श्री राधा रानी मंदिर (बरसाना)
श्री राधा रानी मंदिर | |
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श्रीजी मंदिर, लाड़ली लाल मंदिर | |
![]() श्री राधा रानी मंदिर, बरसाना | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | राधा कृष्ण |
त्यौहार | राधाष्टमी, जन्माष्टमी, लठमार होली, होली, शरद पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | बरसाना |
ज़िला | मथुरा जिला |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
भौगोलिक निर्देशांक | 27°39′01″N 77°22′25″E / 27.65028°N 77.37361°Eनिर्देशांक: 27°39′01″N 77°22′25″E / 27.65028°N 77.37361°E |
वास्तु विवरण | |
संस्थापक | राजा बीर सिंह देव, नारायण भट्ट, राजा टोडरमल, वज्रनाभ |
निर्माण पूर्ण | 1675 |
अवस्थिति ऊँचाई | 250 मी॰ (820 फीट) |
वेबसाइट | |
radharanimandir |
श्री राधा रानी मंदिर (या श्रीजी मंदिर), भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले के बरसाना नगर में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है, जो राधा कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर राधा जी के निवास स्थान माने जाने वाले भानुगढ़ पर्वत की चोटी पर स्थित है।[1] [2][3]
इतिहास
[संपादित करें]मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना श्रीकृष्ण के प्रपौत्र वज्रनाभ ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी। समय के साथ मंदिर जीर्ण-शीर्ण हो गया। बाद में चैतन्य महाप्रभु के अनुयायी नारायण भट्ट ने यहाँ मूर्तियाँ प्राप्त कीं और राजा बीर सिंह देव ने 1675 ई. में वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया।[2][4][5]
वास्तुकला
[संपादित करें]यह मंदिर लाल व सफेद पत्थरों का प्रयोग हुआ है जो राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माने जाते हैं। मंदिर के मुख्य मंडप तक पहुँचने के लिए 200 से अधिक सीढ़ियाँ हैं। पास ही वृशभानु महल, अष्टसखी मंदिर और ब्रह्मा मंदिर स्थित हैं।[6][7]
प्रमुख उत्सव
[संपादित करें]- राधाष्टमी – राधा जी का जन्मोत्सव [8]
- जन्माष्टमी – श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
- लड्डू मार होली [9]
- लठमार होली – बरसाना की विशेष परंपरा वाली होली
इन अवसरों पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और "छप्पन भोग" अर्पित कर आरती की जाती है।[10][11]
लट्ठमार होली
[संपादित करें]बरसाना की लट्ठमार होली भारत की सबसे प्रसिद्ध पारंपरिक होली परंपराओं में से एक है। इस उत्सव में राधा की नगरी बरसाना की महिलाएं नंदगांव से आए पुरुषों पर लाठियों से प्रहार करती हैं, जबकि पुरुष खुद को ढाल से बचाने की कोशिश करते हैं। यह परंपरा श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम-लीलाओं पर आधारित है।
मान्यता है कि कृष्ण अपने सखाओं के साथ बरसाना राधा और उनकी सखियों को रंगने आए थे, परंतु सखियों ने उन्हें लाठियों से खदेड़ा। उसी प्रसंग को यह परंपरा जीवंत करती है। यह आयोजन हर वर्ष फाल्गुन मास में होली से कुछ दिन पूर्व होता है और श्री राधा रानी मंदिर इसका मुख्य केंद्र होता है। आयोजन के दौरान मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है, और लाखों श्रद्धालु इसे देखने आते हैं।[12][13]
दर्शन समय
[संपादित करें]- गर्मी: सुबह 5:00 – दोपहर 2:00, शाम 5:00 – रात 9:00
- सर्दी: सुबह 5:30 – दोपहर 2:00, शाम 5:00 – रात 8:30
दर्शनीय स्थल
[संपादित करें]- रंगीली महल
- मान मंदिर
- सांकरी खोर
- मोहर कुटीर
- पीली पोखर
- श्री कुशल बिहारी मंदिर
- राधा बाग
पास के रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे
[संपादित करें]- रेलवे स्टेशन: कोसीकलां (10 किमी), मथुरा जंक्शन (50 किमी)
- हवाई अड्डे: आगरा एयरपोर्ट (110 किमी), दिल्ली एयरपोर्ट (150 किमी)
चित्र दीर्घा
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श्री राधा रानी मंदिर
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मंदिर का अग्रभाग
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मंदिर का आंतरिक दृश्य
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श्रीजी मंदिर से बरसाना का दृश्य
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मंदिर का पार्श्व दृश्य
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होली उत्सव का दृश्य
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भक्तों की भीड़ होली पर
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कृष्ण मंदिर में रंग से सराबोर लोग
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लट्ठमार के दौरान पुरुषों का इंतजार करती महिलाएँ
इत्यादि देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "बरसाना में लाडली जी का 5 हजार साल पुराना मंदिर, पहाड़ी पर बना, होली के 40 दिन यहां कुंभ जैसा मेला". Zee News Hindi. Zee Media Corporation Ltd. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ अ आ "Shriji Temple Barsana". अभिगमन तिथि: 2021-05-08.
- ↑ "Radha Ashtami: बरसाना की पहाड़ी पर स्थित है राधा रानी का प्राचीन मंदिर, इससे जुड़ी हैं कई रोचक बातें". Asianet News Hindi. Asianet News Network Pvt Ltd. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "जानें बरसाना के राधा रानी मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें, श्री कृष्ण के समय से जुड़ा है इसका इतिहास". HerZindagi. HerZindagi.com. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "जब मुगलों ने बरसाना मंदिर पर किया कब्जा, 8 महीने श्योपुर में हुई राधारानी की पूजा". Amar Ujala. Amar Ujala Publications Ltd. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "Radha Rani Mandir Barsana". अभिगमन तिथि: 2021-05-08.
- ↑ "बरसाना: राधा रानी का महल पहाड़ पर स्थित है, करीब 343 साल पुराना है मंदिर". भास्कर डॉट कॉम. दैनिक भास्कर. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "राधाष्टमी 2024: बरसाना में राधा रानी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया, श्रद्धालुओं ने किए दर्शन". जागरण डॉट कॉम. दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "ब्रज में हो गया रंगोत्सव का आगाज... बरसाना में लड्डू होली आज, CM योगी भी रहेंगे मौजूद, गाड़ियों की NO ENTRY". Navbharat Times. Times Internet Limited. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "Radha Ashtami 2024: बरसाना के राधा रानी मंदिर से जुड़े हैं ये इंटरेस्टिंग फैक्ट्स, आप भी जानें". Live Hindustan. Hindustan Media Ventures Limited. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "मथुरा: बरसाना के लाडली जी मंदिर में होली की पहली चौपाई से शुरू हुआ उत्सव, जानिए परंपरा". News18 Hindi. Network18 Media & Investments Ltd. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.
- ↑ "Historical town Barsana set to celebrate 'Lathmar Holi' Tuesday". अभिगमन तिथि: 2023-03-07.
- ↑ "Holi 2024: पूरी दुनिया में मशहूर है बरसाना की लट्ठमार होली, जानिए इस साल किस दिन खेली जाएगी". Moneycontrol Hindi. Network18 Media & Investments Ltd. अभिगमन तिथि: 7 मई 2025.