"हिन्दू पंचांग": अवतरणों में अंतर
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* [http://hi.drikpanchang.com/panchang/month-panchang.html हिन्दू पंचांग १००० वर्षों के लिए (सन १५८३ से २५८२ तक)] |
* [https://web.archive.org/web/20161012151526/http://hi.drikpanchang.com/panchang/month-panchang.html हिन्दू पंचांग १००० वर्षों के लिए (सन १५८३ से २५८२ तक)] |
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* [http://hindi.webdunia.com/religion/sanatandharma/article/0909/02/1090902132_1.htm हिंदू 'पंचांग' की अवधारणा] |
* [https://web.archive.org/web/20100329045659/http://hindi.webdunia.com/religion/sanatandharma/article/0909/02/1090902132_1.htm हिंदू 'पंचांग' की अवधारणा] |
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* [http://www.marathimati.com/dindarshika/ |
* [https://web.archive.org/web/20090421101355/http://www.marathimati.com/dindarshika/Calendar.asp ई-पंचांग] |
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* [http://astrobix.com/daily/panchang आनलाइन पंचाग] |
* [https://web.archive.org/web/20161007173509/http://astrobix.com/daily/panchang/ आनलाइन पंचाग] |
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* [https://web.archive.org/web/20070829224841/http://dinman.com/ दिनमान लघु पंचांग] |
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* [http://www.mypanchang.com/ विश्व के सभी शहरों के लिये मायपंचांग डोट कोम] |
* [https://web.archive.org/web/20161012121807/http://www.mypanchang.com/ विश्व के सभी शहरों के लिये मायपंचांग डोट कोम] |
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{{हिन्दू काल गणना}} |
{{हिन्दू काल गणना}} |
21:26, 15 जून 2020 का अवतरण
:जन्म पत्री के लिए, जन्मपत्री देखें।
हिन्दू पञ्चाङ्ग से आशय उन सभी प्रकार के पञ्चाङ्गों से है जो परम्परागत रूप प्राचीन काल से भारत में प्रयुक्त होते आ रहे हैं। ये चान्द्रसौर प्रकृति के होते हैं। सभी हिन्दू पञ्चाङ्ग, कालगणना की समान संकल्पनाओं और विधियों पर आधारित होते हैं किन्तु मासों के नाम, वर्ष का आरम्भ (वर्षप्रतिपदा) आदि की दृष्टि से अलग होते हैं।
भारत में प्रयुक्त होने वाले प्रमुख पञ्चाङ्ग ये हैं-
- (१) विक्रमी पञ्चाङ्ग - यह सर्वाधिक प्रसिद्ध पञ्चाङ्ग है जो भारत के उत्तरी, पश्चिमी और मध्य भाग में प्रचलित है।
- (२) तमिल पञ्चाङ्ग - दक्षिण भारत में प्रचलित है,
- (३) बंगाली पञ्चाङ्ग - बंगाल तथा कुछ अन्य पूर्वी भागों में प्रचलित है।
- (४) मलयालम पञ्चाङ्ग - यह केरल में प्रचलित है और सौर पंचाग है।
हिन्दू पञ्चाङ्ग का उपयोग भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीन काल से होता आ रहा है और आज भी भारत और नेपाल सहित कम्बोडिया, लाओस, थाईलैण्ड, बर्मा, श्री लंका आदि में भी प्रयुक्त होता है। हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार ही हिन्दुओं/बौद्धों/जैनों/सिखों के त्यौहार होली, गणेश चतुर्थी, सरस्वती पूजा, महाशिवरात्रि, वैशाखी, रक्षा बन्धन, पोंगल, ओणम ,रथ यात्रा, नवरात्रि, लक्ष्मी पूजा, कृष्ण जन्माष्टमी, दुर्गा पूजा, रामनवमी, विसु और दीपावली आदि मनाए जाते हैं।
इन्हे भी देखें
- ग्रेगोरी कैलेंडर
- चन्द्रवाक्य
- पञ्चाङ्गम् (भारतीय कालदर्शक)
- इस्लामी कैलेंडर
- चीनी कैलेंडर
- भारतीय राष्ट्रीय पंचांग
- विक्रम संवत
- शक संवत