"प्राण": अवतरणों में अंतर
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17:40, 17 सितंबर 2018 का अवतरण
प्राण हिन्दू दर्शनों, जैसे योगदर्शन और आयुर्वेद इत्यादि में जीवनी शक्ति को कहा गया है।[1] कुछ प्रसंगों में इसे सूर्य से उत्पन्न और पूरे ब्रह्माण्ड में व्याप्त शक्ति के रूप में भी वर्णित किया गया है।[2]
आयुर्वेद, तन्त्र इत्यादि में पाँच प्रकार के प्राण बताये गये हैं:
- प्राण
- अपान
- उदान
- समान
- व्यान
वेदों में प्राण
सन्दर्भ
- ↑ "Prana | Define Prana at Dictionary.com". Dictionary.reference.com. अभिगमन तिथि 2015-04-22.
- ↑ Swami Satyananda Saraswati (September 1981). "Prana: the Universal Life Force". Yogamag.net. Bihar School of Yoga. अभिगमन तिथि 31 July 2015.
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