"राजगढ़ ज़िला": अवतरणों में अंतर

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'''राजगढ़ ''' भारतीय राज्य [[मध्य प्रदेश]] का एक [[जिला]] है | राजगढ जिला "राजगढ (ब्यावरा)" के नाम से जाना जाता है | यह एक छोटा-सा जिला है लेकिन एक साफ-सुथरा नगर है जिसकी सुन्दरता देखते ही बनती है | राजगढ मे "नेवज" नदी निकल रही है, जिसे शास्त्रो मे "निर्विन्ध्या" कहा गया है | जिला मुख्यालय [[राजगढ]] से पाच किलोमीटर दूर प्रमुख दार्शनिक स्थल है- माँ जलपा का प्राचीन मन्दिर का | इस मन्दिर मे 'माँ जलपा' विराजमान है | मन्दिर के सामने प्रसिद्द हनुमान मन्दिर है |
'''राजगढ़ ''' भारतीय राज्य [[मध्य प्रदेश]] का एक [[जिला]] है | राजगढ जिला "राजगढ (ब्यावरा)" के नाम से जाना जाता है | यह एक छोटा-सा जिला है लेकिन एक साफ-सुथरा नगर है जिसकी सुन्दरता देखते ही बनती है | राजगढ मे "नेवज" नदी निकल रही है, जिसे शास्त्रो मे "निर्विन्ध्या" कहा गया है | जिला मुख्यालय [[राजगढ]] से पाच किलोमीटर दूर प्रमुख दार्शनिक स्थल है- माँ जलपा का प्राचीन मन्दिर का | इस मन्दिर मे 'माँ जलपा' विराजमान है | मन्दिर के सामने प्रसिद्द हनुमान मन्दिर है |
जिला मै कुल पाँच तहसील है , राजगढ, ब्यावरा , खिलचीपुर, नरसिंहगढ, सारंगपुर है
जिला मै कुल पाँच तहसील है , राजगढ, ब्यावरा , खिलचीपुर, नरसिंहगढ, सारंगपुर
साथ ही साथ राजगढ़ से उत्तेर दिशा में प्रसिद्द दार्शनिक स्थल "खोयारी" है, जहा भगवान शिव का मंदिर है। "खोयारी" में आपसपास जंगल और बहुत सुन्दर ताल है। इस पावन स्थल की छठा अतिसुन्दर है।मानव विकास रिपॉर्ट प्रस्तुत करने वाला पहला जिला है।यह के ब्यावरा तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग का चोराह है।
साथ ही साथ राजगढ़ से उत्तेर दिशा में प्रसिद्द दार्शनिक स्थल "खोयारी" है, जहा भगवान शिव का मंदिर है। "खोयारी" में आपसपास जंगल और बहुत सुन्दर ताल है। इस पावन स्थल की छठा अतिसुन्दर है।मानव विकास रिपॉर्ट प्रस्तुत करने वाला पहला जिला है।यह के ब्यावरा तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग का चोराह है।
राजगढ जिले की सारंगपुर तहसील मै माँ भैसवा माता का भव्य मंदिर है जहाँ हर साल माघ मे मेले का आयोजन किया जाता है जिसका आनन्द लेने के लिए दुर-दुर से श्रध्दालु हर बार आते हैं
राजगढ जिले की सारंगपुर तहसील मै माँ भैसवा माता का भव्य मंदिर है जहाँ हर साल माघ मे मेले का आयोजन किया जाता है जिसका आनन्द लेने के लिए दुर-दुर से श्रध्दालु हर बार आते हैं
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ब्यावरा शहर -:
ब्यावरा शहर -:


ब्यावरा शहर जिले का मुख्य व्यवसायिक नगर है एंव जिले का सबसे बड़ा नगर भी जो लगभग 20 किलोमीटर मे विस्तृत है इस जिले मै तीन मुख्य रेलवे स्टेशन हैं ब्यावरा , सारंगपुर,सारंगपुर,पचोर है जो मुख्य रूप से इंदौर, अहमदाबाद, मथुरा, देहरादून नई, दिल्ली,कोटा, रतलाम अमृतसर आदि रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है। ब्यावरा से इन सभी महानगरों व नगर तक आसानी से जाया जा सकता है।
ब्यावरा शहर जिले का मुख्य व्यवसायिक नगर है एंव जिले का सबसे बड़ा नगर भी जो लगभग 20 किलोमीटर मे विस्तृत है इस जिले मै तीन मुख्य रेलवे स्टेशन हैं ब्यावरा , सारंगपुर ,पचोर है जो मुख्य रूप से इंदौर, अहमदाबाद, मथुरा, देहरादून नई, दिल्ली,कोटा, रतलाम अमृतसर आदि रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है। ब्यावरा से इन सभी महानगरों व नगर तक आसानी से जाया जा सकता है।
लेकिन जिले को हवाई पट्टी का आज भी इंतजार है ब्यावरा नगर सबसे बड़ा एंव उपयुक्त स्थान हैं|जिला मई 1 9 48 को बनाया गया था, और राजगढ़, नरसिंहगढ़, खिलचिपुर के पूर्व रियासतों और देवास जूनियर और वरिष्ठ (सारंगपुर तहसील) और इंदौर (जिरापुर तहसील, अब खिलचिपुर तहसील का हिस्सा) के राज्यों के क्षेत्र शामिल हैं।
लेकिन जिले को हवाई पट्टी का आज भी इंतजार है ब्यावरा नगर सबसे बड़ा एंव उपयुक्त स्थान हैं|जिला मई 1 9 48 को बनाया गया था, और राजगढ़, नरसिंहगढ़, खिलचिपुर के पूर्व रियासतों और देवास जूनियर और वरिष्ठ (सारंगपुर तहसील) और इंदौर (जिरापुर तहसील, अब खिलचिपुर तहसील का हिस्सा) के राज्यों के क्षेत्र शामिल हैं।

12:59, 19 दिसम्बर 2018 का अवतरण

राजगढ़ भारतीय राज्य मध्य प्रदेश का एक जिला है | राजगढ जिला "राजगढ (ब्यावरा)" के नाम से जाना जाता है | यह एक छोटा-सा जिला है लेकिन एक साफ-सुथरा नगर है जिसकी सुन्दरता देखते ही बनती है | राजगढ मे "नेवज" नदी निकल रही है, जिसे शास्त्रो मे "निर्विन्ध्या" कहा गया है | जिला मुख्यालय राजगढ से पाच किलोमीटर दूर प्रमुख दार्शनिक स्थल है- माँ जलपा का प्राचीन मन्दिर का | इस मन्दिर मे 'माँ जलपा' विराजमान है | मन्दिर के सामने प्रसिद्द हनुमान मन्दिर है |

जिला मै कुल पाँच तहसील है , राजगढ, ब्यावरा , खिलचीपुर, नरसिंहगढ, सारंगपुर 

साथ ही साथ राजगढ़ से उत्तेर दिशा में प्रसिद्द दार्शनिक स्थल "खोयारी" है, जहा भगवान शिव का मंदिर है। "खोयारी" में आपसपास जंगल और बहुत सुन्दर ताल है। इस पावन स्थल की छठा अतिसुन्दर है।मानव विकास रिपॉर्ट प्रस्तुत करने वाला पहला जिला है।यह के ब्यावरा तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग का चोराह है। राजगढ जिले की सारंगपुर तहसील मै माँ भैसवा माता का भव्य मंदिर है जहाँ हर साल माघ मे मेले का आयोजन किया जाता है जिसका आनन्द लेने के लिए दुर-दुर से श्रध्दालु हर बार आते हैं राजगढ़ जिले में स्थित नरसिंहगढ़ के किले को कश्मीर ए मालवा कहा जाता है मध्यप्रदेश का सर्वाधिक रेगिस्तान वाला जिला है।

जिले का मुख्यालय राजगढ़ है।

क्षेत्रफल - 6,154 वर्ग कि॰मी॰

जनसंख्या - 12,54,085 (2001 जनगणना)

साक्षरता - 54.5%

एस॰टी॰डी॰ कोड -07372

अक्षांश - 23deg27'12" उत्तर

देशांतर -24deg17'20" पूर्व

औसत वर्षा - मि॰मी॰

ब्यावरा शहर -:

ब्यावरा शहर जिले का मुख्य व्यवसायिक नगर है एंव जिले का सबसे बड़ा नगर भी जो लगभग 20 किलोमीटर मे विस्तृत है इस जिले मै तीन मुख्य रेलवे स्टेशन हैं ब्यावरा , सारंगपुर ,पचोर है जो मुख्य रूप से इंदौर, अहमदाबाद, मथुरा, देहरादून नई, दिल्ली,कोटा, रतलाम अमृतसर आदि रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है। ब्यावरा से इन सभी महानगरों व नगर तक आसानी से जाया जा सकता है।

लेकिन जिले को हवाई पट्टी का आज भी इंतजार है ब्यावरा नगर सबसे बड़ा एंव उपयुक्त स्थान हैं|जिला मई 1 9 48 को बनाया गया था, और राजगढ़, नरसिंहगढ़, खिलचिपुर के पूर्व रियासतों और देवास जूनियर और वरिष्ठ (सारंगपुर तहसील) और इंदौर (जिरापुर तहसील, अब खिलचिपुर तहसील का हिस्सा) के राज्यों के क्षेत्र शामिल हैं। राजगढ़ जिला भोपाल संभाग में आता है।

राजगढ़ जिला मालवा पठार के उत्तरी छोर पर पार्वती नदी के पश्चिमी तट पश्चिमी तट पर स्थित है।

राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील के ग्राम पंचायत गिन्दोरहाट क्षेत्र में एक पहाड़ी है जहाँ विश्व के तीसरे वा म.प्र.का दूसरा पशुपतिनाथ मंदिर है जहाँ प्रतिवर्ष मकर सक्रांति पर विशाल मेला लगता है