श्रीलंका में हिन्दी

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श्रीलंका में हिन्दी भाषा को बहुत पसंद किया जाता है। हालांकि यहाँ केवल पाँच ही विद्यालयों में हिन्दी भाषा अनिवार्य रूप से पढ़ाई जाती है। यहाँ हिन्दी पाठ्यक्रम और परीक्षा की ज़िम्मेदारी केंद्रीय हिन्दी संस्थान संभालता है। यहाँ हर वर्ष लगभग 600 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होते हैं। केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के विभागाध्यक्ष मीरा सरीन का कहना है कि हिन्दी इनके लिए केवल रोजगार का जरिया नहीं है, यह कारोबार को भी नई ऊँचाई में ले जाने का साधन है। बेहद सम्मान की भावना के साथ श्रीलंकाई विद्यार्थियों में हिन्दी के प्रति ललक है।[1]

शिक्षा केन्द्र[संपादित करें]

भारत द्वारा श्रीलंका में हिन्दी के संस्थान स्थापित करने के बाद पाकिस्तान ने भी उर्दू भाषा के लिए यहाँ संस्थान शुरू किया। ज्योति परमार ने इस पर कहा कि हिन्दी गानों में कई उर्दू शब्दों का उपयोग किया जाता है। इस कारण उर्दू सीखने का लाभ भी मिलता है। लेकिन हिन्दी फिल्मों और गानों में मुख्य रूप से हिन्दी का उपयोग होता है और हिन्दी भाषा में भी उर्दू के शब्द होते हैं। इस तरह उर्दू केवल एक तरह से गानों को और हिन्दी को समझने में सहायक ही है।[2]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "श्रीलंका के इन स्कूलों में अनिवार्य है हिंदी". अमर उजाला. 11 सितम्बर 2014. मूल से 11 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 मार्च 2016.
  2. "To Counter Hindi's Soft Power, Pakistan Sets up Urdu Learning Center" (अंग्रेज़ी में). आइ श्रीलंका. 31 अक्टूबर 2015. अभिगमन तिथि 28 मार्च 2016. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]