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संबंध उत्तर कोरिया और किम-जान-अन कि



भूमिका[संपादित करें]

         संस्कृति का संबंध संस्कार से होता हैं। किसी भी देश की संस्कृति उसकी सभ्यता की पहचान होती हैं। पूरे विश्व में संस्कृति अलग अलग रुप लिये विधमान हैं। विश्व में हर राष्ट्र अपनी संस्कृति के द्वारा ही पहचाना जाता हैं। उत्तर कोरिया कोरिया जनवादी लोकतांत्रिक गणराज्य पूर्वी एशिया में कोरिया प्रायद्वीप के उत्तर में बसा हुआ देश हैं। देश की राजधानी प्योंगयांग हैं।


विस्तार[संपादित करें]

         १९१० में कोरिया साम्राज्य पर जापान के द्वारा कब्जा कर लिया गया था। [1] १९४५ में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापानी आत्मसमर्पण के बाद कोरिया को दो क्षेत्रों में विभाजित किया गया। उत्तरी क्षेत्र पर सोवियत संघ तथा दक्षिणी क्षेत्र पर अमेरिका का आधिपत्य रहा। इसके एकीकरण पर वार्ता असफल रही। १९४८ में दोनो क्षेत्रों ने अलग अलग देशों का रुप लिया। दक्षिण में पूंजीवादी गणराज्य कोरिया कि सरकार तथा उत्तर में सोशलिस्ट, डेमोक्रेटिक पीपुल रिपब्लिक ऑफ कोरिया की सरकार बनी। उत्तर कोरिया को किम-इल-सुंग घराने का राज्य बताया जाता हैं क्योंकि यहाँ की सत्ता पर इसी परिवार का आधिपत्य हैं। किम परिवार उत्तर कोरिया की संस्कृति में देखा-सुना जा सकता हैं। उत्तर कोरिया कि निवासी इस घराने के प्रति अति विश्वसनीय माने जाते हैं। उत्तर कोरिया खुद को आधिकारिक तौर पर आत्मनिर्भर समाजवादी राज्य बताता हैं और औपचारिक चुनाव भी होते हैं परन्तु आचोलक इसे अधिनायक वादी तानशाही का रुप ही मानते हैं। सत्तारुढ परिवार के सदस्य की अगुआई में कोरिया की श्रमिक पार्टी (वी पी के) की सत्ता चलती हैं।

जन्म और जीवन[संपादित करें]

        किम-जान-अन क जन्म ८ जनवरी १९८२-८४ को हुआ था। वे किम-जान-इल के तीसरा बेटे हैं। किम-जान-इल उत्तर कोरिया के मिलट्री लीडर था सेनाध्यक्ष थे। ये कम्युनिसट पार्टी के नेता भी थे।इन्होने १९९४ तक यहाँ शासन किया। किम-जान-अन की माता का नाम को-यंग-ही हैं। इनकी माता एक अच्छी ओपेरा सिंगर थी। २००४ में किम-जान-अन को किम-जान-इन का उत्तराधिकारी बनाया गया। किम-जान-इन को किम-जान-अन में वह खूबियाँ दिखी जो वह अपने उत्तरधिकारी के रुप में चहते थे। किम-जान-अन की आरंभिक शिक्षा किम-इल-सुंग विश्व विध्यामय में हुई। उसके बाद उन्हे स्विट्जरलैंड में पढाई करने के लिए भेजा गया। उनके पिता ने उन्हे अपना वारिस बनाकर राज करने का प्र्शिक्षण दिया। २०१० में पिता के मृत्यु के बाद सत्ता किम-जान-अन के हाथ में आ गई। [2]
       

कोरिया में शासन[संपादित करें]

        सत्ता हाथ में आने के बाद किम-जान-अन ने उत्तर कोरिय कि सेना के कई प्र्मुख अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। २०१३ के दिसम्बर में उन्होने अपने चाचा जैंग को गिरफ़्तार कर दिया और उनकी हत्या करा दी क्योंकि उसे उन पर साजिश करने का शक था। किम-जान अन ने अपने फूफा तथा बुआ को भी मरवा डाला। उसने अपने देशवासियों पर कई प्रतिबन्ध लगाये हैं। उत्तर कोरिया का कोई भी व्यक्ति देश से बाहर नहीं रह सकता हैं। उत्तर कोरिया में बाइबिल को पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक माना जाता हैं इसलिए वहाँ घर में बाइबिल रखने पर प्रतिबंध हैं। यहाँ केवल किम परिवार की ही पूजा होती हैं। उत्तर कोरिया में हाँलाकि हर पाँच साल में किसी भी लोकतांत्रिक देश की तरह चुनाव होता हैं इसलिए कोरिया को ड्रेमोक्रेतटिक पीपुल्स रिपबिलक आफ कोरिया (डि-पी-आर-के) के नाम से जाना जाता हैं। किम-जान-अन इसके सुप्रीमो माने जाते हैं। परन्तु इस देश के बारे में कहा जाता हैं कि यहाँ चुनाव में लोगों के पास अपनी इच्छा से मतदान का अधिकार नहीं होता उन्हें किम को अपना मत देना ही पडता हैं। [3]

किम परिवार् और उत्तर कोरिया[संपादित करें]

        किम दुनिया के सबसे गोपनीय देश का शासक हैं जिसका परिवार देश को  बनने के समय से ही राज कर रहा हैं। सत्ता संभालने के पहले इसके बारे में बहुत कम जानकारियाँ उपलब्ध थी। उसे बहुत कम देखा गया था। कुछ लोगों का मानना हैं कि उसने नकली नाम से स्विट्जरलैंड में पडाई की। किम से जुडी सभी जानकारियाँ यहाँ तक कि उसके जन्मदिन को भी गुप्त रखा गया। बताया जाता हैं कि वह अपने दुसरे नाम चोल पक या पक चोल के नाम से स्विट्जरलैंड गया। तत्कालीन समय में विश्व नेतृत्व के लिए कई देशों के नेता का नाम आगे आता हैं। इस समय उत्तर कोरिया के किम-जान-अन अपने तानशाही रवै के लिए चर्चा में हैं। आये दिन ये मिसाइल तथा बम परीक्षण करवाते है। ये बम से गद्दी पर बैठे हैं लगातार नाभकीय बमों का परीक्षण कराया हैं।२०१३ में इन्होने अंडरग्राउंड नाभिकीय परीक्षण किया। २०१६ में इन्होने पाँचवा अंडरग्राउंड नाभिकीय परीक्षण किया।  ३ सितम्बर को उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का भी परीक्षण किया हैं। किम-जान-अन ने अमेरिका, जापान जेसे कई मजबूत देशों को धमकी भी दी हैं। उत्तर कोरिया दुनिया के कई देशों से सीमित संबंध रखता हैं।
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निष्कर्ष[संपादित करें]

        पिछले पाँच दशकों से उत्तर कोरिया में किम परिवार ही सर्वाधिक मजबूत बना हुआ हैं। किम-जान-अन ने अपने सभी विरोधियों का आंत करा दिया हैं और उसके खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत किसी में नहीं। जब तक यह परिवार उत्तर कोरिया में राज करेगा, वहाँ ज्यादा परिवर्तन की संभावना नहीं दिखती हैं।

संदर्भ[संपादित करें]

  1. https://en.wikipedia.org/wiki/Korea_under_Japanese_rule
  2. https://en.wikipedia.org/wiki/Kim_Jong-un
  3. https://en.wikipedia.org/wiki/North_Korea
  4. https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_nuclear_weapons_tests_of_North_Korea