"मूँगफली": अवतरणों में अंतर

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छो 1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं. इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. 2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है. 3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है. 4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं. 5. मूंग
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मूंगफली में तेल प्रतिशत मात्रा ४५-५५% होता है|
मूंगफली में तेल प्रतिशत मात्रा ४५-५५% होता है|


1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं.
इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया
को भी बेहतर रखने में मददगार है.

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे
का विकास बेहतर तरीके से होता है.

4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग
मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें
मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके

1. [https://www.pancardstatus.online/2020/08/major-peanut-diseases-and-bachab.html मूंगफली में मौजूद तत्व] पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं.

इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया

को भी बेहतर रखने में मददगार है.

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे

का विकास बेहतर तरीके से होता है.

4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग

मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें

मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके

सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.
सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.
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File:Peanut oil bottle.jpg|
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15:25, 4 सितंबर 2020 का अवतरण

मूंगफली
Peanut
मूंगफली (Arachis hypogea)
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: पादप
विभाग: मैग्नोलियोफाइटा
वर्ग: मैग्नोलियोप्सीडा
गण: फेब्ल्स
कुल: फैबेसी
उपकुल: फैबोएडी
वंश समूह: ऐस्काय्नोमिनी
वंश: एराकिस
जाति: A. hypogaea
द्विपद नाम
ऐराकिस हाय्पोजिया
L.
मूँगफली

मूँगफली (peanut, या groundnut ; वानस्पतिक नाम : Arachis hypogaea) एक प्रमुख तिलहन फसल है। मूँगफली वानस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा मांस की तुलना में १.३ गुना, अण्डों से २.५ गुना एवं फलों से ८ गुना अधिक होती है।

मूँगफली वस्तुतः पोषक तत्त्वों की अप्रतिम खान है। प्रकृति ने भरपूर मात्रा में इसे विभिन्न पोषक तत्त्वों से सजाया-सँवारा है। 100 ग्राम कच्ची मूँगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूँगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है, जब कि मांस, मछली और अंडों में उसका प्रतिशत 10 से अधिक नहीं। 250 ग्राम मूँगफली के मक्खन से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर ऊर्जा की प्राप्ति आसानी से की जा सकती है। मूँगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। 250 ग्राम भूनी मूँगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकता है। मूंगफली में तेल प्रतिशत मात्रा ४५-५५% होता है|

1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं.

इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है.

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे

का विकास बेहतर तरीके से होता है.

4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग

मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें

मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके

1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं.

इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया

को भी बेहतर रखने में मददगार है.

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे

का विकास बेहतर तरीके से होता है.

4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग

मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें

मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके

सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.

सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.

मूँगफली के उत्पादन के लिए भौगोलिक कारक

साधारण तौर पर इसकी बुवाई जून-जुलाई माह में करते हैं।

  • उत्पादक कटिबन्ध - यह उष्णकटिबन्धीय पौधा हैं।
  • तापमान - 22 से 25 से.ग्रे.
  • वर्षा - 60 से 130 सेमी. वर्षा उपयुक्त होती हैं।
  • मिट्टी - हल्की दोमट मिट्टी उत्तम होती हैं। मिट्टी भुरभुरी एवं पोली होनी चाहिए।

मूँगफली के उत्पादन का विश्व वितरण

मूँगफली
मूँगफली, पास से देखने पर

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ