"कुश्ती": अवतरणों में अंतर
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'''कुश्ती''' एक अति प्राचीन खेल, कला एवं मनोरंजन का साधन है। यह प्राय: दो व्यक्तियों के बीच होती है जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को पकड़कर एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयत्न करता है। Ravi yasu don sharma पूरे विश्व में खेले जाने वाले प्रमुख खेलों में से एक है। यह खेल इंसानी दमखम को प्रदर्शित करता है। कुश्ती का आरंभ संभवत: उस युग में हुआ होगा, जब मनुष्य ने शस्त्रों का उपयोग जाना न था। उस समय इस प्रकार के युद्ध में पशु बल ही प्रधान था। पशु बल पर विजय पाने के लिए मनुष्य ने विविध प्रकार के दाँव-पेंचों का प्रयोग सीखा होगा और उससे 'मल्ल युद्ध' अथवा 'कुश्ती' का विकास हुआ होगा। |
'''कुश्ती''' एक अति प्राचीन खेल, कला एवं मनोरंजन का साधन है। यह प्राय: दो व्यक्तियों के बीच होती है जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को पकड़कर एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयत्न करता है। Ravi yasu don sharma पूरे विश्व में खेले जाने वाले प्रमुख खेलों में से एक है। यह खेल इंसानी दमखम को प्रदर्शित करता है। कुश्ती का आरंभ संभवत: उस युग में हुआ होगा, जब मनुष्य ने शस्त्रों का उपयोग जाना न था। उस समय इस प्रकार के युद्ध में पशु बल ही प्रधान था। पशु बल पर विजय पाने के लिए मनुष्य ने विविध प्रकार के दाँव-पेंचों का प्रयोग सीखा होगा और उससे 'मल्ल युद्ध' अथवा 'कुश्ती' का विकास हुआ होगा। |
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विवरण |
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'कुश्ती' एक प्रकार का द्वंद्वयुद्ध है, जो बिना किसी शस्र की सहायता के केवल शारीरिक बल के सहारे लड़ा जाता है। |
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शुरुआत |
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कुश्ती का आरंभ संभवत: उस युग में हुआ, जब मनुष्य ने शस्त्रों का उपयोग नहीं जाना था। उस समय इस प्रकार के युद्ध में पशु बल ही प्रधान था। पशु बल पर विजय पाने के लिए मनुष्य ने विविध प्रकार के दाँव पेंचों का प्रयोग सीखा होगा और उससे मल्ल युद्ध अथवा कुश्ती का विकास हुआ होगा। सदस्य दो (2) स्थल बड़ा मैदान श्रेणियाँ |
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फ्लाई वेट, बैंटेम वेट, फेदर वेट, लाइट वेट, वेल्टर वेट, मिडिल वेट, लाइट हेवी वेट, हेवी वेट। भारतीय पहलवान गामा पहलवान, दारा सिंह, गुरु हनुमान, सतपाल सिंह, सुशील कुमार पहलवान, धीरज ठाकरान। संबंधित लेख 'भीमसेनी', 'हनुमंती', 'जांबवंती', 'जरासंधी, 'फ्री स्टाइल कुश्ती', 'सूमो कुश्ती', 'अमरीकन फ्री स्टाइल मल्लयुद्ध', 'श्विंजेन मल्लयुद्ध' आदि। |
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अन्य जानकारी |
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पुराणों में कुश्ती का उल्लेख मल्लक्रीड़ा के रूप में मिलता है। इन उल्लेखों से ज्ञात होता है कि इसके प्रति उन दिनों विशेष आकर्षण और आदर था। विशिष्ट उत्सव प्रसंगों पर राजा लोग मल्लयुद्ध का आयोजन किया करते थे और प्रसिद्ध मल्लों को आमंत्रित करते थे। |
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17:54, 17 फ़रवरी 2019 का अवतरण
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (अगस्त 2014) स्रोत खोजें: "कुश्ती" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
कुश्ती एक अति प्राचीन खेल, कला एवं मनोरंजन का साधन है। यह प्राय: दो व्यक्तियों के बीच होती है जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को पकड़कर एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयत्न करता है। Ravi yasu don sharma पूरे विश्व में खेले जाने वाले प्रमुख खेलों में से एक है। यह खेल इंसानी दमखम को प्रदर्शित करता है। कुश्ती का आरंभ संभवत: उस युग में हुआ होगा, जब मनुष्य ने शस्त्रों का उपयोग जाना न था। उस समय इस प्रकार के युद्ध में पशु बल ही प्रधान था। पशु बल पर विजय पाने के लिए मनुष्य ने विविध प्रकार के दाँव-पेंचों का प्रयोग सीखा होगा और उससे 'मल्ल युद्ध' अथवा 'कुश्ती' का विकास हुआ होगा। विवरण 'कुश्ती' एक प्रकार का द्वंद्वयुद्ध है, जो बिना किसी शस्र की सहायता के केवल शारीरिक बल के सहारे लड़ा जाता है।
शुरुआत
कुश्ती का आरंभ संभवत: उस युग में हुआ, जब मनुष्य ने शस्त्रों का उपयोग नहीं जाना था। उस समय इस प्रकार के युद्ध में पशु बल ही प्रधान था। पशु बल पर विजय पाने के लिए मनुष्य ने विविध प्रकार के दाँव पेंचों का प्रयोग सीखा होगा और उससे मल्ल युद्ध अथवा कुश्ती का विकास हुआ होगा। सदस्य दो (2) स्थल बड़ा मैदान श्रेणियाँ फ्लाई वेट, बैंटेम वेट, फेदर वेट, लाइट वेट, वेल्टर वेट, मिडिल वेट, लाइट हेवी वेट, हेवी वेट। भारतीय पहलवान गामा पहलवान, दारा सिंह, गुरु हनुमान, सतपाल सिंह, सुशील कुमार पहलवान, धीरज ठाकरान। संबंधित लेख 'भीमसेनी', 'हनुमंती', 'जांबवंती', 'जरासंधी, 'फ्री स्टाइल कुश्ती', 'सूमो कुश्ती', 'अमरीकन फ्री स्टाइल मल्लयुद्ध', 'श्विंजेन मल्लयुद्ध' आदि। अन्य जानकारी पुराणों में कुश्ती का उल्लेख मल्लक्रीड़ा के रूप में मिलता है। इन उल्लेखों से ज्ञात होता है कि इसके प्रति उन दिनों विशेष आकर्षण और आदर था। विशिष्ट उत्सव प्रसंगों पर राजा लोग मल्लयुद्ध का आयोजन किया करते थे और प्रसिद्ध मल्लों को आमंत्रित करते थे।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
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