"परमाणु क्रमांक": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
छो Reverted edits by পারভেজ সিরাজি to last revision.
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 5: पंक्ति 5:


== समस्थानिक ==
== समस्थानिक ==
कुछ रासायनिक तत्व ऐसे भी हैं जिनके नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या (अर्थात परमाणु क्रमांक) तो समान होता है किन्तु उनके नाभिक में न्युट्रॉनों की संख्या अलग-अलग होती है। ऐसे परमाणु '''समस्थानिक''' (isotope) कहलाते हैं। इनके रासायनिक गुण तो प्रायः समान होते हैं किन्तु कुछ [[भौतिक गुण]] भिन्न होते हैं। पाठ 195
कुछ रासायनिक तत्व ऐसे भी हैं जिनके नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या (अर्थात परमाणु क्रमांक) तो समान होता है किन्तु उनके नाभिक में न्युट्रॉनों की संख्या अलग-अलग होती है। ऐसे परमाणु '''समस्थानिक''' (isotope) कहलाते हैं। इनके रासायनिक गुण तो प्रायः समान होते हैं किन्तु कुछ [[भौतिक गुण]] भिन्न होते हैं। पाठ 195


आयूष


== इन्हें भी देखें ==
== इन्हें भी देखें ==

09:41, 18 नवम्बर 2019 का अवतरण

हिलियम के परमाणु में दो प्रोटोन होते हैं इसलिए उसका परमाणु क्रमांक भी 2 है। इसके अलावा इस परमाणु में दो न्यूट्रॉन भी होते हैं जिसके कारण इसकी द्रव्यमान संख्या 4 होती है (दो प्रोटोन और दो न्यूट्रॉन)

रसायन विज्ञान एवं भौतिकी में सभी तत्वों का अलग-अलग परमाणु क्रमांक (atomic number) है जो एक तत्व को दूसरे तत्व से अलग करता है। किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉनों की संख्या के बराबर होता है। इसे Z प्रतीक से प्रदर्शित किया जाता है। किसी आवेशरहित परमाणु पर एलेक्ट्रॉनों की संख्या भी परमाणु क्रमांक के बराबर होती है। रासायनिक तत्वों को उनके बढते हुए परमाणु क्रमांक के क्रम में विशेष रीति से सजाने से आवर्त सारणी का निर्माण होता है जिससे अनेक रासायनिक एवं भौतिक गुण स्वयं स्पष्ट हो जाते हैं।[1][2]

Bggg

समस्थानिक

कुछ रासायनिक तत्व ऐसे भी हैं जिनके नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या (अर्थात परमाणु क्रमांक) तो समान होता है किन्तु उनके नाभिक में न्युट्रॉनों की संख्या अलग-अलग होती है। ऐसे परमाणु समस्थानिक (isotope) कहलाते हैं। इनके रासायनिक गुण तो प्रायः समान होते हैं किन्तु कुछ भौतिक गुण भिन्न होते हैं। पाठ 195

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. The Periodic Table of Elements, American Institute of Physics
  2. The Development of the Periodic Table, Royal Society of Chemistry