"परवलय": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Parabola showing focus and reflective property.png|196px|thumb|right|परवलय के परावर्तक प्रगुण को प्रदर्शित करता एक ग्राफ; नियता (हरी) और नाभि व नियता को जोड़ रेखाएं (नीली)]] |
[[चित्र:Parabola showing focus and reflective property.png|196px|thumb|right|परवलय के परावर्तक प्रगुण को प्रदर्शित करता एक ग्राफ; नियता (हरी) और नाभि व नियता को जोड़ रेखाएं (नीली)]] |
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[[गणित]] में '''परवलय''' (पैराबोला) एक द्विमीय [[वक्र]] है जिसे कई तरह से परिभाषित किया जाता है। एक परिभाषा परवलय को [[शांकव]] के एक विशेष रूप में परिभाषित करती है। इसके अनुसार, परवलय वह शांकव है जिसकी उत्केन्द्रता १ के बराबर होती है। परवलय को [[बिन्दुपथ]] के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। परवलय किसी ऐसे बिन्दु का [[बिन्दुपथ]] है जिसकी किसी निश्चित [[रेखा]] से दूरी किसी निश्चित [[बिन्दु]] से दूरी के बराबर होती है। यहाँ उस रेखा को नियता (डायरेक्ट्रिक्स) एवं उस बिन्दु को नाभि (फोकस) कहते हैं। |
[[गणित]] में '''परवलय''' (पैराबोला) एक द्विमीय [[वक्र]] है जिसे कई तरह से परिभाषित किया जाता है। एक परिभाषा परवलय को [[शांकव]] के एक विशेष रूप में परिभाषित करती है। इसके अनुसार, परवलय वह शांकव है जिसकी उत्केन्द्रता १ के बराबर होती है। परवलय को [[बिन्दुपथ]] के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। परवलय किसी ऐसे बिन्दु का [[बिन्दुपथ]] है जिसकी किसी निश्चित [[रेखा]] से दूरी किसी निश्चित [[बिन्दु]] से दूरी के बराबर होती है। यहाँ उस रेखा को नियता (डायरेक्ट्रिक्स) एवं उस बिन्दु को नाभि (फोकस) कहते हैं। |
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उदाहरण के लिए, समीकरण y<sup>2</sup>=4ax एक परवलय को निरूपित करता है जिसकी नियता '''y = -a''' तथा नाभि '''(a,0)''' है। |
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02:44, 23 अगस्त 2017 का अवतरण
गणित में परवलय (पैराबोला) एक द्विमीय वक्र है जिसे कई तरह से परिभाषित किया जाता है। एक परिभाषा परवलय को शांकव के एक विशेष रूप में परिभाषित करती है। इसके अनुसार, परवलय वह शांकव है जिसकी उत्केन्द्रता १ के बराबर होती है। परवलय को बिन्दुपथ के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। परवलय किसी ऐसे बिन्दु का बिन्दुपथ है जिसकी किसी निश्चित रेखा से दूरी किसी निश्चित बिन्दु से दूरी के बराबर होती है। यहाँ उस रेखा को नियता (डायरेक्ट्रिक्स) एवं उस बिन्दु को नाभि (फोकस) कहते हैं। उदाहरण के लिए, समीकरण y2=4ax एक परवलय को निरूपित करता है जिसकी नियता y = -a तथा नाभि (a,0) है।