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श्रमदक्षता-अनुकूल कुंजीपटल

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एक श्रमदक्षता-अनुकूल कुंजीपटल

एक श्रमदक्षता-अनुकूल कुंजीपटल (अंग्रेज़ी: Ergonomic keyboard; एर्गोनोमिक कीबोर्ड) वह कंप्युटर कुंजीपटल है जिसे पेशीय तनाव, थकान तथा अन्य समस्याओं को न्यूनतम करने हेतु श्रमदक्षता सिद्धांतों के अनुरूप अभिकल्पित किया गया है।[1]

विशेषताएँ

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सामान्य क्वर्टी (QWERTY) कुंजीपटल विन्यास का श्रेय सी॰ लैथम शोल्स द्वारा १८७८ में पेटेंट यांत्रिक टाइपराइटर को जाता है।[2] अनुसंधान सूचित करते हैं कि इस विन्यास पर तार संचालकों का प्रभाव रहा होगा। पंक्तियों के बीच स्तंभों का ऑफसेट प्रत्येक कुंजी एवं टाइपराइटर की आंतरिक यांत्रिकी के बीच भौतिक संयोजन हेतु बनाया गया था। जब टाइपिंग कार्य विद्युत् (मोटरयुक्त) टाइपराइटरों और तत्पश्चात् संगणकों में स्थानांतरित हुआ, तो प्रशिक्षित उपयोक्ताओं के संक्रमण को सुगम बनाने हेतु यह विन्यास बनाए रखा गया। किंतु इस पारंपरिक यांत्रिक विन्यास में अनेक विशिष्टताएँ हैं (जैसे स्टैगर्ड स्तंभ विन्यास), जो उपयोक्ता को असुविधाजनक, पुनरावृत्त गतियों एवं मुद्राओं में बाध्य कर सकता है। कम से कम १९२६ से अनेक संभावित समाधान प्रस्तावित किए गए हैं।

सारतः, श्रमदक्षता-अनुकूल कुंजीपटल उपयोक्ताओं की कलाइयों में असुविधा तथा अनावश्यक अंगुली गतियों को न्यूनतम करने हेतु कुंजियों के पुनर्विन्यास या पुनःस्थितीकरण द्वारा निर्मित किए जाते हैं। उदाहरणार्थ, एक पारंपरिक कुंजीपटल पर टाइपिंग उपयोक्ता को कंधोत्थान, कलाई की उल्नर विचलन एवं शिरोघूर्णन में बाध्य कर सकती है।[3] भौतिक श्रमदक्षता के सिद्धांतों के अनुसार सर्वाधिक विश्रांत टाइपिंग मुद्रा वह है जिसमें उपयोक्ता की प्रकोष्ठियाँ भूमि के समानांतर हों तथा कलाइयाँ सीधी रहें। इस मुद्रा हेतु क्लोकेनबर्ग ने १९२६ में एक अध्ययन प्रकाशित किया जिसमें सुझाव दिया गया कि द्वि-हस्त टाइपिस्टों हेतु प्राथमिक कुंजी समूहों को वाम एवं दक्षिण भागों में विभाजित किया जाए जो परस्पर कोण पर सेट हों, जिससे कलाइयाँ सीधी रह सकें।[4] १९७२ में क्रोमर द्वारा प्रकाशित एक विस्तृत अध्ययन में समायोज्य विभाजित कुंजीपटल द्वारा उपयोक्ता के पीड़ा में कमी का सुझाव दिया गया।[5] १९७० के दशक में प्रकाशित अनेक अध्ययनों ने संकेत दिया कि आँकड़ा प्रविष्टि परिचालक कंकाल-पेशीय चोटों के जोखिम में थे।[6][7]:387

विभाजित कुंजी समूह

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  1. Michelle Manalo (April 5, 2007). "Blueprint for a healthy workstation". The Calgary Herald. मूल से से 2007-11-19 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 2007-04-20.
  2. Stamp, Jimmy (May 3, 2013). "Fact or Fiction? The Legend of the QWERTY Keyboard". Smithsonian Magazine. अभिगमन तिथि: 13 October 2022.
  3. Rempel, David (2008-06-01). "The Split Keyboard: An Ergonomics Success Story". Human Factors (अंग्रेज़ी भाषा में). 50 (3): 385–392. डीओआई:10.1518/001872008X312215. आईएसएसएन 0018-7208. पीएमआईडी 18689043. एस2सीआईडी 7047046. Alternative link
  4. Rempel, David (2008-06-01). "The Split Keyboard: An Ergonomics Success Story". Human Factors (अंग्रेज़ी भाषा में). 50 (3): 385–392. डीओआई:10.1518/001872008X312215. आईएसएसएन 0018-7208. पीएमआईडी 18689043. एस2सीआईडी 7047046. Alternative link
  5. Kroemer, K.H. Berhard (February 1972). "Human engineering the keyboard". Human Factors. 14 (1). Human Factors Society: 51–63. डीओआई:10.1177/001872087201400110. पीएमआईडी 5049062. एस2सीआईडी 33018096.
  6. Kroemer, K.H. Berhard (February 1972). "Human engineering the keyboard". Human Factors. 14. Human Factors Society: 51–63. डीओआई:10.1177/001872087201400110. पीएमआईडी 5049062. एस2सीआईडी 33018096.
  7. Rempel, David (2008-06-01). "The Split Keyboard: An Ergonomics Success Story". Human Factors (अंग्रेज़ी भाषा में). 50 (3): 385–392. डीओआई:10.1518/001872008X312215. आईएसएसएन 0018-7208. पीएमआईडी 18689043. एस2सीआईडी 7047046. Alternative link