सदस्य:Kdugar/प्रयोगपृष्ठ/2

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

प्रारम्भिक जीवन[संपादित करें]

जोशना चिनप्पा का जन्म 15 सितंबर 1986, चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। जोशना ने अपनी पढ़ाई लेडी एनवल विद्यालय से की थी। उन्होंने मेजर मैनियम के निरीक्षण में चेन्नई के आईसीएल-टीएनएसआरए अकादमी में स्क्वैश के लिए प्रशिक्षण लिया था।

पारिवारिक जीवन[संपादित करें]

इस युवा राष्ट्रीय चैंपियन के खून में स्क्वैश का खेल दौड़ता है। जोशना चिनप्पा के परिवार में पिछली चार पीढ़ियों से स्क्वैश का खेल, खेला जा रहा है। उनके परदादाजी, फील्ड मार्शल के.एम.करीपप्पा थे, जो भारतीय सेना के सबसेे पहले कमांडर-इन-चीफ थे। वे स्क्वैश के खेल के नियमित खिलाड़ी थे। जोशना के पिता, अंजन चिनप्पा, अपने पिता की तरह नियमित रूप से स्क्वैश खेलते थें और कई बार उन्होंने तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व भी किया हैे।

स्क्वैश के तरफ बढ़ते कदम[संपादित करें]

जोशना चिनप्पा सात साल की उम्र से स्क्वैश का खेल खेल रही हैं। आठ साल की उम्र से वह मद्रास क्रिकेट क्लब में स्क्वैश खेलने लगी थी। बहुत ही कम उम्र से, जोशना चिनप्पा को खेल में रूचि आने लगी थी और वह इसे अपने करियर के रूप में ले जाना चाहती थी। उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी,पर वास्तव में कभी उस पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित नहीं किया। एम्स्टर्डम, मिस्र और यूएसए में पूर्व विश्व नंबर एक, डेविड पामर जैसों से उन्होंने प्रशिक्षण ली है।

पुरुस्कार और सम्मान[संपादित करें]

जोशना चिनप्पा ने आज तक दस से ज़्यादा वरिष्ठ और जूनियर चैंपियनशिप खेली हैं। 2004 में राष्ट्रीय जूनियर, वरिष्ठ चैंपियनशिप के साथ-साथ मलेशियाई जूनियर में विजयी हुई थीं। 2004 के एशियाई चैम्पियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक जीता। उन्हें 2005 में एशियाई जूनियर और ब्रिटिश जूनियर ओपन की विजेता घोषित किया गया था। मई 2012 में, जोशना ने चेन्नई ओपन जीतने के लिए इंग्लैंड के सारा जेन पेरी को 9-11, 11-4, 11-8, 12-10 से हराया था। 2014 के कामनवेल्थ खेलों में चिनप्पा ने दीपिका पल्लीकल कार्तिक के साथ स्क्वैश महिला दबल्स में भाग लिया जिसमें दोनो ने स्वर्ण पदक जीता, जिससे इस खेल में भारत ने अपना पहला राष्ट्रमंडल खेल पदक हासिल किया। इस जोड़ी ने 2018 के गोल्ड कोस्ट संस्करण, न्यूजीलैंड में जोएल किंग और अमांडा लैंडर्स-मर्फी की टीम से हारने पर रजत पदक जीता। हाल ही मे,सेमीफाइनल में मलेशियाई सुब्रमण्यम शिवसंगारी 1-3 से हारने के बाद जोशना चिनप्पा ने एशियाई खेल, 2018 में भारत के लिए कांस्य पदक जीता। इंडियन स्क्वैश अकादमी (पूर्व में आईसीएल अकादमी) की जोशना, भारतीय रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ हैं। जुलाई 2016 में उन्होने दसवीं विश्व रैंकिंग हासिल की। चौदह साल की उम्र में जोशना को सबसे युवा वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन का ताज पहनाया गया था। उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। जोशना अंडर-19 ब्रिटिश स्क्वाश चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय थी। यह ही नही वह सबसे कम उम्र भारतीय महिला राष्ट्रीय चैंपियन भी है। जोशना चिनप्पा मित्तल चैंपियंस ट्रस्ट की पहली लाभार्थी है। 

संदर्भ[संपादित करें]

https://en.wikipedia.org/wiki/Joshna_Chinappa

https://psaworldtour.com/players/view/7884/joshna-chinappa