सदस्य:Anilthakur1985

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हेलो फ़्रेंड्ज़ मेरा आज कल हिंदी को ले कर मन में बहुत जयादा ख़याल आ रहा है हम लोग हिंदी को बहुत पीछे ले जा रहे है आज कल हर कोई इंग्लिश को ज़्यादा महत्व दे रहा है आज कल स्कूल हो य ऑफ़िस हर कोई इंग्लिश को ही बहुत ज़्यादा लोग पसंद कर रहे है एक तरफ़ सरकार बोलती है हिंदी में वार्तालाप करो जब कि ज़्यादा तर लोग अपने बलोग़ भी इंग्लिश में ही प्रयोग करते है आज कल बहुत दुख होता है जब स्कूल का हाल देखते है सरकारी स्कूल के इतना बुरा हाल हो रखा है जिस का कोई अंदाज़ा भी नहि लगा सकते तभी आज सरकारी स्कूल कि ये हालत हो गयी है सरकार के जितने भी मंत्री है वो अपने बचों को य तो फ़ोरन स्टडी के लीय जाते है या फिर कोई हाई मॉडल स्कूल में होता है वेसे ही गोवेरमेंट ऑफ़िसर के बचे क्या अगर एक आम ग़रीब के बचे के साथ ऑफ़िसर या पोलतिकल के बचे नहीं पड़ सकते क्या सरकार को ऐसे रूल लागू नहीं करने चाहिए जिस से कि ग़रीब आमिर के बचे साथ में पड़ सके क्या ग़रीब बचे को अच्छा माहौल कि ज़रूरत नहीं आमिर के बचे तो tutions लगा कर अच्छा मार्क्स ले लेता है बँट ग़रीब आज भी अपने बचो को अछी शिक्षा नहीं दे पा रहे में य नहीं बोलता की सरकार कुछ नहीं कर रही सब कुछ दे रही है बँट थोड़े से सरकार को कुछ रूल होने चाहिए कोई भी अगर गोवेरमेंट एम्प्लॉ ओर कोई भी पोलतिकस का अगर उस पर तभी लड़ सकता है अगर उस का बचा गोवेरमेंट स्कूल में पड़ता हो तभी वो जनता के फ़ेसला काहक़दार होगा जनता को भी अपनी सोच बदलनी होगी उनको भी अपना नेता उस को वोट देना चाहिएजो अपने बचों को गोवेरमेंट स्कूल में शिक्षा दे तभी उस को भी वोट लेने का अधिकार है अनिल चौहान 9878105307