शादीपुर गाँव, खैर (अलीगढ़)
शादीपुर | |||||||
— गाँव — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | ![]() | ||||||
राज्य | उत्तर प्रदेश | ||||||
ज़िला | अलीगढ़ | ||||||
प्रधान | श्री विजेंद्र सिंह | ||||||
जनसंख्या | 1,895 | ||||||
साक्षरता | 71.1%% | ||||||
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी,ब्रजभाषा | ||||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: http://aligarh.nic.in |
निर्देशांक: 27°53′N 78°04′E / 27.89°N 78.06°E शादीपुर खैर, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश स्थित एक गाँव है। यह सुंदर गाँव नहर के एक किनारे पर बसा हुआ है|इस गॉव में बहुत से अच्छे और महान लोगो ने अपने दिनों को व्यतीत किया है । महान क्रांतिकारी शहीद सरदार भगत सिंह से अलीगढ़ की माटी भी धन्य हुई थी। भगत सिंह करीब 18 महीने गांव में रहे थे। उन्होंने गांव में एक स्कूल की स्थापना की | इसी गाँव में नहर के किनारे पर ही शहीद सरदार भगत सिंह जी के नाम का एक स्मारक भी बना हुआ है । जो कि इस गॉव की सौन्दर्य को बड़ा देता है । ये गॉव पहलवानों के लिए भी जाना जाता रहा है । यहाँ के लोग बहुत ही मेहनती है ।
Updated By :- पहलवान जी
भूगोल
[संपादित करें]गाँव की आबादी 1,895 जिसमें से 1,026 पुरुष एवं 869 महिलाओं की आबादी है
यातायात
[संपादित करें]अगर यात्री खैर या टप्पल की तरफ से आते है तो उन्हें जट्टारी से पिसावा जाने वाले मार्ग से वाहन मिल जाएगा । यात्री अगर चंडौस या फिर खुर्जा की तरफ से आते है तो उन्हें पिसावा से जट्टारी रोड से वाहन मिल जाएगा जट्टारी और पिसावा कस्बो से शादीपुर की दूरी 08 Km है। और ये गांव नहर के किनारे बसा हुआ है ।
आदर्श स्थल
[संपादित करें]शहीद सरदार भगत सिंह इस गांव मे 18 महीने रुके थे और उन्होंने यहाँ के लोगों को आजादी के लिए लड़ना सिखाया था,और आसपास के गाँवों के बच्चों को पढ़ाते भी थे ।
शिक्षा
[संपादित करें]गांव में शिक्षा के लिए केवल कक्षा 5 तक का विद्यालय ही है ।
https://www.jatland.com/home/Shadipur_Khair
जनसँख्या विवरणी
[संपादित करें]गाँव की जनसँख्या 1895 है, जिसमें से 1026 पुरुष एवं 869 महिलाओं की आबादी है |