे अधिक प्रयोग किया जाते हैं। यह मिठाई का प्रयोग प्रसव के बाद जच्चा को खिलाने के लिये या सर्दियों में होने वाले कमर या जोडों के दर्द की दवा के रूप मे किया जाता है। अक्सर लोग यह मानते हैं कि सुबह-सुबह मेथी का लड्डू खाने से ब्लड-शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन इसके पीछे एक सच यह भी है कि यह आपको पूरे दिन के लिए एनर्जी से भरपूर बना देता है। लेकिन क्या आपने यह सोचा है कि यह मान्यता सही है भी कि नहीं? डॉ॰ नेहा सानवल्का इस सवाल का जवाब दे रही है। मेथी का लड्डू मेथी से बना होने के कारण सोल्युबल फाइबर का स्रोत होता है। इसलिए यह ब्लड में शुगर के सोखने के प्रक्रिया को कम करता है। मेथी में एमिनो एसिड होता है जो इन्सुलिन के उत्पादन को बढ़ाकर डाइबीटिज को कंट्रोल करने में मदद करता है। हाँ, लड्डू में चीनी होने के कारण जिन लोगो डाइबीटिज बहुत होता है वे इस लड्डू को न खायें। जिन लोगों का डाइबीटिज कंट्रोल में है वह दिन में एक लड्डू खा सकते हैं।

अधीक जानकारी[संपादित करें]

इस कडकडाती सर्दी मे आप अपने घर के बुजुर्ग को मेथी दाना लड्डू बनाकर खिलाईये या घर से दूर रह रहे बुजुर्ग के पास बनाकर भिजवाईये। आपके बुजुर्गौं को बहुत खुशी मिलेगी और उन्हे खुश देखकर आप तो निशचित रूप से खिलखिलायेंगे ही।
ब्रेस्टफीडिंग महिलायें दिन एक या दो लड्डू ले सकते है, इससे स्तन में दूध की मात्रा बढ़ती है।

सामग्री[संपादित करें]

मेथी के लड्डू के दूसरे फायदे-

  1. हृदय रोग के खतरे को करता है कम
  2. वज़न को करता है कम
  3. शिशु के जन्म के समय के प्रक्रिया में करता है मदद
  4. हजम और कब्ज़ से दिलाता है राहत
  5. घाव, मुँहासे और रैशेज़ जैसे स्किन प्रोबलेम्स से दिलाता है राहत
  6. कैंसर होने के संभावना को कम करता है
  7. बालों का झड़ना करता है कम

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Methi Laadu Recipe

विधि[संपादित करें]

How to make Methi Laddu[संपादित करें]

अच्छी तरह साफ कीजीये मेथी को (दाना मेथी को धोकर, मोटे कपडे पर डालकर धूप मे सुखाकर प्रयोग में ला सकते हैं या तो फिर सूती साफ कपडे से पोंछ कर प्रयोग कर सकते हैं) साफ की हूई मेथी को मिक्सर से थोडी मोटी आटे जैसी पीस लीजीये दूध को उबाल लीजीए। पिसी हुई मेथी को दूध मे डालकर 8-10 घंटे के लिये भिगो दीजिये। बादाम छोटा काट लीजिये. काली मिर्च को हल्का सा(एक मिर्च के 4-5 टुकड़े करते हुये) कूट लीजिये, दाल चीनी और जायफल को बारीक कूट लीजिए, इलाइची को भी को छीलकर कूट लीजिये.

आधा कप घी कढाई में डालकर, भीगी हुई मेथी को धीमी और मध्यम आग पर हल्का ब्राउन होने, अच्छी महक आने तक भूनिये और किसी प्लेट में निकाल कर रख लीजिये.

घी जो बचा हुये को कढ़ाई में डालकर गरम कीजिये, गोंद तल कर प्लेट में निकाल लीजिये(गोंद एकदम धीमी आग पर तलिये)।

एक छोटी चम्मच घीक ढ़ाई में डाल कर, टुकड़े गुड़ के डालिये, धीमी आग पर पिघला कर गुड़ की चाशनी बना लीजिये. गुड़ की चाशनी में, सोंठ पाउडर, जीरा पाउडर, कतरे बादाम, दालचीनी, काली मिर्च, जायफल और इलाइची डालकर अच्छी तरह मिलाइये, अब भुनी मेथी, भुना हुआ आटा, भुना हुआ गोंद डालकर हाथ से मिश्रण को अच्छी तरह मिला लीजिये.

मिश्रण से थोड़ा मिश्रण उठाकर,थाली में लगाइये नीबू के आकार के लड्डू बनाकर। सारे लड्डू बनाकर तैयार कर लीजिये. मेथी के लड्डू को 4-5 घंटे तक खूली हवा में ही रहने दीजिये.

मेथी के लड्डू (Methi ke Laddu) तैयार हैं, लड्डूयों को एअर टाइट कन्टेनर में भरकर रख लीजिये और रोजाना सुबह या शाम गरम दूध के साथ एक मेथी का लड्डू खाइये और जोड़ों के दर्द, कमर के दर्द, सर्दी से होने वाले दर्द से बचे रहिये.

सुझाव[संपादित करें]

मेथी के लड्डू में आप चाहें तो पिस्ते या चिरोंजी मन पसन्द की मेवा मिला सकते हैं.

जब आप चीनी से बना रहे हैं तब मेथी के लड्डू बारीक पिसी चीनी या बूरा सारी चीजों में मिलाइये और इसी तरह लड्डू बना लीजिये..

मेथी के लड्डू आप चीनी से बना रहे हैं तब बारीक पिसी चीनी या बूरा सारी चीजों में मिलाइये और इसी तरह लड्डू बना लीजिये.

मेथी के साइड इफेक्ट्स[संपादित करें]

* बड़ी मात्रा में खाने से मेथी अपनी टेराटोजेनिक क्षमता की वजह से जन्म-दोष का कारण हो सकती है। यह गर्भावस्था के दौरान मेथी पूरकता से बचने के लिए विवेकपूर्ण होगा।
* आंतरिक रक्तस्राव का कारण मेथी के बीज बन सकता है।
* त्वचा में जलन और एलर्जी भी मेथी के साथ सूचित किया गया है। गंभीर एलर्जी के लक्षण सीने में दर्द, चेहरे की सूजन और सांस लेने में कठिनाई या निगलने में शामिल हैं।
* दस्त, अपच, ईर्ष्या, सूजन और मूत्र की गंध मेथी के अन्य संभावित दुष्प्रभाव होते हैं।

मेथी व्यंजनों[संपादित करें]

मेथी के बीज चाय / मेथी चाय

1. हल्के से मेथी के बीज के एक चम्मच को कुचलने।

2. उन्हें हौसले उबला हुआ पानी की एक कप में भिगो दें और 1 से 3 घंटे के लिए यह खड़ी। (अब आप खड़ी, उच्च लाभ)।

3. चाय तनाव, स्वाद और पीने इसे गर्म या ठंडा करने के लिए शहद और नींबू जोड़ें। आप एक अलग स्वाद के लिए भी चाय की पत्तियां या अन्य जड़ी बूटियों जोड़ सकते हैं।

मेथी मूंग की दाल सब्जी / मेथी मूंग करी

1. हीट 1 एक पैन में तेल की चम्मच।

2। आधा चम्मच जीरा (जीरा) बीज जोड़ें और जब वे कोलाहल, 1 कटा हुआ प्याज, कुचल लहसुन, हरी मिर्च और स्वाद के लिए की 2 लौंग जोड़ें। एक मिनट के लिए तलें।

3. हल्दी पाउडर की एक चुटकी जोड़ें, कटा मेथी के पत्ते और नमक के 2 कप स्वाद के लिए। कुछ ही मिनटों के लिए खाना बनाना। ध्यान रखें कि मेथी बहुत जल्दी पकाना छोड़ देता है।

4. लथपथ मूंग की दाल (विभाजन हरी ग्राम) और गर्म पानी का आधा कप के एक चौथाई कप जोड़ें।

5. बेसन (बंगाल बेसन) के एक चम्मच छिड़क, मिश्रण अच्छी तरह से, और एक उबाल लाने के लिए। 10 से 15 मिनट के लिए उबाल, जब तक मूंग की दाल पूरी तरह से पकाया जाता है।

6. रोटी, परांठे या चावल के साथ गरम परोसें।


संदर्भ[संपादित करें]

[1] [2] [3] [4] [5]

  1. http://nishamadhulika.com/en/498-methi-laddu-recipe.html
  2. http://www.jainrasoi.com/sweets/methi-ke-ladoo
  3. http://www.thehealthsite.com/hindi/disease-and-conditions-in-hindi-a-healthy-ladoo-for-controlling-blood-sugar-level-in-hindi-m815/
  4. http://www.recipesinhindi.com/methi-laddu/
  5. http://hindi.khoobsurati.com/methi-ke-ladoo-recipe/