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'''बाणसागर''' (Bansagar) या '''बाणसागर बाँध''' (Bansagar Dam) [[मध्य प्रदेश]] राज्य के [[शहडोल ज़िले]] के [[देवलोंद]] नामक स्थान पर निर्मित अंतर्राज्यीय बहुउद्देशीय बृहद नदी घाटी परियोजना है। यह बान्ध मध्य प्रदेश में [[सोन नदी]] (सोनभद्रशिला) पर बनाया गया है। देवलोंद [[रीवा]] से लगभग ५४ कि॰मी॰ दूरी पर रीवा-शहडोल मार्ग पर स्थित है। इस बांध की उँचाई 67 मीटर है। |
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बाणसागर बान्ध मध्य प्रदेश में [[सोन नदी]] (सोनभद्रशिला) पर देवलोंद नामक स्थान पर बनाया गया है जो [[रीवा]] से लगभग ५४ कि॰मी॰ दूरी पर रीवा-शहडोल मार्ग पर स्थित है। इस बांध की उँचाई 67 मीटर है। |
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==बाणसागर बाँध और जलाशय के आँकड़े== |
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==परियोजना से लाभ== |
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===सिंचाई=== |
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इस बाँध से जल का वितरण निम्नलिखित प्रकार से होता है- |
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== बाणसागर नहर परियोजना== |
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बाणसाग नहर परियोजना 1978 में आरम्भ हुई थी तथा १५ जुलाई २०१८ को प्रधानमन्त्री [[नरेन्द्र मोदी]] द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गयी। इससे निम्नलिखित नहरें निकाली जा रहीं हैं |
बाणसाग नहर परियोजना 1978 में आरम्भ हुई थी तथा १५ जुलाई २०१८ को प्रधानमन्त्री [[नरेन्द्र मोदी]] द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गयी। इससे निम्नलिखित नहरें निकाली जा रहीं हैं: |
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! नहर प्रणाली का नाम !! लम्बाई (किमी) !! वार्षिक सिंचाई (हेक्टेयर) |
! नहर प्रणाली का नाम !! लम्बाई (किमी) !! वार्षिक सिंचाई (हेक्टेयर) |
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बाणसागर परियोजना की आधारशिला 14 मई 1978 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री [[मोरारजी देसाई]] द्वारा रखी गई थी। परियोजना का निरीक्षण किया गया और मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री [[राम किशोर शुक्ल| पंडित राम किशोर शुक्ला]] के अंतहीन प्रयासों से हर पंचवर्षीय योजना में पर्याप्त धन आवंटित किया गया। बाणसागर बांध 25 सितंबर 2006 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री [[अटल बिहारी वाजपेयी]] द्वारा देश को समर्पित किया गया।<ref>{{cite web|title=39 साल में पूरी हो पाई बाणसागर परियोजना, एशिया में नहीं ऐसी दूसरी मिसाल |url=https://aajtak.intoday.in/story/bansagar-to-irrigate-drought-prone-areas-of-three-states-1-1015804.html |publisher=आजतक |date=१५ जुलाई २०१८ |author=विवेक पाठक}}</ref> |
बाणसागर परियोजना की आधारशिला 14 मई 1978 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री [[मोरारजी देसाई]] द्वारा रखी गई थी। परियोजना का निरीक्षण किया गया और मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री [[राम किशोर शुक्ल| पंडित राम किशोर शुक्ला]] के अंतहीन प्रयासों से हर पंचवर्षीय योजना में पर्याप्त धन आवंटित किया गया। बाणसागर बांध 25 सितंबर 2006 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री [[अटल बिहारी वाजपेयी]] द्वारा देश को समर्पित किया गया।<ref>{{cite web|title=39 साल में पूरी हो पाई बाणसागर परियोजना, एशिया में नहीं ऐसी दूसरी मिसाल |url=https://aajtak.intoday.in/story/bansagar-to-irrigate-drought-prone-areas-of-three-states-1-1015804.html |publisher=आजतक |date=१५ जुलाई २०१८ |author=विवेक पाठक}}</ref> |
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== इन्हें भी देखें == |
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* [[सोन नदी]] |
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* [[देवलोंद]] |
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* [[शहडोल ज़िला]] |
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==बाहरी |
==बाहरी कड़ियाँ== |
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*[https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/mirzapur-badsagar-canal-is-asia-largest-project-up-farmers-will-get-profit-from-it-1447842.html उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी सौगात है एशिया की सबसे बड़ी बाणसागर नहर परियोजना] |
*[https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/mirzapur-badsagar-canal-is-asia-largest-project-up-farmers-will-get-profit-from-it-1447842.html उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी सौगात है एशिया की सबसे बड़ी बाणसागर नहर परियोजना] |
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[[श्रेणी:मध्य प्रदेश में बाँध]] |
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[[श्रेणी:भारत की नदी घाटी परियोजनाएं]] |
[[श्रेणी:भारत की नदी घाटी परियोजनाएं]] |
17:43, 18 मार्च 2020 का अवतरण
बाणसागर बाँध | |
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आधिकारिक नाम | Bansagar Dam |
स्थान | देवलोंद, शहडोल ज़िला, मध्य प्रदेश |
निर्देशांक | 24°11′30″N 81°17′15″E / 24.19167°N 81.28750°Eनिर्देशांक: 24°11′30″N 81°17′15″E / 24.19167°N 81.28750°E |
निर्माण आरम्भ | 14 मई 1978 |
आरम्भ तिथि | 25 सितम्बर 2006 |
संचालक | जल संसाधन मन्त्रालय, मध्य प्रदेश |
बाँध एवं उत्प्लव मार्ग | |
घेराव | सोन नदी |
~ऊँचाई | 67 मी॰ (220 फीट) |
लम्बाई | 1,020 मी॰ (3,350 फीट) |
जलाशय | |
बनाता है | बाणसागर जलाशय |
बाणसागर (Bansagar) या बाणसागर बाँध (Bansagar Dam) मध्य प्रदेश राज्य के शहडोल ज़िले के देवलोंद नामक स्थान पर निर्मित अंतर्राज्यीय बहुउद्देशीय बृहद नदी घाटी परियोजना है। यह बान्ध मध्य प्रदेश में सोन नदी (सोनभद्रशिला) पर बनाया गया है। देवलोंद रीवा से लगभग ५४ कि॰मी॰ दूरी पर रीवा-शहडोल मार्ग पर स्थित है। इस बांध की उँचाई 67 मीटर है।
बाणसागर बाँध और जलाशय के आँकड़े
- जलग्रहण क्षेत्र (आवाह क्षेत्र) : 18648 किमी² {4608021.15 एकड़}
- बाँध की उँचाई : 67 मीटर
- बाँध की लम्बाई : 1020 मीटर
- बाँध का प्रकार : ईंट/मिट्टी
- अधिप्लव क्षमता : 47,742 घन मीतर प्रति सेकेण्ड
- जल संचय : 5.41 घन किमी
- डूब क्षेत्रफल : 587.54 वर्ग किमी
- प्रभावित जनसंख्या : 250,000 लोग (54,686 परिवार)
- कितने गाँव डूबे : 336
- आरम्भ होने का वर्ष : 14मई1978
- पूर्ण होने का वर्ष :25 सितम्बर 2006
- लाभान्वित लोग : किसान
परियोजना से लाभ
सिंचाई
इस बाँध से जल का वितरण निम्नलिखित प्रकार से होता है-
- मध्य प्रदेश : 2,000,000 acre feet (2.5 कि॰मी3)
- उत्तर प्रदेश : 1,000,000 acre feet (1.2 कि॰मी3)
- बिहार : 1,000,000 acre feet (1.2 कि॰मी3)
बाणसागर से मध्यप्रदेश के 2,490 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की, उत्तर प्रदेश के 1,500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की तथा बिहार के 940 वर्ग किमी क्षेत्र की सिंचाई होगी।
विद्युत उत्पादन
इससे 435 मेगावाट विद्युत का भी उत्पादन होगा।
बाणसागर नहर परियोजना
बाणसाग नहर परियोजना 1978 में आरम्भ हुई थी तथा १५ जुलाई २०१८ को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गयी। इससे निम्नलिखित नहरें निकाली जा रहीं हैं:
नहर प्रणाली का नाम | लम्बाई (किमी) | वार्षिक सिंचाई (हेक्टेयर) |
---|---|---|
Common Water Carrier | 36.57 | इससे सीधे सिंचाई नहीं होगी |
दाहिने किनारे की नहर | 30.80 | 5059 |
भीतरी नहर | 11.20 | 2730 |
शिहवाल नहर | 75.30 | 27143 |
केवटी नहर | 90.00 | 45528 |
पूर्वा नहर | 128.90 | 74084 |
गूढ मउगंज नहर | 65.00 | 24654 |
तेओंथर उत्थापित नहर | 40.96 | 14161 |
राष्ट्र को समर्पित
बाणसागर परियोजना की आधारशिला 14 मई 1978 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई द्वारा रखी गई थी। परियोजना का निरीक्षण किया गया और मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री पंडित राम किशोर शुक्ला के अंतहीन प्रयासों से हर पंचवर्षीय योजना में पर्याप्त धन आवंटित किया गया। बाणसागर बांध 25 सितंबर 2006 को स्वर्गीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा देश को समर्पित किया गया।[1]
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
- ↑ विवेक पाठक (१५ जुलाई २०१८). "39 साल में पूरी हो पाई बाणसागर परियोजना, एशिया में नहीं ऐसी दूसरी मिसाल". आजतक.