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'''प्रभा साक्षी''' [[भारत]] का [[हिन्दी भाषा]] का एक [[समाचार]] [[वेबसाइट]] है। इसके पाठक उत्तरी भारत के राज्यों जैसे [[बिहार]], [[चण्डीगढ़]], [[छत्तीसगढ़]], [[दिल्ली]], [[हरियाणा]], [[हिमाचल प्रदेश]], [[झारखण्ड]], [[मध्य प्रदेश]], [[राजस्थान]], [[उत्तराखण्ड]] और [[उत्तर प्रदेश]] आदि के हिदीभाषी हैं। द्वारिकेश इन्फार्मेटिक्स लिमिटेड इसके स्वामी है।
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द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड की ओर से 26 अक्तूबर, 2001 को नयी दिल्ली में हिन्दी समाचार पोर्टल [https://www.prabhasakshi.com/ प्रभासाक्षी.कॉम] की शुरुआत की गयी। प्रधान संपादक श्री गौतम मोरारका के नेतृत्व में आज यह समाचार पोर्टल देश भर के पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय है। खबरों को 'पढ़ने, देखने, सुनने और सोशल मीडिया मंचों पर शेयर करने का नया अनुभव प्राप्त कराता प्रभासाक्षी का नया 'लुक' तकनीकी लिहाज से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप है। [https://www.prabhasakshi.com/ प्रभासाक्षी.कॉम] का डेस्कटॉप वर्जन मोबाइल फोन पर भी आसानी से और तीव्र गति से खुलता है, पाठक हालाँकि चाहें तो गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से प्रभासाक्षी का मोबाइल एप भी डाउनलोड कर सकते हैं।

द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड का लक्ष्य तकनीक का लाभ आम जनता तक पहुँचाना है और इसके लिए आईटी और मीडिया के क्षेत्र में कंपनी की ओर से काफी कार्य किये गये हैं। आईटी के क्षेत्र में कंपनी ने डेटा विश्लेषण, वेब डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर निर्माण, डोमेन प्रबंधन, वेब डिजाइन, वेब आधारित सुरक्षा तंत्र आदि के निर्माण का कार्य भी किया है।

मीडिया के क्षेत्र में कंपनी की ओर से कंटेंट गहन विश्लेषण के बाद तैयार किया जाता है और उसे तीव्र गति से पाठकों तक उनके लिए सर्वाधिक सुलभ फॉर्मेट में उपलब्ध कराया जाता है। कंपनी की ओर से ग्राफिक डिजाइनिंग, प्रचार, पब्लिक रिलेशन, विज्ञापन और प्रकाशन के क्षेत्र में भी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।



हमारी मुख्य कंपनी द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अलावा अन्य ग्राहकों के लिए भी द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड वेबसाइट डिजाइन, रखरखाव, अपडेशन आदि का कार्य करती है।

द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड की ओर से समय-समय पर जन जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी चलाये जाते हैं। हमारे समाचार पोर्टल [https://www.prabhasakshi.com/ प्रभासाक्षी.कॉम] की खबरें यूसी न्यूज और डेली हंट मोबाइल एप पर भी उपलब्ध हैं। देश भर से प्रभासाक्षी के साथ 100 से ज्यादा सक्रिय लेखक जुड़े हुए हैं जिससे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की राजनीतिक, सामाजिक परिस्थितियों के विश्लेषण हमारे यहाँ प्रकाशित होते रहते हैं।

इस समाचार पोर्टल पर प्रकाशित सामग्री रुचिकर और पठनीय होने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता से भरी होती है। जहाँ इंटरनेट पर सनसनीखेज और अशालीन सामग्री की भरमार है, वहीं प्रभासाक्षी ने साफ-सुथरी तथा निष्पक्षतापूर्ण सामग्री के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई है। यह पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण नहीं कर रहा अपितु भारतीय संस्कृति और भारतीयता का संदेश प्रसारित करने में भी तल्लीनता के साथ जुड़ा हुआ है।

देश के अनेक जाने-माने पत्रकार, लेखक, साहित्यकार, व्यंग्यचित्रकार आदि प्रभासाक्षी के साथ जुड़े रहे हैं। [[खुशवन्त सिंह|स्व. खुशवंत सिंह]], [[:en:Arun_Nehru|स्व. अरुण नेहरू]], [[:en:Dinanath_Mishra|स्व. दीनानाथ मिश्र]] और [[कुलदीप नैयर|स्व. कुलदीप नायर]] प्रभासाक्षी पर नियमित कॉलम लिखते रहे। वर्तमान में [[तरुण विजय|श्री तरुण विजय]] और श्री राजनाथ सिंह सूर्य जैसे प्रतिष्ठित स्तंभकार प्रभासाक्षी से जुड़े हुए हैं। तकनीकी दृष्टि से भी इस पोर्टल ने नए प्रतिमान कायम किए हैं, विशेषकर हिंदी भाषा में मौजूद प्रारंभिक सीमाओं तथा कठिनाइयों के बावजूद उसने गांव-कस्बों में रहने वाले नागरिकों के लिए उनकी अपनी भाषा में समाचार और विश्लेषण प्राप्त करना आसान बनाया है।


==सन्दर्भ==
==सन्दर्भ==
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==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
*{{Official website|http://www.prabhasakshi.com/}}
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*[https://play.google.com/store/apps/details?id=com.prabhasakshinews&hl=en एंड्रॉयड मोबाइल एप्प]
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*[https://www.facebook.com/prabhasakshi-579070728906826/ फेसबुक]
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*[http://www.twitter.com/prabhasakshi ट्विटर]
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*[https://www.instagram.com/prabhasakshi इंस्टाग्राम]
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[[श्रेणी:हिन्दी समाचार पत्र]]
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02:40, 23 जनवरी 2019 का अवतरण

प्रभासाक्षी
प्रकार दैनिक ऑनलाइन समाचार पत्र
भाषा हिन्दी
मुख्यालय प्रभासाक्षी 106-109, पहली मंजील, 12, अजीत सिंह हाउस, डीडीए कॉम्पलेक्स, यूसुफ़ सराय कम्यूनिटी मार्केट, नई दिल्ली - 10049, भारत
जालपृष्ठ प्रभासाक्षी

प्रभा साक्षी भारत का हिन्दी भाषा का एक समाचार वेबसाइट है। इसके पाठक उत्तरी भारत के राज्यों जैसे बिहार, चण्डीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश आदि के हिदीभाषी हैं। द्वारिकेश इन्फार्मेटिक्स लिमिटेड इसके स्वामी है।

द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड की ओर से 26 अक्तूबर, 2001 को नयी दिल्ली में हिन्दी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम की शुरुआत की गयी। प्रधान संपादक श्री गौतम मोरारका के नेतृत्व में आज यह समाचार पोर्टल देश भर के पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय है। खबरों को 'पढ़ने, देखने, सुनने और सोशल मीडिया मंचों पर शेयर करने का नया अनुभव प्राप्त कराता प्रभासाक्षी का नया 'लुक' तकनीकी लिहाज से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप है। प्रभासाक्षी.कॉम का डेस्कटॉप वर्जन मोबाइल फोन पर भी आसानी से और तीव्र गति से खुलता है, पाठक हालाँकि चाहें तो गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से प्रभासाक्षी का मोबाइल एप भी डाउनलोड कर सकते हैं।

द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड का लक्ष्य तकनीक का लाभ आम जनता तक पहुँचाना है और इसके लिए आईटी और मीडिया के क्षेत्र में कंपनी की ओर से काफी कार्य किये गये हैं। आईटी के क्षेत्र में कंपनी ने डेटा विश्लेषण, वेब डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर निर्माण, डोमेन प्रबंधन, वेब डिजाइन, वेब आधारित सुरक्षा तंत्र आदि के निर्माण का कार्य भी किया है।

मीडिया के क्षेत्र में कंपनी की ओर से कंटेंट गहन विश्लेषण के बाद तैयार किया जाता है और उसे तीव्र गति से पाठकों तक उनके लिए सर्वाधिक सुलभ फॉर्मेट में उपलब्ध कराया जाता है। कंपनी की ओर से ग्राफिक डिजाइनिंग, प्रचार, पब्लिक रिलेशन, विज्ञापन और प्रकाशन के क्षेत्र में भी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।


हमारी मुख्य कंपनी द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अलावा अन्य ग्राहकों के लिए भी द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड वेबसाइट डिजाइन, रखरखाव, अपडेशन आदि का कार्य करती है।

द्वारिकेश इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड की ओर से समय-समय पर जन जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी चलाये जाते हैं। हमारे समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम की खबरें यूसी न्यूज और डेली हंट मोबाइल एप पर भी उपलब्ध हैं। देश भर से प्रभासाक्षी के साथ 100 से ज्यादा सक्रिय लेखक जुड़े हुए हैं जिससे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की राजनीतिक, सामाजिक परिस्थितियों के विश्लेषण हमारे यहाँ प्रकाशित होते रहते हैं।

इस समाचार पोर्टल पर प्रकाशित सामग्री रुचिकर और पठनीय होने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता से भरी होती है। जहाँ इंटरनेट पर सनसनीखेज और अशालीन सामग्री की भरमार है, वहीं प्रभासाक्षी ने साफ-सुथरी तथा निष्पक्षतापूर्ण सामग्री के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई है। यह पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण नहीं कर रहा अपितु भारतीय संस्कृति और भारतीयता का संदेश प्रसारित करने में भी तल्लीनता के साथ जुड़ा हुआ है।

देश के अनेक जाने-माने पत्रकार, लेखक, साहित्यकार, व्यंग्यचित्रकार आदि प्रभासाक्षी के साथ जुड़े रहे हैं। स्व. खुशवंत सिंह, स्व. अरुण नेहरू, स्व. दीनानाथ मिश्र और स्व. कुलदीप नायर प्रभासाक्षी पर नियमित कॉलम लिखते रहे। वर्तमान में श्री तरुण विजय और श्री राजनाथ सिंह सूर्य जैसे प्रतिष्ठित स्तंभकार प्रभासाक्षी से जुड़े हुए हैं। तकनीकी दृष्टि से भी इस पोर्टल ने नए प्रतिमान कायम किए हैं, विशेषकर हिंदी भाषा में मौजूद प्रारंभिक सीमाओं तथा कठिनाइयों के बावजूद उसने गांव-कस्बों में रहने वाले नागरिकों के लिए उनकी अपनी भाषा में समाचार और विश्लेषण प्राप्त करना आसान बनाया है।

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ