"अचला सचदेव": अवतरणों में अंतर
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== व्यावसायिक जीवन == |
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हाल में उन्होंीने दिलवाले दुल्हरनिया ले जाएंगे में काजोल और कभी खुशी कभी गम में अमिताभ बच्चतन की मां का किरदार निभाया था। आखिरी बार परदे पर उन्हेंल 2002 में आई रितिक रोशन के अभिनय वाली फिल्म न तुम जानो न हम में देखा गया था।<ref>{{Cite web |url=http://www.p7news.com/dpage.php?id=32457&category=manoranjan |title=संग्रहीत प्रति |access-date=2 मई 2012 |archive-url=https://web.archive.org/web/20120504201055/http://www.p7news.com/dpage.php?id=32457&category=manoranjan |archive-date=4 मई 2012 |url-status= |
हाल में उन्होंीने दिलवाले दुल्हरनिया ले जाएंगे में काजोल और कभी खुशी कभी गम में अमिताभ बच्चतन की मां का किरदार निभाया था। आखिरी बार परदे पर उन्हेंल 2002 में आई रितिक रोशन के अभिनय वाली फिल्म न तुम जानो न हम में देखा गया था।<ref>{{Cite web |url=http://www.p7news.com/dpage.php?id=32457&category=manoranjan |title=संग्रहीत प्रति |access-date=2 मई 2012 |archive-url=https://web.archive.org/web/20120504201055/http://www.p7news.com/dpage.php?id=32457&category=manoranjan |archive-date=4 मई 2012 |url-status=dead }}</ref> |
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== प्रमुख फिल्में == |
== प्रमुख फिल्में == |
17:21, 26 सितंबर 2020 का अवतरण
अचला सचदेव | |
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जन्म |
3 मई 1920 पेशावर, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान में ) |
मौत |
30 अप्रैल 2012 पुणे, भारत | (उम्र 91)
कार्यकाल | 1938–2012 |
उल्लेखनीय कार्य | {{{notable_works}}} |
अचला सचदेव (३ मई १९२० – ३० अप्रैल २०१२) हिंदी चलचित्र की मशहूर अभिनेत्री जिन्होंने लगभग २५० फिल्मों में अभिनय किया था।
जीवन वृत्त
जीवन के अंतिम दौर में वह बेहद अकेली हो गई थीं। अंतिम दिनों में वे पक्षाघात से जूझ रही थीं और पुणे के एक अस्पताल में भर्ती थीं।
जिस वक्तक अचला ने आखिरी सांस ली, उस वक्तत उनके बच्चेि भी पास नहीं थे। उनका बेटा अपने व्यवसाय के चलते अमेरिका में था और बेटी मुंबई में। अपनी बीमारी से अचला अकेली ही जूझ रही थीं और आखिरकार वह यह जंग हार गईं। २ मई २0११ को उनका निधन हो गया।
व्यावसायिक जीवन
हाल में उन्होंीने दिलवाले दुल्हरनिया ले जाएंगे में काजोल और कभी खुशी कभी गम में अमिताभ बच्चतन की मां का किरदार निभाया था। आखिरी बार परदे पर उन्हेंल 2002 में आई रितिक रोशन के अभिनय वाली फिल्म न तुम जानो न हम में देखा गया था।[1]
प्रमुख फिल्में
वर्ष | फ़िल्म | चरित्र | टिप्पणी |
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1974 | कोरा कागज़ | श्रीमती गुप्ता | |
1962 | अपना बना के देखो |
नामांकन और पुरस्कार
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 मई 2012.