"मक्कन सूरा": अवतरणों में अंतर

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'''मक्कन सूरा''' (मदनी सूरतें) ज़मानि तौर पर [[क़ुरआन]] की वो [[सूरा|सूरतें]] हैं जो ईस्लामी परंपरा के अनुसार, [[मुहम्मद|मुहम्मद(सल्ल)]] और उनके साथियों के [[मक्का (शहर)|मक्का]] से [[मदीना|मदिना]] [[हिजरत]] (देश त्याग) से पहले प्रकट (प्रकाशित) हुई थीं।<br>
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==सन्दर्भ:==
{{टिप्पणीसूची}}

==इन्हें भी देखें==
*[[मदीनन सूरा]]
*[[सूरा]]
*[[आयत (क़ुरआन)]]
*[[इस्लामी शब्दावली]]


[[श्रेणी:क़ुरआन]]
[[श्रेणी:क़ुरआन]]
[[Category:सूरा]]

08:53, 19 जुलाई 2020 का अवतरण

मक्कन सूरा (मदनी सूरतें) ज़मानि तौर पर क़ुरआन की वो सूरतें हैं जो ईस्लामी परंपरा के अनुसार, मुहम्मद(सल्ल) और उनके साथियों के मक्का से मदिना हिजरत (देश त्याग) से पहले प्रकट (प्रकाशित) हुई थीं।
क़ुरआनी आयतें अपने अवतरित होने के समय की दृष्टि से दो प्रकार की हैं। मक्की और मदनी।[1]

सन्दर्भ:

  1. अनुवादक: मौलाना फारूक़ खाँ, भाष्य: मौलाना मौदूदी. अनुदित क़ुरआन - संक्षिप्त टीका सहित. पृ॰ 19.

इन्हें भी देखें