"इष्टतमकरण समस्या": अवतरणों में अंतर

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समस्यएँ दो तरह की होती हैं-
समस्यएँ दो तरह की होती हैं-
*(१) सतत चर वाली समस्याएँ
*(१) [[सातत्य|सतत चर]] वाली समस्याएँ
*(२) असतत चर वाली समस्याएँ - संयोजी समस्याएँ (combinatorial optimization problem)
*(२) असतत चर वाली समस्याएँ - संयोजी समस्याएँ (combinatorial optimization problem)



05:35, 20 जून 2017 का अवतरण

गणित और संगणक विज्ञान में किसी समस्या के सुसंगत हलों (feasible solutions) में से सर्वोत्तम हल (इष्टतम) खोजने की समस्या को इष्टतमकरण समस्या (optimization problem) कहते हैं।

समस्यएँ दो तरह की होती हैं-

  • (१) सतत चर वाली समस्याएँ
  • (२) असतत चर वाली समस्याएँ - संयोजी समस्याएँ (combinatorial optimization problem)
सतत चर वाली समस्याओं का मानक रूप[1]

जहाँ

  • is the objective function to be minimized over the variable ,
  • are called inequality constraints, and
  • को समता प्रतिबन्ध (equality constraints) कहते हैं।

परम्परागत रूप से, इष्ततमकरण का मानक रूप एक न्यूनकरण समस्या की परिभाषा करता है, किन्तु किसी अधिकतमकरण समस्या के लक्ष्य फलन को ऋणात्मक बनाकर उसे न्यूनकरण समस्या में बदला जा सकता है।

फलन-मूल्य (फ्ंक्शन-कॉस्ट) के आधार पर इष्ततमकरण समस्याओं का वर्गीकरण


स्वीकार्य शर्तों के आधार पर इष्ततमकरण समस्याओं का वर्गीकरण

सन्दर्भ

  1. Boyd, Stephen P.; Vandenberghe, Lieven (2004). Convex Optimization (pdf). Cambridge University Press. पृ॰ 129. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-83378-3.

इन्हें भी देखें