सदस्य:Akshaya Kumar H Dhelaria/call money

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साँचा:मुद्रा बाजार मुद्रा बाज़ार का अभिप्राय अल्पकालिक ऋण लेने और देने के लिए वैश्विक वित्तीय बाज़ार से है। यह वैश्विक वित्तीय प्रणाली के लिए अल्पकालिक अवधि की नकदी/तरलता का वित्त पोषण प्रदान करता है। मुद्रा बाजार वह जगह है जहां अल्पकालिक कार्यकाल दायित्व जैसे ट्रेज़री बिल, माँग मुद्रा, वाणिज्यिक पत्र/पेपर और बैंकरों की स्वीकृतियां आदि खरीदे और बेचे जाते हैं।

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भारतीया मुद्रा

माँग मुद्रा[संपादित करें]

यह संगठित मुद्रा बाजार का सबसे सक्रिय और संवेदनाशील हिस्सा है। यह एक दिवसीय ऋण में सौदा करता है जिसे बुलाया कॉल ऋण या पैसे कॉल कहा जाता है। अगले दिन इसे नए सिरे से किया या नही भी किया जा सकता है। इसके प्रतिभागी ज्यादातर बैंक होते है। इसलिए इसे अंतराल कॉल मनी बाजार भी कहा जाता है। इसकी परिपक्वता अवधि एक दिन से ज्यादा नही होती है। अगर ये एक दिन से ज्यादा का अधिक समय लेता है तो इसे सुचना पैसे कहा जाता है। भारत में प्रमुख माँग मुद्रा बाजार मुंबई, कोलकता, दिल्ली, चेन्नई और अहमदाबाद है।

कौन भाग ले सकता है?[संपादित करें]

माँग मुद्रा भारत मुद्रा बाजार का सबसे महत्वपूर्ण खंड है। इस बाजार मे जो लोग उधार दे और उधार ले सकते है वो है-

                                  * बैंक
                                  * प्राथमिक/मुख्य डीलर
                                  * विदेशी बैंक
                                  * सहकारी बैंक आदि

क्यों बैंक दूसरो से उधार लेती है?[संपादित करें]

नकद आरक्षित अनुपात

बैंको को अपने पास न्यूनतम आरक्षित अनुपात रखना अनिवार्य है जिसे नकद आरक्षित अनुपातCash Reserve Ratio) कहते है। उनको अपने दिन-प्रतिदिन संचालन के लिए पर्याप्त तरलता(liquidity) बनाए रखने की जरुरत होती है। इसके अलावा बैंको को कभी-कभी अचानक मांग जो कि त्योहारों, लंबे समय तक बैंको की छुट्ठियों और एटीएम आदि में नकदी की आपुर्ति के दौरान बडी नकद निकासी के कारण उत्पन्न हो सकती है। उसको पूरा करने के लिए धन उधार लेने की जरुरत पड सकती है। और बैक दूसरे बैंको से धन उधार लेता है। वर्तमान नकद आरक्षित अनुपात ४ प्रतिशत है।

इसका क्या प्रभाव है?[संपादित करें]

माँग मुद्रा पर हम जो ब्याज भरते है उसे हम कॉल दर कहते है। योग्य प्रतिभागी अपना ब्याज दर मुक्त रूप से खुद तय कर सकते है।यह बहुत तरल मुद्रा बाजार है और यहा दिन पर दिन ब्याज दरो का मुख्य सूचक है। अगर कॉल मनी दर गिरता है तो तरलता बढ़ जाती है और अगर कॉल मनी दर बढ़ता है तो तरलता कम हो जाता है। और कॉल मनी दर मौद्रिक नीति(Monetary Policy) पर भी प्रभाव डालता है। भारत में प्रस्तुत कॉल दर ८ प्रतिशत है।

मुद्रा बाजार की विशेषताएँ[संपादित करें]

     * कॉल ऋण के उपर जो ब्याज हम भुगतान करते है उसे हम कॉल दर कहते है।
     * वार्षिक अवधि में उद्धृत(Quoted in annualized term)।
     * कॉल दर दिन पर दिन बदलता रहता है।
     * उच्च दर तंग तरलता की स्थिती को इंगित करता है।
     * कम दर आसान तरलता की स्थिती को इंगित करता है। 

संदर्भ[संपादित करें]

  1. http://www.slideshare.net/professorsimplysimple/call-money
  2. https://hi.wikipedia.org/wiki/मुद्रा_बाजार