"महाद्वीपीय जलवायु": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Koppen World Map D.png|right|thumb|300px|दक्षिणी गोलार्ध में महाद्वीपीय जलवायु नहीं पायी जाती।]] |
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'''महाद्वीपीय जलवायु''' (Continental climate) वह [[जलवायु]] है जिसमें वर्ष में तापमान में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है। इन क्षेत्रों के आसपास जलराशि के बड़े भण्डारों की कमी के कारण ऐसा होता है। प्रायः शीत ऋतु में तापमान इतना कम होता है कि हर वर्ष कुछ अवधि के लिए बर्फ जम जाती है जबकि ग्रीष्म ऋतु में तापमान मध्यम रहता है। |
'''महाद्वीपीय जलवायु''' (Continental climate) वह [[जलवायु]] है जिसमें वर्ष में तापमान में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है। इन क्षेत्रों के आसपास जलराशि के बड़े भण्डारों की कमी के कारण ऐसा होता है। प्रायः शीत ऋतु में तापमान इतना कम होता है कि हर वर्ष कुछ अवधि के लिए बर्फ जम जाती है जबकि ग्रीष्म ऋतु में तापमान मध्यम रहता है। |
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उतरी भारत में अत्यधिक ठंड पड़ने के मुख्य कारणो मे से एक यह भी है। (NCERT) |
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== इन्हें भी देखें== |
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17:53, 12 फ़रवरी 2022 के समय का अवतरण
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महाद्वीपीय जलवायु (Continental climate) वह जलवायु है जिसमें वर्ष में तापमान में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है। इन क्षेत्रों के आसपास जलराशि के बड़े भण्डारों की कमी के कारण ऐसा होता है। प्रायः शीत ऋतु में तापमान इतना कम होता है कि हर वर्ष कुछ अवधि के लिए बर्फ जम जाती है जबकि ग्रीष्म ऋतु में तापमान मध्यम रहता है।