वीणा पर्नाइक

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वीणा कृष्णजी पर्नाइक (जन्म १९५३ ) एक भारतीय कोशिका जीवविज्ञानी हैं और सेल्यूलर और आण्विक जीवविज्ञान के केंद्र में प्रमुख वैज्ञानिक हैं। १९७४ में वीणा परमाणिक ने मुंबई विश्वविद्यालय से एमएससी की डिग्री और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी प्राप्त की।[1] उनकी पीएचडी एंजाइम डेक्सट्रॉसोक्रस पर थी। उन्होंने १९७९ में पीएचडी प्राप्त की और फिर १९८० में उन्होंने हैदराबाद में रिसर्च एसोसिएट के रूप में केंद्र में सेल्यूलर और आणविक जीवविज्ञान (सीसीएमबी) के केंद्र में काम करने के लिए भारत लौट आए।

डॉ. पर्नाइक ने कई सालों (१९९१-१९९४, २००३-२००५, और २००७-२००९) के लिए भारतीय जीवनी सेल बायोलॉजी की कार्यकारी समिति में कार्य किया है।

वह २०११ से २०१३ तक सोसायटी के अध्यक्ष के रूप में काम किया है। २००८ में उन्हें बेंगलुरु में भारतीय एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य चुना गया था और २०११ में उन्होंने जेसी बोस फैलोशिप प्राप्त की।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "INSA". www.insaindia.org. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-11-17.