सदस्य:Archana Venkat

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
crazy about selfies
                                                 मेरे बारे मे कुछ.....                                                                                                                                                            मेरी नाम अर्चना है । मैने अपने जीवन के बारे मे यहॉं लिखा है । मेरा जन्म मदुरै, तमिल नाडू मे हुआ था । मेरी मातृभाषा तमिल है । मेरे पिता आर्मी में काम करते थे । इसके कारण हम एक शहर मे तीन से ज्यादा वर्ष नही रह सकते थे । जब मेरी जन्म हुई थी , मेरे पिता इलाहाबाद मे थे । मै अब सत्रह साल की हूँ । मेरे परिवार मे पाँच सदस्य है - पप्पा, मम्मी, बडी बेहेन , छोटा भाई और मै । अब मेरे पिता रामेशवरम मे काम करते है और हम चार यहाँ बैंगलूरु मे रहते है । मै दसवी कक्षा तक केन्द्रिया विद्यालया मे पढी और उसके बाद कामर्स करना चहती थी । इसीलिये मै सेंट.जोसेफ कॉलेज मे पढी और अब क्राइस्ट विश्वद्धालय मे बी.कॉम पढ रही हूँ ।
           मेरा लक्ष्य एक चार्टर्ड़ अकौंटेंट बनना है । मेरा प्रिय खेल फूटबॉल है । मैने प्री-युनिवेर्सिटी कॉलेज मे अपने कॉलेज टीम मे फूटबॉल खेली और रज्य स्तर पर भी खेली । इसके लिये मै और मेरे दोस्त बेल्लारी गये । वहॉं सेमि-फाईनल मे हार गये । पर वहॉं जाकर अच्छा अनुभव मिला । मेरा प्रिय पुस्तक एक अंग्रेजी पुस्तक है । उसका नाम " दी फाल्ट इन अवर स्टार्स है । मै अंग्रेजी पुस्तकें पढने की बहुत शौक है । यहाँ दस साल से रहते हुए भी मै तमिल भाषा पढना और लिखना जानती हूँ । मेरे बेहेन ने मुझे सुखाया था ।
           मै परिश्रम कर फल प्राप्त करना चाहती हूँ । मुझे पढाई करना उतना पसंद नही है , पर हमेशा अच्छे अंक ही मिलते है । मुझे बारहवी कक्षा मे ९३़़.५% मिला था । मुझे यह विश्वविद्धालय बहुत पसंद है । यहाँ मेरे बहुत अच्छे दोस्त बन गये । यहाँ के अध्यापकों बहुत अनुभवी, बुद्धिमान, और उतकृष्ट है । वे बच्चे से अच्छे स्वभाव के साथ व्यवहार करते है । 
           मुझे सोना बहुत पसन्द है । मै थोडि तुनक मिजाज हूँ । मै समाज सेवा करना चाहती हूँ । मै हमेशा अच्छे बतों को ही सोचती हूँ । मै अपनी पहली वेतन से अपने माँ को सोने का आभूषण और अपने पिता के लिये कपडे करीदना चाहूँगी । काश मेरे पप्पा यहाँ हमरे साथ बैंगलूरु मे रहते । 
           शायद मेरे बारे मे इतना काफी है । इस मौके के दौरान मैने अपने बारे मे सोचा और इतना लिख पाई । इसके लिये बहुत शुक्रिया । धन्यवाद ।