"बनू हाशिम": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Map of Arabia 600 AD.svg|thumb|250px|६०० ईसवी में अरबी क़बीलों का विस्तार जिसमें क़ुरैश भी देखे जा सकते हैं (बनू हाशिम क़ुरैश की उपशाखा है)]] |
[[चित्र:Map of Arabia 600 AD.svg|thumb|250px|६०० ईसवी में अरबी क़बीलों का विस्तार जिसमें क़ुरैश भी देखे जा सकते हैं (बनू हाशिम क़ुरैश की उपशाखा है)]] |
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'''बनू हाशिम''' (<small>[[अरबी भाषा|अरबी]]: {{Nastaliq|ur|بنو هاشم}}, [[अंग्रेज़ी]]: Banu Hashim</small>) एक [[अरब लोग|अरबी क़बीला]] है जो बड़े [[क़ुरैश क़बीले]] की एक उपशाखा है। इसका नाम [[पैग़म्बर मुहम्मद]] के पर-दादा हाशिम (<small>{{Nastaliq|ur|هاشم}}, Hashim</small>) पर रखा गया है और इसके सदस्य अपने-आप को उनका वंशज मानते हैं। [[अरबी भाषा]] में 'बनू' का मतलब 'बेटे' होता है और 'बनू हाशिम' का मतलब 'हाशिम के बेटे' है।<ref name="ref36durap">[http://books.google.com/books?id=XuBrAAAAIAAJ The eternal message of Muhammad], Abdel Rahman Azzam, Devin-Adair Co., 1964, ''... Muhammad's immediate family on his father's side were the Banu-Hashim or Hashimites, so named for Muhammad's great-grandfather Hashim. (Banu means sons of, and is the plural of ibn) ...''</ref> बनू हाशिम क़बीले के सदस्य अकसर 'हाशमी', 'हुसैनी' और 'हसनी' जैसे नाम रखते हैं। पारम्परिक [[क़हतानी]] |
'''बनू हाशिम''' (<small>[[अरबी भाषा|अरबी]]: {{Nastaliq|ur|بنو هاشم}}, [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]: Banu Hashim</small>) एक [[अरब लोग|अरबी क़बीला]] है जो बड़े [[क़ुरैश क़बीला|क़ुरैश क़बीले]] की एक उपशाखा है। इसका नाम [[मुहम्मद|पैग़म्बर मुहम्मद]] के पर-दादा हाशिम (<small>{{Nastaliq|ur|هاشم}}, Hashim</small>) पर रखा गया है और इसके सदस्य अपने-आप को उनका वंशज मानते हैं। [[अरबी भाषा]] में 'बनू' का मतलब 'बेटे' होता है और 'बनू हाशिम' का मतलब 'हाशिम के बेटे' है।<ref name="ref36durap">[http://books.google.com/books?id=XuBrAAAAIAAJ The eternal message of Muhammad], Abdel Rahman Azzam, Devin-Adair Co., 1964, ''... Muhammad's immediate family on his father's side were the Banu-Hashim or Hashimites, so named for Muhammad's great-grandfather Hashim. (Banu means sons of, and is the plural of ibn) ...''</ref> बनू हाशिम क़बीले के सदस्य अकसर 'हाशमी', 'हुसैनी' और 'हसनी' जैसे नाम रखते हैं। पारम्परिक [[क़हतानी लोग|क़हतानी-]][[अदनान]]ी अरब श्रेणीकरण के नज़रिए से बनू हाशिम [[अदनान|अदनानी क़बीला]] है। |
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== इन्हें भी देखें == |
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05:12, 14 मार्च 2020 का अवतरण
बनू हाशिम (अरबी: بنو هاشم, अंग्रेज़ी: Banu Hashim) एक अरबी क़बीला है जो बड़े क़ुरैश क़बीले की एक उपशाखा है। इसका नाम पैग़म्बर मुहम्मद के पर-दादा हाशिम (هاشم, Hashim) पर रखा गया है और इसके सदस्य अपने-आप को उनका वंशज मानते हैं। अरबी भाषा में 'बनू' का मतलब 'बेटे' होता है और 'बनू हाशिम' का मतलब 'हाशिम के बेटे' है।[1] बनू हाशिम क़बीले के सदस्य अकसर 'हाशमी', 'हुसैनी' और 'हसनी' जैसे नाम रखते हैं। पारम्परिक क़हतानी-अदनानी अरब श्रेणीकरण के नज़रिए से बनू हाशिम अदनानी क़बीला है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ The eternal message of Muhammad, Abdel Rahman Azzam, Devin-Adair Co., 1964, ... Muhammad's immediate family on his father's side were the Banu-Hashim or Hashimites, so named for Muhammad's great-grandfather Hashim. (Banu means sons of, and is the plural of ibn) ...