सदस्य:Kajolchugh/जीवन का रहस्य

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

पेहले मैं कभी-भी किताबें नहीं पढ़ती। मैंने बच्चपन मैं कई किताबें पढ़ी होगी पर वो तो सब करते होंगे। और आज वही लड़की जो सिर्फ परिक्षा में किताब खोलती थी, विकिपीडिया पर किताब के बारे में लेख लिख रही है। हाल ही में मैने कहानी के किताबें पढ़ने में दिलचस्पी दिखाई। इसी दौरान मैने जाना कि हर एक का मन दुसरे तरह के किताबों कि ओर आकृष्ट है - यदि काल्पणिक, अकाल्पणिक, वैज्ञाणिक या सेल्फ हेल्प कि ओर। मेरा मन कभी काल्पणिक की ओर आकृष्ट नहीं हो पाया। धीरे-धीरे मैंने सेल्फ हेल्प किताबें पढ़ना शुरु किया। इसके अलावा मुझे एतिहासिक और अकाल्पणिक पुस्तक भी पसंद हैं। कुछ दिन पेहले मैं एक किताब पढ़ रही थी, जो एक चलचित्र से प्रेरित हैं। इसका नाम - "सीक्रट" (रहस्य) है। यह किताब आपको जीवन के रहस्य के बारे में बताता है - क्या और कैसे करने से हम जीवन मैं आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा मैंने रोबिन शरमा की - "हू विल क्रै व्हेन यू डाइ?" (आपके मरने पर कौन रोएगा?), जानी पेहचानी सेल्फ हेल्प किताब, भी पढ़ी है। इन दो किताबों ने मुझे बहुत सीख दी है और इनका विकिपीडिया पर अनुपलब्धी मुझे अच्छा नहीं लगा। इसलिए मैंने यह निर्णय लिया कि इस बार मैं इन दोनों किताबों के बारे में लिखुंगी।

रहस्य[संपादित करें]

सेल्फ हेल्प किताबें पढ़ने के बाद व्यक्ति के जीवन में बदलाव ज़रुर आता है। इन किताबों के क्रांतिकारी बिन्दु हमारे हर रोज़ के जीवन में बदलाव लाता है। जीवन की जटिलताओं को सरल कदमों में बदलकर हमारे सामने पेश करता है। हमारा संकीर्ण मन कभी-कभार सरल समस्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर ईंठ का पहाड़ बना देता है। हम इतने उलझ गए हैं कि हमें जीवन के समस्याओं को सुलझाने हेतु किताबों का सहारा लेना पड़ता है। रोबिन शर्मा के किताबों ने हज़ारों लोगों के जीवन में बदलाव लाया है, उनके सरल भाषा ने अनंत ह्रदय को छू गए हैं। उनके इस किताब में १०१ जीवन शिक्षाए दिए गए है जिनको निभाने से जीवन के राह को सुखद और सफल बना देते हैं। तथापि "सीक्रट" नामक किताब में हमें यह ज्ञान मिलता है कि हमें जब भी शिद्दथ से कुछ चाहते है, तो हमें सिर्फ दुनिया से कह देनी चाहिए। इस किताब का सर्वश्रेष्ट नियम यह है कि दुनिया कभी "नहीं" नही सुनती। हमें जीवन पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। इन छोटे-छोटे नियम के पालन करने से हम जीवन के फल का सही मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।

विश्वास[संपादित करें]

इन सब किताबों को पढ़कर अगर आप बदलाव के जादु के लिए इन्तेज़ार कर रहें हैं, आप कभी आगे नहीं बढ़ पाएँगें। ज़िंन्दगी में बदलाव सिर्फ़ हमारे कर्म से आ सकते हैं। अगर हमारे मन में कुछ करने की चाह है, पुर्ण विश्वास के बिना, हम कुछ भी हासिल नहीं कर पाएँगें। हमें विश्वास सिर्फ चाह पर नहीं, बल्कि स्वयं पर भी समान रूप से ज़रुरी है।

परिवार और दोस्तों की भूमिका[संपादित करें]

ह्मारे विचार, विश्वास, परवरिश और संगति हमारे परिवार से बहुत प्रभावित हैं। वो हमारे साथ निरंतर रहते हैं, सुख-दुख में, सफलता-असफलता में। आज, ह्म जो भी हैं, सिर्फ उनके सहारे के वजह से हैं। अंदर ही अंदर हम जानते हैं, कि उनका हाथ हमारे सिर पर हमेशा रहेगा, पर उसका यह मतलब नहीं कि हम सहारा अनुदत्त से ले लें।

उपसंहार[संपादित करें]

हमें यह समझ लेना चाहिए कि कोइ किताब हमें ज़िंदगी का रहस्य सिखा नहीं सकता। हम सब इस जहान में अलग-अलग कहानियों बताने के लिए आए हैं। हम इसके रहस्य से अज्ञात ही रहें, यही तो ज़िंदगी का अनमोल उपहार है।

संदर्भ[संपादित करें]

[1] [2] [3] [4]

  1. https://en.wikipedia.org/wiki/The_Secret_(book)
  2. https://en.wikipedia.org/wiki/Who_Will_Cry_When_You_Die
  3. https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%B2_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%27%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%A8%27
  4. https://en.wikipedia.org/wiki/Robin_Sharma