शान्ता
शान्ता | |
---|---|
![]() ऋष्यश्रृंग शान्ता के साथ अयोध्या यात्रा पर | |
देवनागरी | शान्ता |
संबंध | राजा दशरथ की पुत्री |
जीवनसाथी | ऋष्यश्रृंग |
माता-पिता |
दशरथ (पिता) कौशल्या (माता) रोमपाद (दत्तक पिता) वर्षिणी (adoptive mother) सुमित्रा (step-mother) कैकेयी (step-mother) |
भाई-बहन |
भगवान राम (भाई) लक्ष्मण, भरत and शत्रुघ्न (half-brothers) |
शांता महाराजा दशरथ और कौशल्या की बेटी थीं, जिन्हें अंग देश के राजा रोमपद और कौशल्या की बड़ी बहन वर्षिणी ने गोद लिया था. वर्षिणी की कोई संतान नहीं थी. एक बार वर्षिणी अपने पति के साथ अपनी बहन से मिलने अयोध्या आई थीं. वर्षिणी ने मजाक में शांता को गोद लेने की इच्छा जताई.
संक्षिप्त विवरण[संपादित करें]
शांता रामायण का एक पात्र है। वह अंग के राजा रोमपाद की दत्तक पुत्री और ऋषिश्रृंग की पत्नी हैं। रामायण और बाद के भारतीय साहित्य के उत्तरी पाठों में, वह दशरथ की बेटी हैं, जिन्हें बाद में रोमपाद ने गोद ले लिया था।