सदस्य:Soghrajalali/प्रयोगपृष्ठ/sweep account

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
स्वीप अकाउंट का चित्र
स्वीप खाते का चित्र

स्वीप खाता[संपादित करें]

स्वीप खाता एक बचत खाते पर शुरू की जाने वाली सुविधा है। येह सुविधा शुरू होने पर आपको बचत खाता वे फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट दोनों के संयुक्त लाभ मिलते हैं तथा येह आपके बचत खाते को ड़िपाॅजिट खाते से जोड़ता है।

परिचय[संपादित करें]

आपके खाते में आप द्वारा तय एक निश्चित सीमा से अधिक राशि होने पर उसे फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है जिससे आपको जमा राशि पर अतिरिक्त ब्याज़ पराप्त होता है। सवीप खाता सेविंग अकाउंट और फिक्स ड़िपाॅज़िट का मिश्रण है।[1] सीधे रूप से कहे तो इसमें सेविंग अकांउट में पड़ा एक्सट्रा पैसा अपने आप फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट में बदल जाता है और जब पैसे की ज़रूरत होती है, उसे फिक्स ड़िपाॅज़िट का पैसा अपने आप फिर से बचत खाते में आ जाता है। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको अपने बैंक को तीन बातें बतानी होगी। (१) वह अधिक्तम राशि जो आपके बचत खाते में रहेगी जिसे थ्रेशोल्ड़ लिमिट कहते हैं। (२) वह राशि जितने की फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट बनेगी। (३) वह अवधि जितने के लिए फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट बनानी है। ये निर्धारित होने के बाद बाकी काम बैंक का कंप्यूटर करेगा।

कार्य[संपादित करें]

स्वीप प्रोगराम में, बैंक के कंप्यूटर ग्रहाकों के उपयोग जांच योग्य जमाओं का विश्लेषण करते हैं और "स्वीप" धन मुद्रा का बाज़ार जमा खातों में। स्वीप अकांउटस सरल तंत्र है जो ये सुविधा प्रधान करता है की अगर चेकिंग खाते में पैसे थ्रेशोल्ड़ लिमिट से उपर या उससे कम हो जाये तो वे पैसे को बेहतर निवेश वाहन में बचाने की या निवेश करने की अनुमति देता है।स्वीप खाता दो या अधिक खातों को बैंक या वितत्तीय सस्थांन से जोड़ता है जो पूर्व निर्धारित तरीके से उन दोनों के बीच धन जुटाता है। कई सारे बैकं और वित्तीय सस्थांन निजी ग्राहकों और छोटे व्यापार चलाने वाले मालिकों के लिए स्वीप खातों की सेवा प्रदान करते हैं। येह खाता क्रेड़िट कार्ड़ कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के शस्त्रागार का भी हिस्सा बन गया है।

"स्वीप खाता" काम कैसे करता है?[संपादित करें]

इस में आपको नगद राशि की एक सीमा निर्धारित करनी होती है इस सीमा से अतिरिक्त पड़ी राशि को स्वतः एक फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। स्थानांतरित राशि पर आपको एफड़ी का ब्याज़ प्राप्त होता है। अगर किसी भी समय आपको बचत खाते में पड़ी रकम से ज्यादा राशि निकालने कि आवश्यक्ता होती है तो अतिरिक्त राशि फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट अकांउट से आपको बचत खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी वे किसी भी समय इसे निकाल सकते हैं।

विस्तारित स्वीप खाते का दृश्य[संपादित करें]

स्वीप खाता, व्यवसाय तथा व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए खोला जाने वाला खाता है।[2] वे दोनों सेक्टरों में लाभदायक सुविधा प्रदान करता है और वे यह सुनिश्चित करता है की जो पैसा वे कम ब्याज़ देने वाले खाते में धनहीनता से पड़ा है वे पैसा बेहतर तरल नकदी निवेश वाहनों में उच्च ब्याज़ दरों को प्राप्त करें।

व्यक्तियों के लिए स्वीप खाता[संपादित करें]

व्यक्तिगत निवेशकों के लिए स्वीप खातों को ब्रोकरेज द्वारा आमतौर पर उपयोग किया जाता है। ताकि जो पैसा कम ब्याज़ देने वाले खातों में धनहीन्ता से पड़ा है वे उस को लाभांश, बिक्रि आदेश से पैसा तथा आने वाली नकद जमा के रूप में पुनः निवेश किया जा सकता है।

व्यवसायों के लिए स्वीप खाता[संपादित करें]

स्वीप खाता एक ठेठ व्यापार उपकरण है, खासकर छोटे व्यवसायों के लिए जो दैनिक नकदी प्रवाह पर भरोसा करतें हैं, लेकिन नकद भंड़ार बैठने पर संभावित कमाई को अधिक्तम करना चाहते हैं।

स्वीप निवेश खाता[संपादित करें]

स्वीप निवेश, या स्वीप निवेश खाता एक और तरह का खाता है जो एक द्वितियक बैंक खाता या स्वीप खाते का प्रकार है। जो की वे प्राथमिक नकद या चेक खाते में बेकार धन पर अतिरिक्त निवेश प्रदान करता है।

प्रक्रिया[संपादित करें]

स्वीप निवेश के लिए विक्लप अक्सर "मनी फंड्स" होते हैं जो "यूरोडाॅलर स्वीप" या "रेपो स्वीप्स" के रूप में जाने जाते हैं। "यूरोडाॅलर स्वीप" बैंक के अपतटीय संस्थाओं के लिए धन को कानूनी स्थानान्तरण कर रहे हैं, हालांकि मूलतः वे केवल एक लेखांकन तकनीक है जो बैंकों को आम तौर पर आरक्षित आवश्यक्ताओं के बिना धन की पूर्ण उधार देने की अनुमति देते हैं। "रेपो स्वीप्स" (" रेपो" जिसका अर्थ है "पुनर्खरीद समझौता" )उस कंपनियों के लिए है जो बैंक की सुरक्षा के बारे में चिंतित है। इस व्यवस्था में जो "स्वेप्ट फंड्स" बैंक में जमा किए गए हैं वे उन्हे बैंक के कुछ बाॅन्ड होल्डिंग्स द्वारा सुरक्षित रखा जाता है। और कई सारे विशिष्ट शब्द हैं जो स्वीप खाते से जुड़े हैं जैसे की थ्रेशोल्ड लिमिट, स्वीप आउट, स्वीप इन, तत्त्व या फिक्सड़ ड़िपाॅज़िट की अवधि, लिफो (LIFO) या फीफो (FIFO), पूर्व बंद दंड आदि।

स्वीप खाते की असुविधाएँ[संपादित करें]

स्वीप खाता बहुत लाभदायक है लेकिन उसके कई असुविधाएँ भी हैं जैसे की: (१) सामान्या तौर पर स्वीप खाते की एफडी और सामान्य एफडी की ब्यज़ दरें एक जैसी होती है। लेकिन वे कुछ बैंक जुर्माना लगाते हैं यदी स्वीप खाते के तेहत एफडी एक साल या एक दिन की अवधि से पहले टूट जाती है। (२) कुछ बैंक स्वीप अकाउंट एफडी पर साधारण ब्याज़ देने के लिये जाने जाते हैं नाकी चक्रवृध्दि ब्याज़ जो सामान्य एफडी पर देते हैं। (३) एफडी पर ब्याज़ कराधीन है। (४) जब आपके पास कई सारे एफडी अकाउंट हैं, तो एफडी को तोड़ने के आदेश रिटर्न पर असर पड़ेगा।

विभिन्न बैंकों में स्वीप खाते की सुविधा को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे की आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक इसे "आॅटो-स्वीप" कहती है, एचडीएफसी (HDFC) बैंक इसे "स्वीप-इन खाता" कहती है और एसबीआई (SBI) बैंक इस सुविधा को बहु विक्लप जमा योजना कहती है। यह कुछ अन्य बैंक हैं जो अपने ग्राहकों को "स्वीप खातों" की सुविधा प्रदान करते हैं।[3] (१) ऐक्सिस बैंक - "ऐनकैश २४" । (२) यूनियन बैंक - "यूनियन फ्लेक्सी जमा" (३) एचडीएफसी बैंक - "स्वीप-ईन" सुविधा (४) बैंक आफॅ इंडिया - "बैंक आफॅ इंडिया बचत प्लस योजना" (५) एसबीआई बैंक - "बहु विक्लप जमा योजना" (६) इलाहाबाद बैंक - "फ्लेक्सी फिक्स ड़िपाॅज़िट" (७) बैंक आॅफ महाराष्ट्र - "मिश्रित जमा योजना"।

संदर्भ[संपादित करें]

  1. https://www.jagoinvestor.com/2011/03/auto-sweep-bank-account.html
  2. https://www.investopedia.com/terms/b/bank-deposits.asp
  3. https://www.bemoneyaware.com/blog/what-is-auto-sweep-bank-account/