सदस्य:Prinshu lokesh/प्रयोगपृष्ठ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से


प्रिन्शु लोकेश‌ हिंदी की नयी कविता के दौर के मील के पत्थर कवियों एवं शायरों में एक हैं।‌ इनकी कविताओं में ग़ज़लों में प्रेम के साथ-साथ आक्रोश भी देखने को मिलता है, वो समाज में हो रहे अन्याय को सहन करने से घिनाते हैं और अपने आप को दूसरे समाज से जोड़ते हुए कहते हैं कि- हमारे और तुम्हारे समाज में ठीक उसी प्रकार अंतर है जिस प्रकार कबीर और तुलसी के राम में। == परिचय == इनका जन्म 13 सितंबर 1998 को बैकुंठपुर छत्तीसगढ़ में हुआ ये वर्तमान समय में कविता लेखन के साथ साथ हिंदी साहित्य से जुड़े हुए हैं।

परिचय[संपादित करें]

ग़ज़लें मधुवर्षण

साहित्यिक जीवन[संपादित करें]

होंने्


्होंने अपनी पहली कविता हमारे लिए हर दिन मंगलवार लिखी थी

बाहरी कड़ियां[संपादित करें]

[1] [[चित्र:|thumb|right|200px|]]

  1. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; प्रिन्शु लोकेश नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।