"हंसल मेहता": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
Rescuing 5 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:

{{ज्ञानसन्दूक व्यक्ति
{{ज्ञानसन्दूक व्यक्ति
| name = हंसल मेहता
| name = हंसल मेहता
| image =
| image = Hansal Mehta.jpg
| caption=Hansal Mehta at an event for Aligarh (2015)
| caption=Hansal Mehta at an event for Aligarh (2015)
| birth_date={{birth based on age as of date |46|2014|April|22}}<ref name=ethnicity/>
| birth_date={{birth based on age as of date |46|2014|April|22}}<ref name=ethnicity/>
पंक्ति 13: पंक्ति 12:
| occupation = फिल्म निर्देशक, निर्माता, लेखक
| occupation = फिल्म निर्देशक, निर्माता, लेखक
}}
}}
[[File:Hansal Mehta and Safeena Husain.jpg]]

'''हंसल मेहता''' एक भारतीय फिल्म निर्देशक, लेखक, अभिनेता और निर्माता हैं। मेहता ने करियर (1 993-2000) के खाना खज़ाना श्रृंखला के साथ टेलीविजन में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में ... जयते (१९९९ ), दिल पे मत ले यार (२००० ) और छल (२००२ ) जैसी फिल्मे बनायीं । वह शाहिद फिल्म के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं, जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए 2013 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता । इसके बाद उन्होंने सिटी लाइट्स (2014), अलीगढ़ (2016) और सिमरन (2017) को निर्देशित किया।<ref name=diff>{{cite web |title=61st National Film Awards For 2013 |url=http://www.dff.nic.in/List%20of%20Awards.pdf# |publisher=Directorate of Film Festivals |date=16 April 2014 |accessdate=2014-04-16 |archive-url=https://web.archive.org/web/20140416181218/http://www.dff.nic.in/List%20of%20Awards.pdf |archive-date=16 अप्रैल 2014 |url-status=dead }}</ref>
'''हंसल मेहता''' एक भारतीय फिल्म निर्देशक, लेखक, अभिनेता और निर्माता हैं। मेहता ने करियर (1 993-2000) के खाना खज़ाना श्रृंखला के साथ टेलीविजन में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में ... जयते (१९९९ ), दिल पे मत ले यार (२००० ) और छल (२००२ ) जैसी फिल्मे बनायीं । वह शाहिद फिल्म के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं, जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए 2013 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता । इसके बाद उन्होंने सिटी लाइट्स (2014), अलीगढ़ (2016) और सिमरन (2017) को निर्देशित किया।<ref name=diff>{{cite web |title=61st National Film Awards For 2013 |url=http://www.dff.nic.in/List%20of%20Awards.pdf# |publisher=Directorate of Film Festivals |date=16 April 2014 |accessdate=2014-04-16 |archive-url=https://web.archive.org/web/20140416181218/http://www.dff.nic.in/List%20of%20Awards.pdf |archive-date=16 अप्रैल 2014 |url-status=dead }}</ref>



12:38, 7 अप्रैल 2021 का अवतरण

हंसल मेहता

Hansal Mehta at an event for Aligarh (2015)
जन्म 1967/1968 (55–56 आयु)[1]
पेशा फिल्म निर्देशक, निर्माता, लेखक
कार्यकाल 1993–present
गृह-नगर मुंबई, महाराष्ट्र, भारत [1]
जीवनसाथी सफीना हुसैन
माता-पिता किशोरी मेहता (मां)
पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ दिग्दर्शन एवं सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार,
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

हंसल मेहता एक भारतीय फिल्म निर्देशक, लेखक, अभिनेता और निर्माता हैं। मेहता ने करियर (1 993-2000) के खाना खज़ाना श्रृंखला के साथ टेलीविजन में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में ... जयते (१९९९ ), दिल पे मत ले यार (२००० ) और छल (२००२ ) जैसी फिल्मे बनायीं । वह शाहिद फिल्म के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं, जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए 2013 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता । इसके बाद उन्होंने सिटी लाइट्स (2014), अलीगढ़ (2016) और सिमरन (2017) को निर्देशित किया।[2]

व्यक्तिगत जीवन

हंसल मेहता एक गुजराती भाषी हैं , जिसका जन्म मुंबई के मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था।

कैरियर

मेहता ने टीवी शो खाना खजाना के साथ निर्देशन करके १९९३ में अपना करिअर शुरू किया, इस प्रकार ज़ी टीवी पर सेलिब्रिटी शेफ संजीव कपूर के टेलिविज़न कैरियर की शुरुआत की। इसके अलावा, मेहता ने अमृता (१९९४ ), हाइवे (१९९५ ), यादें (१९९५ ), लक्ष्य (१९९८ ), नीति (१९९८ ) और कई और टेलीविजन श्रृंखलाओं का भी निर्देशन किया।

उन्होंने एक फीचर फिल्म निर्देशक के रूप में अपनी पहली शुरुआत ...जयते नामक फिल्म से की थी जो हैदराबाद, भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में भारतीय पैनोरमा 1999-2000 का हिस्सा थी । यह बाद में दिल पे मत ले यार का निर्देशन किया। उसी साल बाद में छल (2002) , एक शैली वाली गैंगस्टर फिल्म आई जिसे उनकी पिछली फिल्मों की तुलना में अधिक प्रशंसा मिले थी।

मेहता वास्तव में राजकुमार राव के साथ अपनी फिल्म शाहिद (2013) के लिए जाने जाते है । शाहिद का 2012 में टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में विश्व स्तर पर प्रदर्शन हुआ। था, जिसके बाद दुनिया भर में कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में इसका प्रदर्शन हुआ। बाद में इस फिल्म को डिज़नी-यूटीवी ने अधिग्रहण कर लिया और अक्टूबर 2013 में वाणिज्यिक तौर पर रिलीज़ किया। ये ,मानवाधिकार वकील शाहिद आज़मी के जीवन पर बानी फिल्म थी , जिनकी 2010 में हत्या कर दी गई थी। हंसल को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए 61 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया जबकि राजकुमार राव ने शाहिद के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का 61 वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता ।[3][4]

शाहिद की सफलता के बाद, हंसल मेहता ने राजकुमार राव के साथ मिलकर फॉक्स स्टार स्टूडियो और महेश भट्ट के लिए प्रशंसित सिटी लाइट्स (ब्रिटिश हिट ' मेट्रो मनीला ' का एक आधिकारिक रूपांतर) बनाने के लिए फिर से काम किया। सिटीलाईट के बाद, मेहता ने , अलीगढ़ (2016) फिल्म को निर्देशित किया जो एक मराठी प्रोफेसर और कवि पर आधारित है जिसे समलैंगिक होने के लिए अपने विश्वविद्यालय द्वारा निलंबित किया गया था। यह फिल्म 20 वीं बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह का प्रीमियर बीएफआई लंदन फिल्म फेस्टिवल द्वारा किया गया। अलीगढ़ 17 वीं जिओ मामी मुंबई फिल्म महोत्सव में पुरस्कृत पहली फिल्म थी। उनके लंबे समय सहयोगी अपूर्व असरानी ( छल, शाहिद, सिटीलाईट्स में साथ काम किया था ) की एक स्क्रिप्ट के आधार पर अलीगढ़ ने मेहता के पसंदीदा अभिनेता मनोज बाजपेयी (जिनका साथ उन्हें दो साल बाद दिल पे मत ले यार के बाद पुनः मिला) आशीष विद्यार्थी (1995 ,हाइवे के बाद ) और राजकुमार राव (शाहिद के बाद से उनका तीसरा प्रोजेक्ट )के साथ पूर्ण किया । अलीगढ़ को इरॉस इंटरनेशनल द्वारा पेश किया गया और सह-उत्पादन किया गया।

फिल्मोग्राफी

Key
Film yet to release Denotes films that have not yet been released
Title Release Dates Notes
खाना खज़ाना 1993–2000
अमृता 1994
कलाकार 1996
दूरियां 1999
दिल पे मत ले यार 2000
ये क्या हो रहा है 2002
दस कहानिया 2007
वुडस्टॉक विला 2008
राख 2010
शाहिद 2013
सिटीलाइट्स 2014
अलीगढ 2015
द लास्ट लेटर 2016 Short film
सिमरन 2017
बोस डेड ऒर अलाइव 2017 Web series
ऑमेट्रा 2018
द एक्सीडेंटल प्राइममिनिस्टर 2018 Creative producer

पुरस्कार

सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार[5] 2013 : शाहिद

संदर्भ

  1. Gupta, Priya (Apr 22, 2014). "Hansal Mehta: Rejection really scares me". The Times of India. मूल से 20 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अप्रैल 2018. I am a Gujarati and come from a middle-class happy family from Mumbai.
  2. "61st National Film Awards For 2013" (PDF). Directorate of Film Festivals. 16 April 2014. मूल (PDF) से 16 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-04-16.
  3. "Film remembers Indian lawyer Shahid Azmi as symbol of hope". BBC. 28 September 2012. मूल से 26 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 May 2013.
  4. "The 'unlikely' lawyer as an unlikely hero". Indian Express. 9 August 2012. मूल से 10 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 August 2012. A movie based on the lawyer and human rights activist..
  5. "61st National Film Awards" (PDF). Directorate of Film Festivals. 16 April 2014. मूल (PDF) से 16 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 April 2014.