सदस्य:Aishwarya mathew/प्रयोगपृष्ठ

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मैं ऐश्वर्या जोजी मैथ्यू ,रायपुर (छत्तीसगढ़ ) की निवासी हूँ |मेरा जन्म स्थान केरल (कन्नूर) है |मै २८ जून, १९९९ ईस्वी को केरल मे ही पैदा हुई थी |मैं क्राइस्ट विश्विद्यालय बैंगलोर से बी.एस .सी (पी.सी .एम् ) में पहले साल के अपनी पहले सेमेस्टर मे हूँ |मेरा मातृभाषामलयालम है |मैं अपनी पृष्ठ्भूमि , शिक्षा ,रुचियाँ , उपलब्धियां और अपने लक्ष्यों से आपको परिचित कराना चाहती हूँ |

पृष्ठ्भूमि[संपादित करें]

मैं केरल के कन्नूर नामक छोटे से जिले मैं पैदा हुई थी |लेकिन मैं छत्तीसगढ़ राजधानी के रायपुर जिला के छोटे से शहर टाटीबंध की निवासी हूँ |मैं अपने जीवन के करीब पंद्रह साल वही बितायी हूँ|छत्तीसगढ़ राज्य का गठन १ नवंबर २००० ईस्वी को माना जाता हैं|छत्तीसगढ़ राज्य का राजधानी रायपुर जिला हैं|छत्तीसगढ़ का मुख्यालय भी रायपुर हैं |रायपुर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर हैं |वहाँ की आबादी करीबन ३० लाख माना जाता है |रायपुर जिला का अस्तित्व ९वी शताब्दी से माना गया हैं |छत्तीसगढ़ का मुख्य भाषा छत्तीसगढ़ी हैं |यह स्थान खनिज सम्पदा के लिए बड़ा लोकप्रिय है |

परिवार[संपादित करें]

मेरा परिवार एक लघु और सूखी परिवार है |मेरे पिता का नाम जोजी मैथ्यू है |वह छापाखाना का काम करते हैं |मेरी माता का नाम लिजी जोजी है|वह एक गृहिणी है |मैं अपनी माता पिता की एक लौटी पुत्री हूँ |मेरा एक छोटा भाई हैं|उसका नाम अभिजीत जोजी मैथ्यू है|मेरे जीवन मैं मेरे माता पिता का सीख दूसरो का आदर करना ,ईश्वर पर विश्वास करना ,अनुशाशन का पालन करना ,मदद और दया करना आदि हैं |मेरे परिवार की विशेषता यह है कि हम इन सीखो का पालन करते हैं और एक दूसरो से बहुत प्यार करते हैं |मेरे जीवन मे मेरे माता पिता ने जो सीख मुझे दिए हैं, मैं नित्य उसका पालन करुँगी |

शिक्षा[संपादित करें]

मेरे जीवन का प्रारंभिक शिक्षा अथार्त(नर्सरी से बारवी कक्षा )भारत माता हायर सेकेंडरी स्कूल ,टाटीबंध ,रायपुर में हुआ है| यह एक मठ स्कूल है | यह स्कूल की विशेषता अथार्त मूल सिद्धांत अनुशासन है| मै गर्व महसूस करती हूँ कि मै उस शाला की विद्यार्थी थी | मेरा पन्द्रा साल उस शाला मे बीता है, जो मुझे इस स्थान मे लाने का एक मात्र कारण है |वर्तमान मे मै क्राइस्ट विश्वविधालय से (बी स सी) की डिग्री प्राप्त कर रही हूँ |यह विश्विधालय भारत का नाम प्राप्ती कॉलेज है |जिस प्रकार मेरा शाला मठ शाला है ठीक उसी प्रकार यह विश्वविधालय भी (सी म आय )पुरोहितो के द्वारा संचालित है | मै गर्व महसूस करती हूँ कि मै इस विश्विधालय की छात्रा बन सकी |यह विश्विधालय भारत का सर्वश्रेष्ठ विश्विधालय है |

रुचियाँ[संपादित करें]

मै स्कूली जीवन से ही अपनी रुचियाँ एवं प्रतिभाओ को विकसित करते आ रही हूँ |मुझे पढ़ाई,लिखाई के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं खेलकूदों मे भी रुची है |मै व्यायाम मे राष्ट्रीय स्तर तक पहुंची हूँ |साथ ही साथ मै बास्केट बॉल एवं बैटमिंटन के प्रति भी आकर्षित हूँ |मुझे नृत्य के प्रति एक जूनून है |मै शास्त्रीय नृत्य मे प्रक्षिशित हूँ |मै भिन्न नृत्य कार्यक्रमों मे सहभागी हुई हूँ और विभिन्न पुरूस्कार एवं इनाम भी प्राप्त की हूँ |मेरे माता पिता मुझे विभिन्न कार्यक्रमों मे प्रोत्साहित करते है |साथ ही साथ मै पढ़ाई के प्रति भी विशेष ध्यान देती हूँ |

उपलब्धियां[संपादित करें]

मैंने अपने जीवन में अनेक प्रकार की उपलब्धियां प्राप्त की है ,इन सब का एक मात्र कारण भगवान की कृपा है |इन उपलब्धियों में कुछ जो मुझे संतुष्टि प्रदान करती है वह इस प्रकार है - १.मुझे अपने स्कूल में हेड गर्ल अथार्त प्रतिनिधि के रूप में चुना गया | २. मुझे बारवी बोर्ड परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त हुआ और भौतिक विषय में ९९ अंक प्राप्त हुआ| ३. मुझे क्राइस्ट विश्विधालय के छात्रा के रूप में दाखिला मिला | ४. क्राइस्ट के किमोज़ घटना के नृत्य प्रस्तुति में पहला स्थान प्राप्त करना | ५. मुझे इतना अच्छा परिवार मिला|यह मै अपनी ज़िन्दगी की सबसी बड़ी उपलब्धि मानती हूँ |इस प्रकार इन सब उपलब्धियों को बर्करार बनाये रखते हुए एक तरकी जीवन बिताना चाहती हूँ |

लक्ष्य[संपादित करें]

मेरा लक्ष्य आर्गेनिक रसायन से( एम् इस सी)प्राप्त करना है और तत्पश्चात (पी एच डी)प्राप्त करने की इच्छा है |जिससे मै एक अच्छा सा विश्विधालय मे व्याख्याता का काम कर सकूँ|इससे मै न केवल ज्ञान बाँट सकूँगी साथ ही साथ ज्ञान प्राप्त भी करुँगी |यह न केवल मेरा लक्ष्य है बल्कि मेरा परिवार का समर्थन भी मेरे साथ है |मै अपनी लक्ष्य की प्राप्ती कर एक तरकी जीवन बिताना चाहती हूँ और देश की अछि नागरिक के रूप मे देश का नाम रोशन करना चाहती हूँ |