"जस्ता": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
No edit summary
No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
chemical series=संक्रमण धातु|
chemical series=संक्रमण धातु|
}}
}}
'''जस्ता''' या '''ज़िन्क''' एक [[रासायनिक तत्व]] है जो [[संक्रमण धातु]] समूह का एक सदस्य है। रासायनिक दृष्टि से इसके गुण [[मैगनीसियम]] से मिलते-जुलते हैं। मनुष्य जस्ते का प्रयोग प्राचीनकाल से करते आये हैं। [[कांसा]], जो [[ताम्बे]] व जस्ते की [[मिश्र धातु]] है, १०वीं सदी ईसापूर्व से इस्तेमाल होने के चिन्ह छोड़ गया है। ९वीं शताब्दी ईपू से [[राजस्थान]] में शुद्ध जस्ता बनाये जाने के चिन्ह मिलते हैं और ६ठीं शताब्दी ईपू की एक जस्ते की खान भी राजस्थान में मिली है।<ref>"India Was the First to Smelt Zinc by Distillation Process". Infinityfoundation.com. Retrieved April 25, 2014.</ref> लोहे पर जस्ता चढ़ाने से लोहा [[ज़ंग]] खाने से बचा रहता है और जस्ते का प्रयोग बैट्रियों में भी बहुत होता है।<ref>Perry, D. L. (1995). Handbook of Inorganic Compounds. CRC Press. pp. 448–458. ISBN 0-8493-8671-3.</ref><ref>Hinds, John Iredelle Dillard (1908). Inorganic Chemistry: With the Elements of Physical and Theoretical Chemistry (2nd ed.). New York: John Wiley & Sons. pp. 506–508.</ref>
'''जस्ता''' या '''ज़िन्क''' एक [[रासायनिक तत्व]] है जो [[संक्रमण धातु]] समूह का एक सदस्य है। रासायनिक दृष्टि से इसके गुण [[मैगनीसियम]] से मिलते-जुलते हैं। मनुष्य जस्ते का प्रयोग प्राचीनकाल से करते आये हैं। [[कांसा]], जो [[ताम्बे]] व जस्ते की [[मिश्र धातु]] है, १०वीं सदी ईसापूर्व से उपयोग होने के चिन्ह छोड़ गया है। ९वीं शताब्दी ईपू से [[राजस्थान]] में शुद्ध जस्ता बनाये जाने के चिन्ह मिलते हैं और ६ठीं शताब्दी ईपू की एक जस्ते की खान भी राजस्थान में मिली है।<ref>"India Was the First to Smelt Zinc by Distillation Process". Infinityfoundation.com. Retrieved April 25, 2014.</ref> लोहे पर जस्ता चढ़ाने से लोहा [[ज़ंग]] खाने से बचा रहता है और जस्ते उपबैट्रियों में भी बहुत उपयोग होता है।<ref>Perry, D. L. (1995). Handbook of Inorganic Compounds. CRC Press. pp. 448–458. ISBN 0-8493-8671-3.</ref><ref>Hinds, John Iredelle Dillard (1908). Inorganic Chemistry: With the Elements of Physical and Theoretical Chemistry (2nd ed.). New York: John Wiley & Sons. pp. 506–508.</ref>


== चित्र ==
== चित्र ==

13:13, 11 मई 2019 का अवतरण


जस्ता / Zinc
रासायनिक तत्व
रासायनिक चिन्ह: Zn
परमाणु संख्या: 30
रासायनिक शृंखला: संक्रमण धातु

आवर्त सारणी में स्थिति
अन्य भाषाओं में नाम: Zinc (अंग्रेज़ी), Цинк (रूसी), 亜鉛 (जापानी)

जस्ता या ज़िन्क एक रासायनिक तत्व है जो संक्रमण धातु समूह का एक सदस्य है। रासायनिक दृष्टि से इसके गुण मैगनीसियम से मिलते-जुलते हैं। मनुष्य जस्ते का प्रयोग प्राचीनकाल से करते आये हैं। कांसा, जो ताम्बे व जस्ते की मिश्र धातु है, १०वीं सदी ईसापूर्व से उपयोग होने के चिन्ह छोड़ गया है। ९वीं शताब्दी ईपू से राजस्थान में शुद्ध जस्ता बनाये जाने के चिन्ह मिलते हैं और ६ठीं शताब्दी ईपू की एक जस्ते की खान भी राजस्थान में मिली है।[1] लोहे पर जस्ता चढ़ाने से लोहा ज़ंग खाने से बचा रहता है और जस्ते उपबैट्रियों में भी बहुत उपयोग होता है।[2][3]

चित्र

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "India Was the First to Smelt Zinc by Distillation Process". Infinityfoundation.com. Retrieved April 25, 2014.
  2. Perry, D. L. (1995). Handbook of Inorganic Compounds. CRC Press. pp. 448–458. ISBN 0-8493-8671-3.
  3. Hinds, John Iredelle Dillard (1908). Inorganic Chemistry: With the Elements of Physical and Theoretical Chemistry (2nd ed.). New York: John Wiley & Sons. pp. 506–508.