सदस्य:Sakshi h shah
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साक्षी शाह् | |
| नाम | साक्षी शाह् |
|---|---|
| लिंग | महिला |
| जन्म तिथि | ०१ अगस्त १९९६ |
| जन्म स्थान | बेंगलूरू |
| निवास स्थान | बेंगलूरू |
| देश |
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| नागरिकता | भारतीय |
| जातियता | भारतीय |
| शिक्षा तथा पेशा | |
| पेशा | विधार्थी |
| नियोक्ता | छात्र |
| शिक्षा | टूरिसम मैनेज्मेंट् |
| उच्च माध्यामिक विद्यालय | केथेड्र्ल हाई स्कूल् |
| महाविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
| शौक, पसंद, और आस्था | |
| शौक | संगीत |
| धर्म | हिन्दु |
| राजनीती | स्वतंत्र |
| चलचित्र तथा प्रस्तुति | मनोरंजन के लिएँ |
| पुस्तक | सभी तरह के |
मेरा नाम साक्षी शाह है। मैं १९ साल की हूँ और क्राईस्ट यूनिवर्सिटी में बी.बी.ए. टूरिजम पढ रही हूँ। मैँ अपने माता-पिता के साथ बेंगलूरू में रहती हूँ और बचपन से मेरा पालन पोशण यहीं पर हुआ है। मेरी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलूरू के केथेड्रल हाई स्कूल में हुई है। यह विध्यालय १५० साल पुरानी है और बहुत विख्यात है। यह मेरे जीवन का बहुत ही अहम हिस्सा है। यहाँ पढाई के अलावा दूसरी पाठ्येतर कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। स्कूल में पढने के दौरान मेरी स्केटिंग, छित्र कला और नृत्य में रूचि बढी। यहाँ के अध्यापक हमें अच्छे इन्सान बन्ने की प्रेरणा देते है। स्कूल में मेरे बहुत ही अच्छे दोस्त बने जिन्होंने मुझे बहुत ही सहारा दिया और अच्छे-बुरे वक्त में साथ दिया। हम खूब सारी मस्ती करते और साथ मेमं पढाई भी करते।
मेरे माता-पिता बेंगलूरू में पिछ्ले बीस साल से है और हम एक संयुक्त परिवार में रहते है। हम घर में दस सदस्य है। हम सब बहुत खुशी से रहते है और और बहुत मस्ती करते है, साथ में घूमते भी है। मेरी माँ गृहिणी है और मेरे पिता व्यापारी है।
मुझे बचपन से स्केटिंग करने का बहुत शौक था। चार साल के अभ्यास के बाद मै राज्य स्तर की खिलाडि बनी। मै चित्रकला मे भी रूची रखती हूँ और चित्रकला में डिप्लोमा के तीसरे साल की परीक्षा दे रही हूँ। मुझे दूसरी बहुत चीजें अच्छी लगती है जैसे संगीत और फिल्म के गाने सुन्ना, किताबें पढना, खाना बनाना, आदि।
मै बडी बन्कर अपनी खुद की एक ट्रैवल एजंसी खोलना चाहती हूँ। मै ऐसी एजंसी खोलूंगी जिसमें छोटी से छोटी यात्रा से लेकर पूरी दुनिया घूम्ने का विकल्प हो। मै चाहती हूँ कि संसार के सारे लोग चाहए अमीर हो या गरीब घूमने का आनंद ले सकें। आशा कर्ती हूँ कि यह सपना जल्दी पूर हो जाये।