"कसौटी": अवतरणों में अंतर
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'''कसौटि''' (touchstone) एक छोटा, गहरा रंग (dark) पत्थर होता है (जैसे फिल्डस्टोन, स्लेट, लाइडाइट (lydite) आदि), जो स्वर्ण आदि मूल्यवान धातुओं को परखने के काम आती है। इसका तल अत्यन्त चिकना होता है जिस पर नरम धातुओं को रगड़ने से रेखा या निशान बन जाता है। [[स्वर्ण]] की विभिन्न [[मिश्रधातु|मिश्रधातुएँ]] कसौटी पर अलग-अलग रंग का निशान बनाती हैं, इस आधार पर स्वर्ण की शुद्धता का आकलन किया जा सकता है। यह विधि प्राचीन काल से उपयोग में लायी जाती रही है। वर्तमान काल में कुछ अन्य परीक्षण भी किये जा सकते हैं। निशान के |
'''कसौटि''' (touchstone) एक छोटा, गहरा रंग (dark) पत्थर होता है (जैसे फिल्डस्टोन, स्लेट, लाइडाइट (lydite) आदि), जो स्वर्ण आदि मूल्यवान धातुओं को परखने के काम आती है। इसका तल अत्यन्त चिकना होता है जिस पर नरम धातुओं को रगड़ने से रेखा या निशान बन जाता है। [[स्वर्ण]] की विभिन्न [[मिश्रधातु|मिश्रधातुएँ]] कसौटी पर अलग-अलग रंग का निशान बनाती हैं, इस आधार पर स्वर्ण की शुद्धता का आकलन किया जा सकता है। यह विधि प्राचीन काल से उपयोग में लायी जाती रही है। वर्तमान काल में कुछ अन्य परीक्षण भी किये जा सकते हैं। निशान के ऊपर समुचित सांद्रता का [[नाइट्रिक अम्ल]] या [[अम्लराज]] (aqua regia) डालने पर अलग अलग अभिक्रिया प्राप्त होती है जिससे स्वर्ण की शुद्धता का अन्दाजा हो जाता है। उदाहरण के लिये २४ कैरेट सोना से बना निशान अपरिवर्तित रहेगा जबकि १४ कैरेट सोना से बना निशान अभिक्रिया करेगा और उसमें बदलाव दिखेगा। |
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== इतिहास == |
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14:16, 18 नवम्बर 2017 का अवतरण
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कसौटि (touchstone) एक छोटा, गहरा रंग (dark) पत्थर होता है (जैसे फिल्डस्टोन, स्लेट, लाइडाइट (lydite) आदि), जो स्वर्ण आदि मूल्यवान धातुओं को परखने के काम आती है। इसका तल अत्यन्त चिकना होता है जिस पर नरम धातुओं को रगड़ने से रेखा या निशान बन जाता है। स्वर्ण की विभिन्न मिश्रधातुएँ कसौटी पर अलग-अलग रंग का निशान बनाती हैं, इस आधार पर स्वर्ण की शुद्धता का आकलन किया जा सकता है। यह विधि प्राचीन काल से उपयोग में लायी जाती रही है। वर्तमान काल में कुछ अन्य परीक्षण भी किये जा सकते हैं। निशान के ऊपर समुचित सांद्रता का नाइट्रिक अम्ल या अम्लराज (aqua regia) डालने पर अलग अलग अभिक्रिया प्राप्त होती है जिससे स्वर्ण की शुद्धता का अन्दाजा हो जाता है। उदाहरण के लिये २४ कैरेट सोना से बना निशान अपरिवर्तित रहेगा जबकि १४ कैरेट सोना से बना निशान अभिक्रिया करेगा और उसमें बदलाव दिखेगा।
इतिहास
प्राचीन यूनान में कसौटी का प्रयोग होता था।