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Heena437
एक
जन्मनाम हीना फातिमा
लिंग महिला
जन्म तिथि 4 जुलाई 2000
जन्म स्थान बैंगलोर
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
शिक्षा बीकॉम
महाविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
शौक, पसंद, और आस्था
धर्म इसलाम

स्वयं पर निबंध

मेरा परिवार[संपादित करें]

मेरा नाम हिना फातिमा है |मेरे माता पिता का नाम आफताब अहमद और रजिया सुल्तान है  | मेरा जन्म 4 जुलाई 2000 को हुआ | मेरा एक बड़ा भाई है और दो बहने हैं घर में सभी मुझसे बहुत प्यार करते हैं | बचपन से मैं सबकी लाडली हूं 2 साल की उम्र में मेरा स्कूल में भर्ती कर दिया गया था ,मेरा स्कूल का नाम आइज़क न्यूटन इंग्लिश स्कूल है | वही मैंने अपनी 10वीं शिक्षा भी पूरी कि | मेरी स्कूल बहुत अच्छी थी और वहां के सारे अध्यापक बहुत अच्छा पढ़ाते थे | आज भी जब भी मैं अपने स्कूल की वह हसीन यादें याद करती हूं तो मेरी आंखों से आंसू निकलते हैं |मेरी सबसे प्यारी सहेली सानिया है | बचपन से ही वह मेरी पक्की दोस्त है |

मेरी शिक्षा[संपादित करें]

दसवीं के बाद मैंने अपनी आगे की पढ़ाई जैन कॉलेज से पूरी की | उस कॉलेज से मैंने बहुत सारी चीजें सीखी और बहुत से प्रार्थी कि | मुझे रचनात्मक बहुत पसंद है | मुझे रेखाचित्र भी करना अच्छा लगता है बचपन से गायन और नृत्य का भी बहुत शौक है ।कॉलेज में मेरी एक सहेली बनी उसका नाम गीता है | जो लोग मेरे दोस्त हैं वह मेरे लिए बहुत खास है और मैं बड़ी भाग्यशाली हूं कि मेरे इतने अच्छे दोस्त हैं | घर में सभी लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं और मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मैं इस परिवार में हूं जहां सभी को एक सम्मान दिया जाता है लड़का हो या लड़की सभी को एक ही नजर से देखा जाता है|

मेरे शौक[संपादित करें]

मुझे हिंदी फिल्में देखने का बहुत ही शौक है खासकर तो पुरानी फिल्में देखना बहुत पसंद है | मेरे पसंदीदा नायक हैं राजेश खन्ना ,शशि कपूर और अभी के शाहरुख खान हिंदी फिल्मों के साथ साथ मुझे हिंदी गाने सुनना भी बहुत पसंद है खासकर के बहुत पुराने गाने जो मोहम्मद रफी साहब ने गाय हैं | फिल्में देखना गाने सुनना इसके अलावा मेरे और कई सारे शौक है मुझे किताबें पढ़ना बहुत अच्छा लगता है खास करके नोवेल्स |किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं इसीलिए मैं किताबों के साथ अपना ज्यादा से ज्यादा समय बताती हूं | इसके अलावा मुझे खेलना भी अच्छा लगता है मेरा सबसे पसंदीदा खेल है बैडमिंटन |

अब जिंदगी में मेरा एक ही मकसद है कि मैं खूब पढ़ लिखकर कुछ ना कुछ बनकर अपने मां बाप का नाम रोशन करु| मां बाप का ही नहीं मैं अपने शिक्षकों का ,मेरी स्कूल का और मेरे दोनों कॉलेजों का नाम रोशन करना चाहती हूं | इसीलिए मैं मन लगाकर पढ़ाई कर रही हूं | एक ना एक दिन जरूर कुछ बनकर अपने देश का नाम रोशन करूंगी |

मेरा लक्ष्य[संपादित करें]

मेरी अच्छाई और समय निश्चिता की वजह से मेरे टीचर मुझे बहुत पसंद करते हैं | मैं कभी थकती नहीं और हमेशा कड़ी मेहनत करती हूं क्योंकि, मेरे माता-पिता मेरे बहुत ध्यान देते हैं | वह मेरे स्वास्थ्य और खान-पान को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं | मैं हमेशा अपनी प्यारी बातों और चुटकुलों से अपने दोस्तों और सहपाठियों को खुश रखने की कोशिश करती हूं | मैं हमेशा उन्हें सलाह देने के लिए तैयार रहती हूं, जिससे वह अपने कठिन समय से बाहर निकल सके | मैं बहुत सहानुभूति पूर्ण लड़की हो और अपने कॉलोनी या रास्ते में बूढ़े लोगों और बच्चों को मदद करने की कोशिश करती हूं |

मेरे हर सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में मेरे माता-पिता मुझे पिकनिक या लंबी यात्रा के लिए बाहर ले जाते हैं | मैं बहुत अच्छे समाज में रहती हूं जहां सामाजिक मुद्दों के बारे में आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए समय पर समय कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मेरे पिता हमेशा मुझे अपने साथ ले जाते हैं ।भारत की एक अच्छी नागरिक बनने के लिए मेरी मां हमेशा नैतिकता और सदाचार के बारे में सिखाती है | ताकी मैं अपने देश का नाम रोशन कर सकूं ।

" जय हिंद जय भारत माता "|