"राजस्थान के दुर्गों की सूची": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
पंक्ति 37: | पंक्ति 37: | ||
| (5) |
| (5) |
||
| [[कुम्भलगढ़ दुर्ग]] |
| [[कुम्भलगढ़ दुर्ग]] |
||
| [[ |
| [[rajsamnd] |
||
| [[महाराणा कुम्भा]] |
| [[महाराणा कुम्भा]] |
||
| १४४३ |
| १४४३ |
||
पंक्ति 49: | पंक्ति 49: | ||
| (7) |
| (7) |
||
| [[चित्तौड़गढ़ का दुर्ग]] |
| [[चित्तौड़गढ़ का दुर्ग]] |
||
| [[ |
| [[chittorgarh] |
||
| चित्रांग मौर्य |
| चित्रांग मौर्य |
||
| सातवीं शताब्दी |
| सातवीं शताब्दी |
02:01, 10 मई 2019 का अवतरण
राजस्थान एक प्राचीन धरोहर है यहाँ अनेक राजाओं ने लंबे समय तक शासन किया। इस दौरान अपने शासन काल में उन्होंने अपनी तथा अपनी प्रजा की सुरक्षा हेतु दुर्गों अर्थात् किलों का निर्माण करवाया। [1][2][3][4][5]
सूची
क्र॰सं॰ | दुर्ग का नाम | जिला | ने बनवाया | तिथि |
---|---|---|---|---|
(1) | अचलगढ | सिरोही | परमार शासक | ९०० ई |
(2) | अहिछत्रगढ़ किला | नागौर | अज्ञात | चौथी शताब्दी |
(3) | आमेर दुर्ग | जयपुर | राजा मान सिंह-प्रथम | १५९२ - १७२७ |
(4) | कुचामन का किला | नागौर | अज्ञात | अज्ञात |
(5) | कुम्भलगढ़ दुर्ग | [[rajsamnd] | महाराणा कुम्भा | १४४३ |
(6) | खिमसर का किला | नागौर | ठाकुर करम सिंह | सोलहवीं शताब्दी |
(7) | चित्तौड़गढ़ का दुर्ग | [[chittorgarh] | चित्रांग मौर्य | सातवीं शताब्दी |
(8) | जूनागढ़ बीकानेर | बीकानेर | राव बीका | १५८६ |
(9) | मेहरानगढ़ | जोधपुर | राव जोधा | (१६३८-७८) |
(10) | रणथंभोर दुर्ग | सवाई माधोपुर | चौहान राजा रणथंबन | 944 ई. |
(11) | जालौर दुर्ग | जालौर | परमार राजा | अज्ञात |
(12) | जयगढ़ दुर्ग | जयपुर | सवाई जयसिंह | १७२६ |
(13) | नीमराना | अलवर | चौहान शासक | 14वीं शताब्दी |
सन्दर्भ
https://www.rajgk.in/2019/03/rajasthan-ke-durg-in-hindi.html