श्रेयांसनाथ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
श्रेयांसनाथ
ग्यारहवें तीर्थंकर
Interior of the Jain Temple dedicated to Shreyansanath was the eleventh Jain Tirthankar, Sarnath.jpg
श्रेयांसनाथ भगवान की प्रतिमा, सारनाथ
गृहस्थ जीवन
वंश इक्ष्वाकु
पिता विष्णु नरेन्द्र
माता वेणुदेवी
पंचकल्याणक
च्यवन भादवा कृष्णा 7
जन्म १ × १०२१२ वर्ष पूर्व
जन्म स्थान सारनाथ
मोक्ष स्थान सम्मेद शिखरजी
लक्षण
रंग स्वर्ण
चिन्ह गैंडा
ऊंचाई ८० धनुष (२४० मीटर)
आयु ८४,००,००० वर्ष[1]
शासक देव
यक्ष ईश्वर[2]
यक्षिणी गौरी
गणधर
प्रथम गणधर धर्मं स्वामी

श्रेयांसनाथ, जैन धर्म में वर्तमान अवसर्पिणी काल के ११वें तीर्थंकर थे। श्रेयांसनाथ जी के पिता का नाम विष्णु और माता का वेणुदेवी था। उनका जन्मस्थान सिंहपुर (सारनाथ) और निर्वाणस्थान संमेदशिखर माना जाता है।[1] इनका चिन्ह गैंडा है। श्रेयांसनाथ के काल में जैन धर्म के अनुसार अचल नाम के प्रथम बलदेव, त्रिपृष्ठ नाम के प्रथम वासुदेव और अश्वग्रीव नाम के प्रथम प्रतिवासुदेव का जन्म हुआ।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. जैन २०१५, पृ॰ १९४.
  2. जैन १९७५, पृ॰ ११८.

ग्रन्थ[संपादित करें]

  • जैन, विजय कुमार (२०१५), Acarya Samantabhadra’s Svayambhustotra, विकल्प प्रकाशन, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788190363976, अभिगमन तिथि 1 नवंबर 2015, Not in Copyright
  • जैन, बलभद्र (१९७५), Bhārata ke digambara Jaina Tīrtha, Volume 5, Bhāratavarshīya Digambara Jaina Tīrthakshetra Kameṭī, मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 1 नवंबर 2015