"भूमध्यरेखीय जलवायु": अवतरणों में अंतर
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भूमध्य रेखा के समीप उसके दोनों ओर ५ डिग्री उत्तरी एवं ५ डिग्री दक्षिणी अक्षांशों के मध्य मुख्यतः कांगो नदी (ज़ायर) के बेसिन एवं गिनी तट में भूमध्यरेखीय जलवायु पाई जाती है। भूमध्य रेखा की समीपता के कारण यहाँ वर्ष भर गर्म व नम जलवायु पाई जाती है। वर्ष भर प्रतिदिन दिन के तीसरे पहर बादलों की गरज एवं बिजली की चमक के साथ मूसलाधार संवाहनिक वर्षा होती है। इसे चार बजे वाली वर्षा भी कहते हैं। वार्षिक वर्षा का औसत २०० से २५० सेंटीमीटर है। |
भूमध्य रेखा के समीप उसके दोनों ओर ५ डिग्री उत्तरी एवं ५ डिग्री दक्षिणी अक्षांशों के मध्य मुख्यतः कांगो नदी (ज़ायर) के बेसिन एवं गिनी तट में भूमध्यरेखीय जलवायु पाई जाती है। भूमध्य रेखा की समीपता के कारण यहाँ वर्ष भर गर्म व नम जलवायु पाई जाती है। वर्ष भर प्रतिदिन दिन के तीसरे पहर बादलों की गरज एवं बिजली की चमक के साथ मूसलाधार संवाहनिक वर्षा होती है। इसे चार बजे वाली वर्षा भी कहते हैं। वार्षिक वर्षा का औसत २०० से २५० सेंटीमीटर है। |
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05:16, 20 जुलाई 2010 का अवतरण
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भूमध्य रेखा के समीप उसके दोनों ओर ५ डिग्री उत्तरी एवं ५ डिग्री दक्षिणी अक्षांशों के मध्य मुख्यतः कांगो नदी (ज़ायर) के बेसिन एवं गिनी तट में भूमध्यरेखीय जलवायु पाई जाती है। भूमध्य रेखा की समीपता के कारण यहाँ वर्ष भर गर्म व नम जलवायु पाई जाती है। वर्ष भर प्रतिदिन दिन के तीसरे पहर बादलों की गरज एवं बिजली की चमक के साथ मूसलाधार संवाहनिक वर्षा होती है। इसे चार बजे वाली वर्षा भी कहते हैं। वार्षिक वर्षा का औसत २०० से २५० सेंटीमीटर है।