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गुर्दे का कैंसर[संपादित करें]

गुर्दे का कैंसर

गुर्दे का कैंसर एक बीमारी है।१४ मार्च को गुर्दा दिवस है।गुर्दे दो सेम आकार अगं है, जो हमारे एक मुठ्टी के नाप मे है। वे आपकी रीढ के दोनों तरफ अपने पेट के निचले हिस्से मे स्थित है।उनका प्रमुख काम अपने खून को साफ करना , अपशिष्ट उत्पाद को हटाना और मूत्र बनाना। डाक्टरों को गुर्दे के कैंसर का पक्का कारण पता नही है, लेकिन कुछ कारको से गुर्दे के कैंसर होने का खतर बढ जाता है। उदाहरण के लिए गुर्दे के कैंसर अक्सर ४० साल या ज्यादा उम्र के लोगों मे पाया जाता है। ये गुर्दे के कैंसर के लिए कुछ अन्य जोखिम कारक है।

  • धूम्रपान - धूम्रपान करनेवाले लोगों मे अक्सर गुर्दे के कैंसर पाया जाता है। धूम्रपान करने से गुर्दे के कैंसर होने की संभावना बढ जाता है।
  • पुरुष - पुरुषों मे महिलाओं से ज्याद गुर्दे के कैंसर होने की संभावना है।
  • मोटापे से ग्रस्त (obese)- अतिरिक्त वजन के कारण हार्मोन मे परिवर्तन हो सकती है, जिससे कैंसर हो सकता है।
  • लंबे समय के लिए खास दर्द दवाओं के कारण - यह दवाओं का सेवन करने के अलावा ओवर-द-काउंटर दवाएं लेने के कारण कैंसर हो सकता है।
  • गुर्दे के कैंसर का परिवार के इतिहास - भाइ बहनों मे इस का खतरा ज्याद होती है।
  • उच्च रक्तचाप होने के कारण- डाक्टरों को यह स्पष्ट नही है कि उच्च रक्तचाप से या फिर इसके इलाज़ में इस्तेमाल होने वाली दवा के कारण कैंसर का जोखिम बढ जाता है।
  • लिंफोमा के कारण - एक अज्ञात कारण से, वहाँ लिंफोमा रोग के साथ रोगियों मे गुर्दे के कैंसर का खतरा बढ जाता है।
  • नेपरोकसन और ibuprofun जैसे NSAID'S के नियमित उपयोग से गुर्दे के कैंसर होने की संभावन ५१% से बढ जाता है।
  • हेपेटाइटिस सी से दूषित होने के कारण कैंसर की संभावना बढ जाती है।
  • वृषण कैंसर (testicular cancer)या गर्भाशय ग्रीव के कैंसर के लिए गए पिछले उपचारो से भी गुर्दे के कैंसर हो सकता है।
  • गुर्दे की पथर से भी गुर्दे के कैंसर हो सकता है।

इन जोखिम कारको के होने का मतलब यह नहीं है कि आप को गुर्दे का कैंसर है, और यह भी सच है कि इन जोखिम कारको के ना होते हुए भी लोगों मे गुर्दे के कैंसर पाया जा सकता है। [1]

लक्षण[संपादित करें]

गुर्दे के कैंसर होने का सबसे आम लक्षण और चिन्हे है: मूत्र मे रक्त, पैरो मै सुजन , कमजोरी , भूख कम लगना , वजन घटना , उच्च तापमान , भारी पसीना , लगातार पेट मे दर्द , यूरिन कम आना और शरीर में खून की कमी इसके प्रमुख लक्षण है। हालाकि इन लक्षणों मे से कई, अन्य शर्तो की वजह से हो सकता है और यह भी संभव है कि प्रारंभिक अवस्था मे गुर्दे कि कैंसर के होने कि कोइ लक्षण नही पायी जाती है। [2] विभिन्न प्रकार के गुर्दे के कैंसर , अलग अलग तरीकों से किकसित होते है, जिसका अर्थ है कि बीमारियों के विभिन्न दीर्घकालिक परिणाम है और जरूरत है उनका मंचन किया जाए और अलग अलग तरीकों से उनका इलाज किया जाए।गुर्दे के कैंसर की चार चरणें है- चरण १,चरण २, चरण ३ और चरण ४ गुर्दे के कैंसर गुर्दे के दो मुख्य स्थान पर उथ्पन होते है : गुर्दे की छोटी नली (renal tubule) और गुर्दे श्रोणि (renal pelvis) । गुर्दे कि छोटी नली मे अधिकांश कैंसर गुर्दे सेल कार्सिनोमा (renal cell carcinoma)और क्लियर सेल ग्रथिकर्कटता(clear cell adinocarcinoma) है। गुर्दे श्रोणि मे अधिकांश कैंसर ट्रांसिशनल सेल कार्सिनोमा है।

रेनेयल कैंसर

उपचार[संपादित करें]

गुर्दे के कैंसर के उपचार उसके प्रकार और रोग की अवस्था पर निर्भर करत है। गुर्दे के कैंसर का सबसे आम उपचार है सर्जरी क्योंकी अक्सर कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी मे गुर्दे के कैंसर प्रतिक्रिय नहीं करते है। आम तौर पर यदि कैंसर पूरी तरह से फैला नही है तो उसे सर्जरी से निकाला जा सकता है। कुछ हालातो मे पूरे गुर्दे को निकालना पडता है। गुर्दे के कैंसर को हमेशा सर्जरी से दूर नही किया जा सकता है - उदाहरण के लिए , अगर मरीज अन्य चिकित्सा ले रहा है तो सर्जरी करना संभव नही हो सकता और अगर कैंसर पूरी तरह से शरीर मे फैला हो तो डाँक्टरों को उसे दूर करना संभव नही होग । [3] सर्जरी से भी अगर कैंसर का इलाज नही किया जा सकता है तो ट्यूमर ठंड या उच्च तापमान से इसका इलाज हो सकता है । दुनिया बर मे हर साल २०८५०० नए गुर्दे के कैंसर के मामले का निदान होता ह। उच्चतम दर उत्तरी अमेरिका और एशिया या अफ्रीका मे सबसे कम दरों मे गुर्दे के कैंसर का मामला दर्ज है।

संदर्भ[संपादित करें]

  1. http://www.webmd.com/cancer/understanding-kidney-cancer#1
  2. http://www.cancer.net/cancer-types/kidney-cancer/symptoms-and-signs
  3. http://about-cancer.cancerresearchuk.org/about-cancer/kidney-cancer/stages-types-grades#surgery