"मौसम": अवतरणों में अंतर
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'''मौसम''' [[पृथ्वी का वायुमण्डल|वातावरण]] की दशा को व्यक्त करने के लिये प्रयोग किया जाता है। अधिकांश मौसम को प्रभावित करने वाली घटनाएं [[क्षोभमण्डल|क्षोभ मंडल]] (ट्रोपोस्फीयर) में होती है। मौसम दैनंदिन तापमान और वर्षा गतिविधि को संदर्भित करता है जबकि [[जलवायु]] लम्बी समयावधि में औसत वायुमंडलीय स्थितियों के लिए शब्द है। यह एक क्षणिक घटना है। |
'''मौसम''' [[पृथ्वी का वायुमण्डल|वातावरण]] की दशा को व्यक्त करने के लिये प्रयोग किया जाता है। अधिकांश मौसम को प्रभावित करने वाली घटनाएं [[क्षोभमण्डल|क्षोभ मंडल]] (ट्रोपोस्फीयर) में होती है। मौसम दैनंदिन तापमान और वर्षा गतिविधि को संदर्भित करता है जबकि [[जलवायु]] लम्बी समयावधि में औसत वायुमंडलीय स्थितियों के लिए शब्द है। यह एक क्षणिक घटना है। |
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== ऋतु और मौसम में अन्तर == |
== ऋतु और मौसम में अन्तर == |
14:55, 30 जून 2020 का अवतरण
मौसम वातावरण की दशा को व्यक्त करने के लिये प्रयोग किया जाता है। अधिकांश मौसम को प्रभावित करने वाली घटनाएं क्षोभ मंडल (ट्रोपोस्फीयर) में होती है। मौसम दैनंदिन तापमान और वर्षा गतिविधि को संदर्भित करता है जबकि जलवायु लम्बी समयावधि में औसत वायुमंडलीय स्थितियों के लिए शब्द है। यह एक क्षणिक घटना है।
ऋतु और मौसम में अन्तर
ऋतु जहां सिर्फ एक बड़े कालखंड के लिये प्रयुक्त होता है वहीं मौसम अपेक्षाकृत छोटे समय के लिये भी प्रयुक्त होता है। उदाहरणार्थ, यह कहा जा सकता है कि फरवरी से मार्च तक वसन्त ऋतु होती है पर ये कहना थोड़ा गलत लगता है कि आज की ऋतु बहुत सुन्दर है। इस जगह पर आज का मौसम बहुत सुन्दर है कहना उचित होगा। मौसम का प्रयोग, निस्संदेह बड़े कालखंड के लिये भी किया जा सकता है - फरवरी से मार्च तक वसन्त का मौसम होता है।