"कलि संवत": अवतरणों में अंतर
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Content deleted Content added
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो Jagdish Bharvad (Talk) के संपादनों को हटाकर 182.73.121.14 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) Saroj Uprety (वार्ता) के अवतरण 4331746पर वापस ले जाया गया : - (ट्विंकल) टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2014}} |
{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2014}} |
||
'''कलियुग संवत ''' भारत का प्राचीन संवत है जो [[ |
'''कलियुग संवत ''' भारत का प्राचीन संवत है जो [[३१०२ ईपू]] से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अर्जुन के पुत्र को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है। अन्य संवत |
||
कलीयुग संवत १७२०९९ में भगवान विष्णु के कल्कि अवतार होने और पापी मनुष्य का अंत करने के बाद फिर से सतयुग आएगा ऐसा गुजरात के देवायत पंडित की भविष्यवाणी में लिखा गया है । अन्यय संवत |
|||
* [[ |
* [[प्राचीन सप्तर्षि]] ६६७६ ईपू |
||
* [[सप्तर्षि संवत]] ३०७६ ईपू |
* [[सप्तर्षि संवत]] ३०७६ ईपू |
||
* [[ |
* [[विक्रमी संवत]] ५७ ईपू |
||
* [[शक संवत]] ७८ |
* [[शक संवत]] ७८ |
||
पंक्ति 17: | पंक्ति 16: | ||
{{आधार}} |
{{आधार}} |
||
वेद व्यास रचित महाभारत |
17:47, 1 अगस्त 2020 का अवतरण
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (सितंबर 2014) स्रोत खोजें: "कलि संवत" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
कलियुग संवत भारत का प्राचीन संवत है जो ३१०२ ईपू से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अर्जुन के पुत्र को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है। अन्य संवत
- प्राचीन सप्तर्षि ६६७६ ईपू
- सप्तर्षि संवत ३०७६ ईपू
- विक्रमी संवत ५७ ईपू
- शक संवत ७८
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |