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संविधान के मूलसंरचना का सिद्धांत'
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<span style="font-size:16pt">निर्वाचित लेख उम्मीदवार</span>
[[चित्र:Star½.svg|left|50px|निर्वाचित लेख उम्मीदवार का सिम्बल]]
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केशवानंद भारती का नाम भारत के इतिहास में दर्ज रहेगा. 47 साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने 'केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल' मामले में एक ऐतिहासिक निर्णय सुनाया था जिसके अनुसार #संविधान की प्रस्तावना के मूलढांचे को बदला नहीं जा सकता.'
<!--FAtop--><div class="boilerplate metadata afd vfd xfd-closed" style="background-color: #E6F2FF; margin: 2em 0 0 0; padding: 0 10px 0 10px; border: 1px solid #AAAAAA;">
केरल में इडनीर नाम का एक हिन्दू मठ है. केशवानंद भारती इसी मठ के प्रमुख थे. इडनीर मठ केरल सरकार के भूमि-सुधार क़ानूनों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट गया था. इस क़ानून के तहत मठ की 400 एकड़ में से 300 एकड़ ज़मीन पट्टे पर खेती करने वाले लोगों को दे दी गई थी.केशवानंद भारती उन्होंने 29वें संविधान संशोधन को भी चुनौती दी थी जिसमें संविधान की नौवीं अनुसूची में केरल भूमि सुधार अधिनियम, 1963 शामिल था. इसकी वजह से इस क़ानून को चुनौती नहीं दी जा सकती थी क्योंकि इससे संवैधानिक अधिकारों का हनन होता.
:''निम्नलिखित [[विकिपीडिया:निर्वाचित लेख|निर्वाचित लेख]] नामांकन का पुरालेख है। <span style="color:red">'''कृपया इसमें बदलाव ना करें।'''</span> अगर आप को इस नामांकन सम्बंधित कोई टिप्पणी करनी है तो अपनी टिपण्णी लेख के वार्ता पृष्ठ या [[विकिपीडिया वार्ता:निर्वाचित लेख उम्मीदवार]] पर छोड़ें। अब इस अनुभाग में किसी भी प्रकार का कोई सम्पादन नहीं होना चाहिए।''
"भूमि सुधार क़ानून के ज़रिए धार्मिक संस्थानों के (संविधान के अनुच्छेद-25 के तहत दिये गए) अधिकार छीन लिए गए थे."
स्वामी जी, जिन्हें केरल का शंकराचार्य भी कहा जाता है, वे संवैधानिक अधिकारों के मसले को क़ानूनी चुनौती देने वाला चेहरा बने. इस मामले के ज़रिए 1973 में सुप्रीम कोर्ट के सामने ये सवाल आया कि क्या संसद को यह अधिकार है कि वो संविधान की मूल प्रस्तावना को बदल सके?


'इस मामले में भारती को व्यक्तिगत राहत तो नहीं मिली लेकिन 'केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल' मामले की वजह से एक महत्वपूर्ण संवैधानिक सिद्धांत का निर्माण हुआ
यह लेख 08:44, मंगलवार, 7 अक्टूबर 2014 को [[सदस्य:संजीव कुमार|संजीव कुमार]] द्वारा पदोन्नत किया गया।
जिसने संसद की संशोधन करने की शक्ति को सीमित कर दिया.
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एमपी स्टार MPstar.in एक न्यूज़ वेबसाइट है जिसमें सीधी शहर के साथ-साथ विंध्य क्षेत्र एवं एमपी के समाचार प्रकाशित किए जाते हैं
इस मामले की सुनवाई 68 दिनों तक चली थी और मुख्य न्यायाधीश एस एम सिकरी की अध्यक्षता वाली 13 जजों की बेंच ने यह ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया था. 13 जजों की बेंच में से सात जजों ने बहुमत से फ़ैसला दिया गया कि
'संसद की शक्ति संविधान संशोधन करने की तो है लेकिन संविधान की प्रस्तावना के मूल ढांचे को नहीं बदला जा सकता और कोई भी संशोधन प्रस्तावना की भावना के ख़िलाफ़ नहीं हो सकता.'

न्यायिक समीक्षा, पंथनिरपेक्षता, स्वतंत्र चुनाव व्यवस्था और लोकतंत्र को संविधान का मूल ढांचा कहा गया और साफ़ किया गया कि संसद की शक्तियां संविधान के मूल ढांचे को बिगाड़ नहीं सकतीं, संविधान की प्रस्तावना इसकी आत्मा है और पूरा संविधान इसी पर आधारित है.

इस फ़ैसले के कारण उन्हें 'संविधान का रक्षक' भी कहा जाता था. हालांकि जिस मामले के लिए उन्होंने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था, उसका विषय अलग था. केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल मामले के ऐतिहासिक फ़ैसले से कई विदेशी संवैधानिक अदालतों ने भी प्रेरणा ली.


==[[नूर इनायत ख़ान]]==
==[[नूर इनायत ख़ान]]==

10:39, 4 अक्टूबर 2020 का अवतरण

संविधान के मूलसंरचना का सिद्धांत'

केशवानंद भारती का नाम भारत के इतिहास में दर्ज रहेगा. 47 साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने 'केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल' मामले में एक ऐतिहासिक निर्णय सुनाया था जिसके अनुसार #संविधान की प्रस्तावना के मूलढांचे को बदला नहीं जा सकता.' केरल में इडनीर नाम का एक हिन्दू मठ है. केशवानंद भारती इसी मठ के प्रमुख थे. इडनीर मठ केरल सरकार के भूमि-सुधार क़ानूनों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट गया था. इस क़ानून के तहत मठ की 400 एकड़ में से 300 एकड़ ज़मीन पट्टे पर खेती करने वाले लोगों को दे दी गई थी.केशवानंद भारती उन्होंने 29वें संविधान संशोधन को भी चुनौती दी थी जिसमें संविधान की नौवीं अनुसूची में केरल भूमि सुधार अधिनियम, 1963 शामिल था. इसकी वजह से इस क़ानून को चुनौती नहीं दी जा सकती थी क्योंकि इससे संवैधानिक अधिकारों का हनन होता.

"भूमि सुधार क़ानून के ज़रिए धार्मिक संस्थानों के (संविधान के अनुच्छेद-25 के तहत दिये गए) अधिकार छीन लिए गए थे." 

स्वामी जी, जिन्हें केरल का शंकराचार्य भी कहा जाता है, वे संवैधानिक अधिकारों के मसले को क़ानूनी चुनौती देने वाला चेहरा बने. इस मामले के ज़रिए 1973 में सुप्रीम कोर्ट के सामने ये सवाल आया कि क्या संसद को यह अधिकार है कि वो संविधान की मूल प्रस्तावना को बदल सके?

'इस मामले में भारती को व्यक्तिगत राहत तो नहीं मिली लेकिन 'केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल' मामले की वजह से एक महत्वपूर्ण संवैधानिक सिद्धांत का निर्माण हुआ

जिसने संसद की संशोधन करने की शक्ति को सीमित कर दिया.

इस मामले की सुनवाई 68 दिनों तक चली थी और मुख्य न्यायाधीश एस एम सिकरी की अध्यक्षता वाली 13 जजों की बेंच ने यह ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया था. 13 जजों की बेंच में से सात जजों ने बहुमत से फ़ैसला दिया गया कि 'संसद की शक्ति संविधान संशोधन करने की तो है लेकिन संविधान की प्रस्तावना के मूल ढांचे को नहीं बदला जा सकता और कोई भी संशोधन प्रस्तावना की भावना के ख़िलाफ़ नहीं हो सकता.'

न्यायिक समीक्षा, पंथनिरपेक्षता, स्वतंत्र चुनाव व्यवस्था और लोकतंत्र को संविधान का मूल ढांचा कहा गया और साफ़ किया गया कि संसद की शक्तियां संविधान के मूल ढांचे को बिगाड़ नहीं सकतीं, संविधान की प्रस्तावना इसकी आत्मा है और पूरा संविधान इसी पर आधारित है.

इस फ़ैसले के कारण उन्हें 'संविधान का रक्षक' भी कहा जाता था. हालांकि जिस मामले के लिए उन्होंने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था, उसका विषय अलग था. केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ़ केरल मामले के ऐतिहासिक फ़ैसले से कई विदेशी संवैधानिक अदालतों ने भी प्रेरणा ली.

उपकरण
(प्रस्तावक: --माला चौबेवार्ता 06:44, 8 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

आज अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस है। विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। नूर इनायत खान द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय मूल की मित्र देशों की जासूस थी, जिनके बलिदान और साहस की गाथा ब्रिटेन और फ्रांस में खूब गाई जाती हैं। इसलिए आज के दिन को विशेष दिन मानते हुये इस पृष्ठ को निर्वाचित लेख हेतु नामांकित किया जा रहा है। इस पृष्ठ की बनावट, रचनात्मकता और विषयवस्तु सन्दर्भ सहित व भरपूर है।--माला चौबेवार्ता 06:45, 8 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

लेख की भूमिका बहुत छोटी है। कृपया इसे लेख के अनुसार पर्याप्त आकार दें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:55, 8 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
धन्यवाद संजीव जी, लेख की भूमिका और उसके अनुभागों में पर्याप्त विस्तार दिया गया है। और कोई सुझाव हो तो बताएं।

--माला चौबेवार्ता 13:10, 8 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

 समर्थन मैं माला जी के प्रस्ताव का समर्थन करता हूँ। --04:37, 9 मार्च 2014 (UTC)मुज़म्मिल (वार्ता)

सुझाव: यदि इसमें यह चित्र भी दे दिया जाये तो सोने पे सुहागा! डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 08:51, 10 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

Krantmlverma जी, आपके सुझाव के आलोक में लेख के साथ उपरोक्त चित्र जोड़ दिये गए हैं।

--माला चौबेवार्ता 08:48, 15 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

 समर्थन अब यह लेख निर्वाचित करने योग्य हो गया है।--प्रतीक मालवीयवार्ता 11:59, 10 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
टिप्पणी
  1. भूमिका लेख का सार होती है, उसमें सन्दर्भ देने के स्थान पर वहाँ लिखे हुये वाक्य का आगे विस्तार से वर्णन आता है। उस वर्णन में उसके सन्दर्भ जोड़े जाते हैं।
  2. प्रारम्भिक जीवन नामक अनुभाग में लिखा है कि वो टीपू सुल्तान की प्रपौत्री थीं जबकि इसके आगे दिये गए सन्दर्भ के अनुसार वो टीपू सुल्तान की वंशज थी। चूँकि प्रपौत्री का अर्थ पुत्र के पुत्र की पुत्री होता है जबकि उस अंग्रेज़ी में लिखे वाक्य के अनुसार यह सिद्ध नहीं होता है। चूँकि प्रपोत्री शब्द पितृ पक्ष से सम्बद्ध रखता है बल्कि ग्रेट-ग्रेट-ग्रेट-ग्रांडमदर का सम्बंध पितृ अथवा मातृ पक्ष में अन्तर नहीं करता अतः कृपया उचित सन्दर्भ दें।
  3. लेख के अधिकतर अनुभाग केवल उन्हें महान महिला सिद्ध करने के प्रयास में लिखे गये हैं जिनका दृष्टिकोण निष्पक्ष करने की आवश्यकता है। उदाहरणार्थ "दु:खद अंत" नामक अनुभाग में एक वाक्य लिखा है - "इतनी बहादुर महिला का अंत इतना दुखदाई क्यों हुआ।" क्या यह व्याकरण एवं लेख की गुणवता आंकने के आधार पर ठीक है?
  4. कृपया सन्दर्भों में सुधार करें और आवश्यकता पड़ने पर {{cite book}}, {{cite web}} आदि साँचों का प्रयोग करें।
कृपया उपरोक्त सुधार करने का प्रयास करें इसके बाद लेख में और सुझाव दिये जायेंगे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:10, 10 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
संजीव जी, आपके सुझाव के आलोक में लेख में समुचित सुधार कर दिये गए हैं। कोई और सुझाव हो तो बताएं।

--माला चौबेवार्ता 08:48, 15 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]

कृपया लेख के वार्ता पृष्ठ पर मेरी टिप्पणियाँ देखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:35, 29 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
मुझे लगता है लेख में पर्याप्त सुधार हो चुके हैं अतः अब इसे निर्वाचित कर देना चाहिए। कुछ दिनों (लगभग एक सप्ताह) के लिए अन्य सदस्यों के विचार भी देख लेते हैं अन्यथा अगले रविवार (२७ अप्रैल) तक कोई टिप्पणी नहीं आती है तो लेख को निर्वाचित कर दिया जायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:06, 21 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद संजीव जी,--माला चौबेवार्ता 11:43, 23 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
इस लेख को मैंने आज देखा, अच्छा लेख है परन्तु अभी इस लेख में अनेक त्रुटियाँ दिख रही हैं, कुछ को यहाँ इंगित कर रहा हूँ..... आप ठीक समझें तो मैं इस लेख की वर्तनीगत त्रुटियों को ठीक कर दूँ......

अपने चारो भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। [ थी के स्थान पर " थीं " करें] उन्हें वीणा बजाने का उन्हें शौक जूनून की हद तक था। [ वाक्य में उन्हें अतिरिक्त है, इसे हटायें] वे टीपू सुल्तान की वंशज थीं। - [दो बार यह वाक्य आया है] .... और पियानो की धुन पर संगीत का प्रसार करने लगी। ... [ "प्रसार करने लगीं " पर विचार करें..]--डा० जगदीश व्योमवार्ता 15:23, 23 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Dr.jagdish:जी, आपके सुझाव के अनुसार वर्तनीगत त्रुटियों को ठीक कर दिया गया है। यदि आपको कोई और त्रुटियाँ दिख रही हो तो आप स्वतंत्र हैं इस लेख की वर्तनीगत त्रुटियों को ठीक करने के लिए। अवश्य सुधार करें और एक श्रेष्ठ व निर्वाचित लेख बनाने की दिशा में सहयोग करें। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 05:06, 24 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
बिल विलियम कॉम्पटन की टिप्पणियाँ
  • भूमिका
    1. उर्दू में नाम लिखने का कारण?
    2. Endash का इस्तेमाल करें।
    3. "भारतीय मूल की गुप्तचर थी", ये भारतीय मूल की किस राष्ट्र की नागरिक थीं? स्पष्ट करें।
    4. 'द्वितीय विश्व युद्ध' को विकिलिंक करें।
    5. "जिसने" की जगह 'जिन्होंने' इस्तेमाल करें।
    6. "वे फ्रांस में काम करती थीं", फ्रांस में किस प्रकार का "काम" करती थीं?
    7. फ्रांस को दो ब़ार विकिलिंक ना करें।
    8. "पूछताछ करने वालों ने उनसे कोई राज नहीं उगलवा पाया", ये पूछताछ करने वाले कौन थे? फ़्रांसीसी सरकार, सेना या कोई और?
    9. "उनके बलिदान और साहस की गाथा ब्रिटेन और फ्रांस में खूब गाई जाती है", इस वाक्य को तटस्थ बनाएँ। इस वाक्य से यह प्रतीत होता है कि इनकी प्रसिद्धि जोन ऑफ़ आर्क की तरह है।
    10. "ब्रिटेन और फ्रांस", यहाँ अभिप्राय ब्रिटेन द्वीप से है या यूनाईटेड किंगडम से?
    11. "किसी एशियाई अथवा भारतीय महिला", भारतीय महिलाएँ भी एशियाई हैं इसलिए 'भारतीय महिला' अनावश्यक है।
    12. "सर्वोच्च सम्मान" नहीं 'सर्वोच्च नागरिक सम्मान'
    13. "जॉर्ज क्रास" नहीं 'जॉर्ज क्रॉस'
    14. 'ब्रिटेन' को पुनः विकिलिंक ना करें।
    15. किसी भी शब्द या विषय को विकिलिंक उसके सबसे पहले सन्दर्भ में किया जाता है। उदाहरण के लिए 'द्वितीय विश्व युद्ध' को ऊपर ही विकिलिंक करना चाहिए था ना कि दूसरे अनुच्छेद में।
    16. एक शब्द या विषय को ब़ार-ब़ार विकिलिंक नहीं किया जाता, अकेली भूमिका में ही 'फ्रांस' को पाँच-पाँच ब़ार विकिलिंक किया गया है। बल्कि जो समान्य बोध के शब्द हैं उन्हें तो विकिलिंक किया ही नहीं जाता क्योंकि इससे पाठक का ध्यान अन्य महत्वपूर्ण वाक्यों या शब्दों से भंग होता है। उदाहरण के लिए शायद ही कोई हिन्दी भाषी होगा जिसे 'भारत' या 'महिला' का अर्थ ना पता हो।
    17. 'नाजी' कोई शब्द नहीं है। सही शब्द 'नाज़ी' है व इसे भी 'नाज़ी जर्मनी' से लिंक करें।
    18. "उनके फ्रांस पहुंचने पर उनके सभी साथियों को नाजी जर्मनी की खुफिया पुलिस गेस्टापो ने गिरफ्तार कर लिया था।", क्या इस गिरफ़्तारी में खान भी शामिल थीं?
    19. "वे फ्रांस व ब्रिटेन के बीच अकेली कड़ी थीं", किस प्रकार की कड़ी?
    20. 'जीनी-मेरी-रेन्नीएर' गलत उचारण है, यह 'जीन-मरी रेनिया' सही वर्तनी होगी व यूरोपीय नामो में हायफ़न केवल दो शब्दों के बीच आता है ना कि एक के बाद एक।
    21. भूमिका में सन्दर्भ का इस्तेमाल ना करें।

कुछ समय से मैं निजी जीवन में व्यस्त हूँ इसलिए विकी की गतिविधियों में ठीक से भाग नहीं रहा हूँ। यहाँ देर से टिप्पणियाँ छोड़ने के लिए क्षमा चाहता हूँ परन्तु वर्तमान अवस्था में लेख निर्वाचित बनने से बहुत दूर है। मैं अनुभाग अनुसार टिप्पणियाँ छोड़ता जाऊँगा। मैं थोड़ा हैरान इस बात से भी हूँ कि संजीव जी के आलावा किसी और सदस्य ने स्पष्ट दिख रहीं त्रुटियों पर ध्यान कैसे नहीं दिया? निर्वाचित लेख उम्मीदवार समर्थन के आधार पर नहीं अपितु टिप्पणियों की गंभीरता और उनके अनुसार हुए सुधारों के आधार पर पदोन्नत किए जाते हैं।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 11:13, 24 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Bill william compton:जी, सर्वप्रथम आपका आभार कि देर से ही सही आपकी नज़र इस लेख की कमियों पर गई। आपके सुझाव के आलोक में समुचित संशोधन करते हुये भूमिका से संदर्भ हटा दिये गए है। मैं भी मानती हूँ कि वर्तमान अवस्था में लेख निर्वाचित बनने से बहुत दूर है। अब चूंकि आपकी नज़र पड़ गई है, इसलिए मुझे उम्मीद है, कि अब यह लेख निश्चित रूप से निर्वाचित बनने की मानक प्रक्रियाओं के सन्निकट आ जाएगा। आपका पुन: आभार और शुभकामनायें भी कि आप शीघ्र अपने निजी जीवन की व्यस्तता से बाहर निकल कर पूर्व की तरह हम सबका मार्गदर्शन करेंगे।--माला चौबेवार्ता 08:18, 25 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

माला जी, निर्वाचित लेख जांच के समय अगर कोई सदस्य टिप्पणी करता है तो वह लेखक से उम्मीद रखता है कि लेखक उसकी हर एक टिप्पणी का उत्तर दे। उदाहरण के लिए इस पृष्ठ को देखें कि किस प्रकार नामांकनकर्ता ने टिप्पणी करने वाले सदस्यों को उत्तर दिए हैं। ऐसा करने से यह फ़ायदा रहता है कि टिप्पणी करने वाले सदस्य को ब़ार-ब़ार एक-एक टिप्पणी के लिए पृष्ठ की जांच नहीं करनी पड़ती। साथ ही नामांकनकर्ता अपने बदलाव का सारांश भी दे देता है जिससे उसके द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में पता चल जाता है। एक और बात जोड़ना चाहूँगा कि हर टिप्पणी का अर्थ यह नहीं है कि उसे एकदम से मान लिया जाए, अगर आपको लगता है कि की गई टिप्पणी वाजिब नहीं है तो अपना मत स्पष्ट करें। जैसे मैने बस यह पूछा था कि विषय का नाम उर्दू में क्यों लिखा गया है, मुझे अबतक नहीं पता चला कि नाम क्यों लिखा गया था और उसे क्यों हटा लिया गया; मैं हटाने के लिए नहीं कह रहा था।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 14:03, 26 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

ऐसा प्रतीत होता है कि इस लेख में अंग्रेज़ी विकिपीडिया के लेख en:Noor Inayat Khan से अनुवाद किया गया है, परन्तु इसके इतिहास में या इसके वार्ता पृष्ठ पर कहीं इसका श्रेय नहीं जोड़ा गया है। इस सम्बन्ध में वि:अन्य विकिमीडिया परियोजनाओं से सामग्री लेना देखें, और उपयुक्त रूप से {{अनूदित पृष्ठ}} का प्रयोग करें। इसके अतिरिक्त ऐसा प्रतीत होता है कि विषय का एक उद्धरण (quotation, not citation) महिला सहकर्मी, वायु सेना भाग में अनूदित किया गया है। यदि यह अनुवाद विकिपीडिया पर ही किया गया है (अर्थात अनुवाद अपने-आप में किसी बाहरी स्रोत से नहीं है), तो उस उद्धरण के स्रोत में मूल उद्धरण quote के तौर पर जोड़ना चाहिए (cite साँचे में quote प्राचल)।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 15:41, 25 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Siddhartha Ghai:जी, मुझे इस बात की खुशी है, कि देर से ही सही किन्तु बिल जी के बाद आपकी भी प्रतिक्रियाएँ मिली। पहली बात तो यह कि इस लेख को न तो अंग्रेज़ी विकिपीडिया के लेख en:Noor Inayat Khan से आयातित किया गया है और न अनूदित ही। हाँ कुछ अनुभाग जैसे महिला सहकर्मी, वायु सेना और विशेष अभियान के कार्यकारी एफ सेक्सन एजेंट के रूप में जासूसी आदि में कहीं-कहीं कतिपय महत्वपूर्ण जानकारियाँ अवश्य ली गई है। महिला सहकर्मी, वायु सेना भाग में आपके द्वारा जिस quote की बात की गई है वह उन्हीं महत्वपूर्ण जानकारियों में से एक है। जहां तक इसे cite साँचे में quote प्राचल जोड़ने का प्रश्न है, तो मैं जोड़ देती हूँ।--माला चौबेवार्ता 05:46, 26 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

लेख देख कर तो मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि जानकारी लेते समय वाक्य-दर-वाक्य अनुवाद किया गया है, जो कि close paraphrasing में आता है और इसलिए {{अनूदित पृष्ठ}} (अथवा श्रेय प्रदान करने के किसी अन्य तरीके) का प्रयोग आवश्यक हो जाता है। मैं बिल से अनुरोध करूँगा कि वे भी एक बार पृष्ठ को इस नज़रिए से जाँच लें, ख़ास कर उन भागों को जिनमें आपका कहना है कि जानकारी अंग्रेज़ी विकिपीडिया से ली गयी है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 11:18, 26 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
माला जी, लेख की भूमिका से ही यह पता चल रहा है कि अंग्रेज़ी विकी से काफ़ी अंश लिया गया है। {{अनूदित पृष्ठ}} लगाने से कॉपीराइट समस्या नहीं होगी। अनूदित पृष्ठों की बड़ी संख्या होने के कारण मैं भी मानता हूँ कि हर ऐसे पृष्ठ पर सांचे का इस्तेमाल मुश्किल है परन्तु निर्वाचित सामग्री हमारा उत्कृष्ट कार्य होता है, हमें इसके निर्माण में उत्कृष्ट प्रक्रिया ही अपनानी चाहिए।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 14:03, 26 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
माला जी, इस लेख में अभी कुछ परिश्रम करने की आवश्यकता प्रतीत हो रही है.... कुछ वाक्य व्याकरणिक दृष्टि से सुधार माँगते हैं.... जैसे-

" मूल की ब्रिटिश गुप्तचर थी " "थी" क्रिया एक वचन में है.... " पहली महिला वायरलेस ऑपरेटर थीं। " यहाँ "थीं " क्रिया आदरार्थ बहुवचन है..... --डा० जगदीश व्योमवार्ता 14:46, 26 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Bill william compton, Siddhartha Ghai, और Dr.jagdish:जी, सबसे पहले बिल जी और सिद्धार्थ जी से दुहराना चाहूंगी कि अँग्रेजी विकिपीडिया से कतिपय जानकारियाँ लेने के क्रम में संभव है कि कुछ पंक्तियाँ अनूदित दिखाई दे रही हो, किन्तु पूरा लेख अनूदित कहना मेरी समझ से परे है। फिर भी यदि आपको कॉपीराइट समस्या उत्पन्न हो रही हो तो {{अनूदित पृष्ठ}} अंकित करने में मुझे कोई समस्या नहीं है। हाँ विल जी से एक बात और कहना चाहूंगी, कि नूर का उर्दू में नाम लिखने का केवल एक ही कारण था, कि वह नाम अरबी जुबां में है और उनकी मातृभाषा भी उर्दू ही है। किन्तु मुझे लगा कि आपको उस नाम को उर्दू में रखने पर आपत्ति है। आप यदि संतुष्ट हो तो मैं पुन: जोड़ दूँगी। अब डा० जगदीश व्योम जी से मैं मुखातिब हो रही हूँ। आपने जब मुझसे पूर्व में ही पूछ लिया था, कि "आप ठीक समझें तो मैं इस लेख की वर्तनीगत त्रुटियों को ठीक कर दूँ......" और मैंने अपनी सहमति भी दे दी थी तो फिर "थी" और "थीं" की बात करने का क्या अभिप्राय है? अप जहां भी उचित समझें सुधार कर सकते हैं। आप सभी का बहुत-बहुत आभार महत्वपूर्ण सुझाव के लिए।--माला चौबेवार्ता 05:13, 28 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Mala chaubey: माला जी, आपको ये क्यों लग रहा है कि {{अनूदित पृष्ठ}} का प्रयोग करने का अर्थ है कि पूरे पृष्ठ को अनूदित कहा जा रहा है? यह साँचा तो केवल मूल लेखकों को श्रेय प्रदान करने के लिए है। और साँचे की भाषा भी कहीं भी ये नहीं कहती कि पूरा लेख अनूदित है, बल्कि सिर्फ़ ये कि उसमें अनुवाद कर के सामग्री जोड़ी गयी है। उदाहरण के तौर पर आप वार्ता:इन्दिरा गांधी देखें। और जहाँ तक मेरा विचार है, हाँ, इस पृष्ठ के वार्ता पृष्ठ पर इस साँचे को लगाना मूल लेखकों को श्रेय प्रदान करने के लिए आवश्यक है। आप भागों की जानकारी देने के लिए साँचे के प्राचलों का प्रयोग कर सकती हैं (हाँ शायद अनेक भागों के नाम जोड़ने के लिए अनेक बार प्रयोग करना पड़े)।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 09:02, 28 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Siddhartha Ghai:जी, आपके विचारों का सम्मान करते हुये मेरे द्वारा वार्ता:नूर इनायत ख़ान में {{अनूदित पृष्ठ}} का साँचा जोड़ दिया गया है।--माला चौबेवार्ता 09:23, 28 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Siddhartha Ghai, Bill william compton, संजीव कुमार, और Shubhamkanodia:जी, उपर्युक्त बदलाव किये जा चुके हैं। संभव हो तो लेख को निर्वाचित करें या और सुधार बतायें।--माला चौबेवार्ता 13:16, 5 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@Mala chaubey: सिद्धार्थ जी अपनी टिप्पणियाँ लिखकर अभी छुटी पर चले गये हैं। अगले दो-तीन दिन में (जब भी पर्याप्त समय मिला) उनकी समीक्षा मैं कर दुंगा। इसके अतिरिक्त बिल जी भी अभी काफी व्यस्त हैं अतः उनकी एक-दो सप्ताह प्रतीक्षा करना अच्छा रहेगा। यदि उनकी टिप्पणी अगले १० दिन तक नहीं आती है तो यह पृष्ठ निर्वाचित हो जायेगा। लेकिन ध्यान रहे उनकी टिप्पणी अत्यावश्यक है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:33, 5 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
'प्रारंभिक जीवन' पर टिप्पणियाँ
  1. पूरा नाम 'नूर-उन-निसा इनायत ख़ान' लिखें। भूमिका में बोल्ड भी पूरे नाम को करें।
  2. "1 जनवरी, 1914" तिथि का कोई प्रारूप नहीं है।
  3. मॉस्को को मॉस्को, रूस, लिखें। किसी भी शहर (प्रांत/राज्य) के पहले सन्दर्भ को देश के साथ लिखा जाता है।
  4. जैसा मैं ऊपर भी बता चुका हूँ कि समान्य बोध के शब्द विकिलिंक नहीं किए जाते इसलिए भारत को कड़ी ना दें।
  5. पुनः उस बिंदु पर जोर दे रहा हूँ कि 'भारत' जैसे शब्दों को विकिलिंक ना करें।
  6. "पूरा परिवार पश्चिमी देशों में ही रहने लगा", क्या परिवार पश्चिम के विभन्न देशो में अलग-अलग हो कर रहने लगा था या किसी एक देश में? अगर केवल एक या दो देश हैं तो उन्हें स्पष्ट करें। पश्चिम में कई देश आते हैं जो भ्रमित करता है।
  7. 'संगीत' को विकिलिंक करने का औचित्य?
  8. "वहीं संगीत की रुचि नूर के भीतर भी जागी और वे बच्चों के लिए जातक कथाओं पर आधारित कहानियाँ लिखने लगीं", संगीत में रूचि जागने और बच्चो के लिए कहानी लिखने में क्या सम्बन्ध है? इस वाक्य से यह प्रतीत हो रहा है कि संगीत की रूचि के कारण वे कथाएँ भी लिखने लगीं।
  9. "उनका परिवार मॉस्को, रूस से लंदन आ गया था", 'मॉस्को' और 'लंदन' को विकिलिंक ना दें। रूस के बाद कोमा आएगा।
  10. "नॉटिंग हिल" क्या है? स्कूल? स्थान? या कुछ और?
  11. "1920 में वे फ्रांस चली गईं, जहाँ वे पेरिस", 'फ्रांस' और 'पेरिस' को विकिलिंक ना दें।
  12. "यह घर उन्हें सूफ़ी आंदोलन के एक अनुयाई के द्वारा उपहार में मिला था", किसे घर उपहार में दिया गया था? इन्हें या इनके परिवार को?
  13. बौद्धों को बौद्ध धर्म से विकिलिंक दें।
  14. "(आईएसबीएन 978-0892813230)", लेख के बीच में आईएसबीएन ना दें।
  15. "लंदन से प्रकाशित", लंदन को विकिलिंक ना दें। ऐसा ही आगे "फ्रांस और जर्मनी" और "ब्रिटेन" के साथ करें।
  16. "समुद्री मार्ग से ब्रिटेन के फालमाउथ, कॉर्नवाल लौट आयीं।", वाक्य से प्रतीत होता है कि ये पहले इसी स्थान की निवासी थीं और युद्ध प्रारम्भ होने के पश्चात वापस वहाँ लौट गईं। क्या ऐसा कुछ है?

@Mala chaubey: कृपया मेरे द्वारा ऊपर बताए गए उदाहरण की तरह टिप्पणियों के उत्तर दें।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 12:51, 7 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]


@Bill william compton:जी, सबसे पहले आपका आभार त्रुटियों पर गौर करने के लिए। आपकी टिप्पणियों का क्रमवार उत्तर:

  1. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  2. यहाँ प्रारूप का अभिप्राय मुझे समझ में नहीं आया?
  3. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  4. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  5. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  6. देश का नाम अंकित कराते हुये वाक्य सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  7. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  8. (वहीं साहित्य और संगीत में रुचि नूर के भीतर जागी और वे संगीत के अभ्यास के साथ-साथ बच्चों के लिए जातक कथाओं पर आधारित कहानियाँ लिखने लगीं। वहीं उन्हें वीणा बजाने का शौक जुनून की हद तक पहुंचा।) सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  9. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  10. नॉटिंग हिल" स्कूल है----सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  11. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  12. इनके परिवार को उपहार में मिला था। सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  13. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  14. आईएसबीएन को संदर्भ में दे दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  15. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  16. हाँ, वे पहले इसी स्थान की निवासी थीं और युद्ध प्रारम्भ होने के पश्चात वहीं वापस वहाँ लौट गईं।--माला चौबेवार्ता 06:31, 8 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
 समर्थन - :@Mala chaubey:जी, आपके इस लेख को निर्वाचित करने हेतु मेरा समर्थन है, मेरी टिपण्णी में देर इसलिए हुई कि टिपण्णी करने से पहले मैं नियम को भलीभांति जान लेना चाहती थी. Naziah rizvi (वार्ता) 14:01, 11 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  • मैं समझ नहीं पा रहा कि मेरे बार-बार कहने के पश्चात भी लेख में विकिलिंक का इतना गलत इस्तेमाल क्यों है? मैं इस लेख को तीसरी बार पढ़ रहा हूँ परन्तु हर बार विकिलिंक के सही उपयोग की टिप्पणी करनी पड़ रही है। निर्वाचित लेख उम्मीदवार की प्रकिया में टिप्पणीकर्ता प्रस्तावक को केवल संकेत देते हैं कि किस प्रकार की कमी सम्पूर्ण लेख से दूर होनी चाहिए परन्तु यहाँ ऐसा कुछ हो ही नहीं रहा। मैं विरोध नहीं करना चाहता परन्तु अगर ऐसे ही बार-बार मुझे विकिलिंक का सही इस्तेमाल समझाना पड़ा तो विवश हो कर मुझे विरोध करना पड़ेगा। और मैं दूसरे सदस्यों के समर्थन से आश्चर्यचकित हूँ। लेख को अभी भी इतना कॉपी-एडिट करना है कि इसे अंग्रेज़ी विकी पर गुड आर्टिकल भी ना बनाते। माला जी कृपया मुझे क्षमा करें अगर मेरी बात थोड़ी कटु लगी हो तो परन्तु आप जैसी लेखिका को तो इशारा ही काफ़ी होना चाहिए।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 15:36, 30 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@Bill william compton:, "मैं दूसरे सदस्यों के समर्थन से आश्चर्यचकित हूँ।" आपके इस कथन से मैं इत्तेफाक नहीं रखती, क्योंकि आपकी सोच से दूसरों की सोच मेल खाए मुमकीन नहीं है. ऐसी भाषा के प्रयोग से आपको बचना चाहिए.Naziah rizvi (वार्ता) 17:03, 30 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
नाजिया जी, यहाँ सदस्यों की सोच महत्व नहीं रखती। यहाँ हमें सर्वश्रेष्ठ लेख चुनने होते हैं और अच्छा सदस्यों के विचारों से नहीं बल्कि कुछ नियमों पर खरा उतरने वाले को कहा जाता है। अतः हम यहाँ नियमावली के अनुसार की गई टिप्पणी से सहमति अथवा असहमति जतायें, इसका कोई औचित्य नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:16, 30 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@Bill william compton, संजीव कुमार, और Naziah rizvi:,

बिल जी की बात थोड़ी कटु अवश्य है, किन्तु वो कहते हैं न कि कड़वी दवाइयाँ स्वस्थ्य के लिए लाभदायक होती है। तो इसे कड़वी दबाइयों के रूप में ग्रहण किया जाये। संजीव जी ने सही कहा कि हम यहाँ नियमावली के अनुसार की गई टिप्पणी से सहमति अथवा असहमति जतायें। नाज़िया जी क्षमा कीजिएगा आप अभी नई हैं धीरे-धीरे आप विकिनीतियों से अवगत हो जाएंगी। सबसे मेरा अनुरोध है कि भाषा की मर्यादा बनाए रखा जाये। बिल जी की टिप्पणी के बाद संजीव जी के द्वारा लेख में कॉपी-एडिट किया गया है। मैं भी देखती हूँ और भी कुछ कमियाँ शेष रह गई हो तो दूर करने का प्रयास करती हूँ। बिल जी से अनुरोध है कि उसके बाद भी कहीं छोटी-मोटी त्रुटियाँ शेष रह जाये तो उसे वे स्वयं सुधार देवें या फिर संकेत दें तो मैं सुधार दूँगी।--माला चौबेवार्ता 05:35, 31 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

  • लम्बे समय तक कोई टिप्पणी नहीं होना और लेख में आवश्यक सुधार पूर्ण होने के बाद लेख को निर्वाचित किया जा रहा है। लेख में अभी भी कुछ स्थानों पर नुक़्ता अक्षरों से सम्बंधित त्रुटियाँ हैं लेकिन आधुनिक हिन्दी में उनका प्रचलन अधिक नहीं है और लगभग आवश्यक स्थानों पर उन्हें पूर्ण किया जा चुका है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:44, 7 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
ऊपर की चर्चा एक पुरालेख के तौर पर परिरक्षित की गई है। इसमें कोई बदलाव ना करें। इसमें अब कोई संपादन नहीं होना चाहिए।


उपकरण
प्रस्तावक -  चक्रपाणी  वार्ता  06:29, 2 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

समर्थन

विरोध

सुझाव/टिप्पणियाँ

  • चक्रपाणी जी, मैं कुछ प्रारम्भिक टिप्पणियाँ कर रही हूँ।
  1. सम्पूर्ण लेख से अत्याधिक मात्रा में इस्तेमाल किए गए विकिलिंक, उदाहरण:जैसे-महात्मा गांधी, मोहनदास करमचन्द गांधी आदि नामोल्लेख में एकरूपता लाने की भी जरूरत है।
  2. भूमिका में प्रवाह की कमी है, क्योंकि उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में विभक्त किया गया है, फलत: उसमें विशेष असर नहीं दिख रहा है। इसमें कुछ और सामाग्री जोड़ते हुये कृपया इसे सरल बनाने का प्रयास करें अर्थात यह पंक्ति एक वाक्य के स्थान पर दो-तीन वाक्यों में विभक्त कर दी जाये तो समझने में आसानी रहेगी।
  3. भूमिका में 'भारत का स्वतंत्रता दिवस' को अँग्रेजी भाषा के बजाय 'इंग्लिश' उल्लेखित करने का क्या अभिप्राय है?
  4. मेरे विचार से भूमिका में संदर्भ की आवश्यकता नहीं है, इसे किसी अनुभाग में स्थानांतरित किया जाये।
  5. इतिहास अनुभाग में 'भारत की स्वतन्त्रता' नामक मुख्य लेख के रूप में जिस लिंक को प्रदर्शित किया गया है, वहाँ इतिहास पूरी तरह अपूर्ण है और अनेकानेक लाल कड़ियाँ है, जिसे ठीक करने की आवश्यकता है। कुछ तो मैंने ठीक किए हैं, परंतु वहाँ व्यापक परिवर्तन की जरूरत है।
  6. इतिहास अनुभाग की तीसरी पंक्ति में लिखा है '.......भारत पर सीधा आधिपत्य ब्रितानी ताज का हो गया।' यहाँ ताज का क्या अभिप्राय है? भाषा स्पष्ट नहीं है। यहाँ सुस्पष्ट व्याख्या की जरूरत है।
  7. संक्षेप में थोड़ा-थोड़ा उद्धृत किए जाने के कारण इतिहास अनुभाग का अन्तिम पैराग्राफ समझना जरा कठिन है अतः मैं इस बारे में कुछ सुझाव देती हूँ, कि भारत और पाकिस्तान में खूनी विभाजन क्यों,कब और कैसे हुआ यहाँ इस बात की संदर्भ सहित व्याख्या की जानी चाहिए। ताकि समझने में आसानी हो।
  8. लिंकित लेख भारत का विभाजन में कतिपय लाल कड़ियाँ है, जिसे ठीक करने की आवश्यकता है।
  9. इतिहास अनुभाग में भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलनों के विभिन्न चरणों जैसे उदारवादी युग, उग्रवादी युग, क्रांतिकारी युग, गांधीवादी युग आदि-आदि का भी संदर्भ सहित उल्लेख किया जाना चाहिये, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किन-किन परिस्थितियों से गुजरने के पश्चात भारत को स्वतन्त्रता मिली।
  10. कुछ शहीद हुये स्वतन्त्रता सेनानियों की आत्मकथात्मक टिप्पणियाँ भी अलग अनुभाग में शामिल किए जा सकते हैं।
  11. उद्धरण और टीका-टिप्पणी भी अलग से शामिल किए जा सकते हैं।
  12. तात्कालिक पृष्ठभूमि अनुभाग के पहले वाक्य 'सन् 1946 में............विश्वसनीयता भी खोते जा रहे थे।' में विश्वसनीय संदर्भ अथवा उद्धरण दिया जाना चाहिए।
  13. 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' नामक प्रसिद्ध भाषण में अँग्रेजी विकिपीडिया का लिंक लगाया गया है, जबकि इसे हिन्दी विकिपीडिया पर स्थापित करने के उपरांत लिंकित किया जाना चाहिए।
  14. इस लेख से लिंकित लेख भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 एक आधार पृष्ठ है जहां संदर्भ भी नहीं है। कृपया यहाँ भी विश्वसनीय संदर्भ अथवा उद्धरण दें।

उपरोक्त टिप्पणियों के उत्तर मिलने के बाद टिप्पणियों की अगली पाली आरम्भ की जायेगी।--माला चौबेवार्ता 07:26, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  • User:चक्रपाणी जी ने बहुत उचित समय पर यह सुझाव दिया है और इस बात की आवश्यकता है कि जल्दी से जल्दी इस लेख को मुखपृष्ठ पर लाया जाए। कुछ वर्तनी सुधार व एक संदर्भ गलत दिखाई दे रहा था, उसमें सुधार मैंने कर दिया है। कम से कम दो कड़ियाँ एसी हैं जो कि अंग्रेजी विकि पर पुनर्निर्दिष्ट हैं, मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि इसे खामी मानना चाहिए या नहीं?

@Mala chaubey:

  1. सम्पूर्ण लेख से अत्याधिक मात्रा में इस्तेमाल किए गए विकिलिंक, उदाहरण:जैसे-महात्मा गांधी, मोहनदास करमचन्द गांधी आदि नामोल्लेख में एकरूपता लाने की भी जरूरत है। YesY पूर्ण हुआ
  2. भूमिका में प्रवाह की कमी है, क्योंकि उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में विभक्त किया गया है, फलत: उसमें विशेष असर नहीं दिख रहा है। इसमें कुछ और सामाग्री जोड़ते हुये कृपया इसे सरल बनाने का प्रयास करें अर्थात यह पंक्ति एक वाक्य के स्थान पर दो-तीन वाक्यों में विभक्त कर दी जाये तो समझने में आसानी रहेगी। YesY पूर्ण हुआ
  3. भूमिका में 'भारत का स्वतंत्रता दिवस' को अँग्रेजी भाषा के बजाय 'इंग्लिश' उल्लेखित करने का क्या अभिप्राय है? (इंग्लिश = अंग्रेजी, कुछ भी लिखो मेरे हिसाब से कोई अन्तर नहीं है।)

@चक्रपाणी:, आपने निर्वाचित लेख की प्रस्तावना की है, ऐसे में जब हिन्दी भाषा के इस लेख में प्रयुक्त होने हेतु भाषा में 'अँग्रेजी' शब्द है, तो फिर आपके हिसाब से 'इंग्लिश' क्यों रखा जाये?--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. मेरे विचार से भूमिका में संदर्भ की आवश्यकता नहीं है, इसे किसी अनुभाग में स्थानांतरित किया जाये। (सन्दर्भ होने से भी कोई समस्या नहीं प्रतीत हो रही है)

@चक्रपाणी:,समस्या है। यदि आप साधारण पृष्ठ बना रहे होते तो यह करने को नहीं कहा जाता। आपको यह पूर्णरूपेण विदित है कि भूमिका पूरे लेख का सार होती है। भूमिका में जो कुछ भी उल्लेखित होता है वह कहीं न कहीं विस्तार से अनुभागों में भी अंकित होता है, जहां संदर्भ की नितांत आवश्यकता होती है। यदि अनुभागों में अंकित नहीं है तो निर्वाचित लेख बनाने का कोई मतलब नहीं।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. इतिहास अनुभाग में 'भारत की स्वतन्त्रता' नामक मुख्य लेख के रूप में जिस लिंक को प्रदर्शित किया गया है, वहाँ इतिहास पूरी तरह अपूर्ण है और अनेकानेक लाल कड़ियाँ है, जिसे ठीक करने की आवश्यकता है। कुछ तो मैंने ठीक किए हैं, परंतु वहाँ व्यापक परिवर्तन की जरूरत है। (अगर वहां व्यापक ही परिवर्तन करना पड़े तो इससे तो इसे (मुख्य:भारत की स्वतंत्रता) यहाँ से हटाना ज्यादा उचित है।

@चक्रपाणी:, परिवर्तन अथवा सुधार से डरकर लिंक हटा देना समस्या का समाधान नहीं है। एक निर्वाचित लेख में ऐसे लिंक उस लेख की गुणवत्ता को प्रदर्शित करता है। यदि ऐसे लिंक न हो तो लेख साधारण ही होगा, निर्वाचित नहीं हो पाएगा। हमें हर दृष्टिकोण से इसे सुंदर, गुणवततापूर्ण,उद्देश्यपूर्ण और आकर्षक बनाना होगा तभी यह निर्वाचित लेख की श्रेणी में आ पाएगा। जल्दीबाजी करने की जरूरत नहीं है।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. इतिहास अनुभाग की तीसरी पंक्ति में लिखा है '.......भारत पर सीधा आधिपत्य ब्रितानी ताज का हो गया।' यहाँ ताज का क्या अभिप्राय है? भाषा स्पष्ट नहीं है। यहाँ सुस्पष्ट व्याख्या की जरूरत है। YesY पूर्ण हुआ
  2. संक्षेप में थोड़ा-थोड़ा उद्धृत किए जाने के कारण इतिहास अनुभाग का अन्तिम पैराग्राफ समझना जरा कठिन है अतः मैं इस बारे में कुछ सुझाव देती हूँ, कि भारत और पाकिस्तान में खूनी विभाजन क्यों,कब और कैसे हुआ यहाँ इस बात की संदर्भ सहित व्याख्या की जानी चाहिए। ताकि समझने में आसानी हो।(इसे "भारत का विभाजन" पेज पर लिखा जाये)

@चक्रपाणी:, चाहे जहां भी लिखी जाये, सुधार अपेक्षित तो है हीं।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)# लिंकित लेख भारत का विभाजन में कतिपय लाल कड़ियाँ है, जिसे ठीक करने की आवश्यकता है। (अगर बहुत ज्यादा काम है तो लिंक ही हटा दिया जाये ) @चक्रपाणी:,परिवर्तन अथवा सुधार से डरकर लिंक हटा देना समस्या का समाधान नहीं है।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. इतिहास अनुभाग में भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलनों के विभिन्न चरणों जैसे उदारवादी युग, उग्रवादी युग, क्रांतिकारी युग, गांधीवादी युग आदि-आदि का भी संदर्भ सहित उल्लेख किया जाना चाहिये, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किन-किन परिस्थितियों से गुजरने के पश्चात भारत को स्वतन्त्रता मिली। (ये सब "भारत की स्वतंत्रता" पेज पर लिखें)

@चक्रपाणी:, चाहे जहां भी लिखी जाये, सुधार अपेक्षित तो है हीं।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. कुछ शहीद हुये स्वतन्त्रता सेनानियों की आत्मकथात्मक टिप्पणियाँ भी अलग अनुभाग में शामिल किए जा सकते हैं।(न होने पर भी कोई खास समस्या नहीं है इसे आप भी ऐड कर सकतीं हैं)

@चक्रपाणी:,कुछ निर्वाचित हुये लेखों का अवलोकन करें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. उद्धरण और टीका-टिप्पणी भी अलग से शामिल किए जा सकते हैं। (???)

@चक्रपाणी:,कुछ निर्वाचित हुये लेखों का अवलोकन करें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. तात्कालिक पृष्ठभूमि अनुभाग के पहले वाक्य 'सन् 1946 में............विश्वसनीयता भी खोते जा रहे थे।' में विश्वसनीय संदर्भ अथवा उद्धरण दिया जाना चाहिए। YesY पूर्ण हुआ*
  2. 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' नामक प्रसिद्ध भाषण में अँग्रेजी विकिपीडिया का लिंक लगाया गया है, जबकि इसे हिन्दी विकिपीडिया पर स्थापित करने के उपरांत लिंकित किया जाना चाहिए। YesY पूर्ण हुआ

@चक्रपाणी:,यहाँ अभी भी अँग्रेजी विकिपीडिया का लिंक'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' है, कोई सुधार नहीं हुआ है।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

  1. इस लेख से लिंकित लेख भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 एक आधार पृष्ठ है जहां संदर्भ भी नहीं है। कृपया यहाँ भी विश्वसनीय संदर्भ अथवा उद्धरण दें। YesY पूर्ण हुआ*

@चक्रपाणी:,मैं लिंक हटाने के लिए नहीं काही थी, बल्कि लिंकित आधार पृष्ठ को सुधारने के लिए काही थी। संदर्भ संख्या 17 को ठीक करें। साथ ही इतिहास अनुभाग के द्वितीय पैरा में मुस्लिम राष्ट्रवाद में दिख रही लाल कड़ियों के भी ठीक करने की आवश्यकता है।--माला चौबेवार्ता 05:50, 8 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

(* YesY पूर्ण हुआ वालों में से कुछ ऐसे हैं जिन्हें सन्देश लिखते समय पूर्ण नहीं किया गया है पर कुछ समय पश्चात कर दिया जायेगा।)

साथ ही मेरा समीक्षकों व अन्य सदस्यों से निवेदन है कि अगर कोई छोटे मोटे बदलाब हैं तो उसे स्वयं की सही करने का प्रयास करें यहाँ सदस्यों की कमी किसी से छुपी नहीं है। ---  चक्रपाणी  वार्ता  07:25, 6 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]

विवेचन

मापदण्ड समीक्षा टिप्पणी
# लेख सुगठित होना चाहिए अर्थात व्याकरण वर्तनी और रचना की गलतियों से मुक्त और व्यावसायिक दृष्टि से उत्कृष्ठ कोटि का होना चाहिए। देखें- विकिपीडिया:विवादास्पद वर्तनियाँ * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
# लेख को विस्तृत और सारगर्भित होना चाहिए अर्थात विषयवस्तु की किसी भी प्रमुख जानकारी की उपेक्षा नहीं होनी चाहिये। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
# लेख में पर्याप्त शोध और जानकारी का प्रदर्शन होना चाहिए। लेख में दिये गए तथ्यों को टीका-टिप्पणी तथा संदर्भों द्वारा समर्थित होना चाहिये। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
# लेख की विषय वस्तु न्यायसंगत, पूर्वाग्रह रहित, अविवादित और पक्षपात रहित होनी चाहिए और इसको प्रमाणित करने वाले स्रोतों की सत्यता पूर्व प्रकाशित विश्वसनीय स्रोत या स्रोतों से अभिप्रमाणित होनी चाहिये। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
# लेख को दृढ़ एवं स्थिर होना चाहिये अर्थात् उसमें भविष्य में बार-बार इस प्रकार के संपादन और परिवर्तन की सम्भावना नहीं होना चाहिये जिससे कि बाद में लेख का पूरा अर्थ ही बदल जाये। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#लेख को विकिपीडिया के नीतियों तथा योजनाओं के अनुरूप होना चाहिये जिसके अन्तर्गत निम्न बातें आती हैं: इसको विकिपीडिया द्वारा निर्धारित शैली के अनुरूप (देखें-शैली मार्गदर्शक) तथा सामयिक महत्व का होना चाहिए। इसके लिए- * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#*(क) लेख के प्रथम अनुच्छेद में लेख का सार होना चाहिए जो लेख के समस्त प्रमुख प्रसंगों को संक्षिप्त में व्यक्त करे और पाठक की जिज्ञासा को उन प्रसंगों के विषय में अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित करे। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#*(ख) लेख उचित पद्धति से उप-शीर्षकों में विभाजित होना चाहिये, तथा * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#*(ग) लेख के प्रसंगों की एक उचित तथा ठोस अनुसूची होनी चाहिये जो अनाकर्षक न लगे। (देखें section help)। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#लेख की विषयवस्तु के अनुरूप यथोचित अनुशीर्षक वाले छायाचित्र, रेखाचित्र आदि होने चाहिये जो विकिपीडियाकी नीतियों के अन्तर्गत स्वीकार्य हों। (देखें-Copyright * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#लेख की लम्बाई, लेख की विषयवस्तु के अनुरूप होनी चाहिये, सम्पूर्ण लेख मुख्य विषयवस्तु पर केन्द्रित होना चाहिये तथा उसमें अनावश्यक प्रसंगों तथा विवरणों का अभाव होना चाहिये। (देखें- Summary style)। * इस मापदण्ड प मुझे लेख ठीक ही लग रहा है। --मनोज खुराना 05:21, 4 अगस्त 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#संदर्भों में भाषा का उल्लेख केवल वहीं करें जहाँ वे हिंदी में नहीं हैं। हिंदी संदर्भ में हिंदी भाषा का उल्लेख न करें क्योंकि यह हिंदी विकिपीडिया ही है। * सन्दर्भ में हिंदी विकिपीडिया के अतिरिक्त -- ए० एल० मिश्र (वार्ता) 05:34, 29 अक्टूबर 2016 (UTC)[उत्तर दें]
#प्रमुख लेख लिखने के लिए उसी विषय का चुनाव करें जिसके विषय में आप ठीक से जानते हैं, या जानकारी जुटाकर लिख सकते हैं और जिनके विषय में आवश्यक संदर्भ, पुस्तकें व मीडिया आपके पास हैं। विवादास्पद विषयों, चरित्रों, अथवा घटनाओं का चुनाव लेख लिखने के लिए न करें। * ठीक-- ए० एल० मिश्र (वार्ता) 05:34, 29 अक्टूबर 2016 (UTC)[उत्तर दें]

@Anamdas, SM7, और संजीव कुमार: यहाँ ध्यान दें। निर्वाचित लेख पर कोई निर्णय अभी तक नहीं हुआ। --- चक्रपाणी  वार्ता  13:11, 11 जनवरी 2017 (UTC)[उत्तर दें]

@चक्रपाणी: देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ। मैंने प्रारम्भिक समीक्षा के रूप में लेख के वार्ता पृष्ठ पर कुछ टिप्पणियाँ लिखी हैं। यदि मैं ठीक करने में सक्षम रहा तो स्वयं ही ठीक कर दूँगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:29, 11 जनवरी 2017 (UTC)[उत्तर दें]
उपकरण
(प्रस्तावक:  Innocentbunny ;)    वार्ता  09:45, 19 दिसम्बर 2016 (UTC))[उत्तर दें]

यह लेख, इस विषय पर विस्तृत एवं सुस्त्रोतित जानकारी प्रदान करती है। लेख सूगठित है, और अनेक उपशीर्षकों में विभाजित है। साथ ही सारी विकीपरियोजनाओं में से, इस विषय पर लिखा गया सबसे श्रेष्ठ लेख है। मैं समझता हूँ की इसमें निर्वाचित लेख बनने के सारे गुण हैं, ऑर आवश्यक फेर-बदल करेके इसे निर्वाचित लेख बना देना चाहिये। मैंने, गैर-हिंदी संदर्भों में भाषा का उल्लेख, और हिंदी संदर्भों में भाषा का उल्लेख ना करने की आवश्यकता को भी पूरा कर दिया है।


समर्थन

विरोध

केवल सन्दर्भों की संख्या और लेख के बड़ा होने मात्र से उसे निर्वाचित लेख नहीं बनाया जा सकता। लेख में बहुत अधिक मात्रा में और अनावश्यक रूप की लाल-कड़ियाँ हैं तथा टूटी हुई फ़ाइल कड़ियाँ हैं। कृपया सुधार के साथ एक सप्ताह में टिप्पणी करें अन्यथा नामांकन को निरस्त कर दिया जायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:42, 14 अक्टूबर 2017 (UTC)[उत्तर दें]

सुझाव/टिप्पणियाँ



उपकरण
(प्रस्तावक: आशीष भटनागरवार्ता 10:00, 6 अप्रैल 2018 (UTC))[उत्तर दें]

लेख की माह से तैयार है। निर्वाचन हेतु प्रस्तुत है।

समर्थन

  1. मैं इसका समर्थन करता हूं।--Navinsingh133 (वार्ता) 19:53, 24 अप्रैल 2018 (UTC)[उत्तर दें]

विरोध

टिप्पणियां


उपकरण
(प्रस्तावक: सायबॉर्ग (वार्ता) 16:13, 7 दिसम्बर 2018 (UTC))[उत्तर दें]


टिप्पणी

यह लेख, इस विषय पर विस्तृत एवं सुस्त्रोतित जानकारी प्रदान करती है। लेख सूगठित है, और अनेक उपशीर्षकों में विभाजित है। साथ ही सारी विकीपरियोजनाओं में से, इस विषय पर लिखा गया सबसे श्रेष्ठ लेख है। मैं समझता हूँ की इसमें निर्वाचित लेख बनने के सारे गुण हैं, ऑर आवश्यक फेर-बदल करके इसे निर्वाचित लेख बना देना चाहिये।

पर कई जगह यह लिखा है 'विष्णु को समर्पित 108 दिव्य देशों' ओर कई जगह ' विष्णु को समर्पित 108 दिव्यदेशम' लिख है ,इसे ठिक कर विष्णु को समर्पित 108 दिव्यदेशम लिखे।

धन्यवाद।

(प्रस्तावक: --(।जय महलवाल।) >>> वार्ता 17:39, 24 जनवरी 2019(UTC)))

समर्थन

  1.  समर्थन--लेख सुगठित ,व्याकरण और वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध ,भाषा प्रवाह , चित्रों एवं सन्दर्भों से युक्त होने के कारण पूर्ण समर्थन--(।जय महलवाल।) >>> वार्ता 17:39, 24 जनवरी 2019(UTC)))

विरोध

प्रस्ताव विकिपीडिया:निर्वाचित सूची उम्मीदवार पर ले जाया गया। --नीलम (वार्ता) 12:09, 4 जून 2020 (UTC)[उत्तर दें]

उपकरण
(प्रस्तावक:निलेश शुक्ला (वार्ता) 08:32, 8 जून 2020 (UTC))[उत्तर दें]

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