"ग्रिम की परी कथाएँ": अवतरणों में अंतर

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ग्रीम बंधुओ द्वारा ८६ कथाओं का प्रथम अंक सं १८१२ ईस्वी में प्रकाशित किया गया .दूसरा अंक सं १८१५ ईसवी में प्रकाशित किया गया जिसमे ७० कथाएं थीं इसका दूसरा संस्करण १८१९ में दो भागो में तथा तीसरा संस्करण १८२२ में प्रकाशित हुआ जिसमे १७० अथाओं का समावेश था .सातवे संस्करण में कुल 211 कथाएं थीं
ग्रीम बंधुओ द्वारा ८६ कथाओं का प्रथम अंक सं १८१२ ईस्वी में प्रकाशित किया गया .दूसरा अंक सं १८१५ ईसवी में प्रकाशित किया गया जिसमे ७० कथाएं थीं इसका दूसरा संस्करण १८१९ में दो भागो में तथा तीसरा संस्करण १८२२ में प्रकाशित हुआ जिसमे १७० अथाओं का समावेश था .सातवे संस्करण में कुल 211 कथाएं थीं


प्रथम संस्करण की कथों को बाल -कथा के तौर पर प्रस्तुत करने पार उनकी आलोचना हुई ,जन्हे बाद में परिवर्तित और परिवर्धित किया गया .
प्रथम संस्करण की कथों को बाल -कथा के तौर पर प्रस्तुत करने पार उनकी आलोचना हुई ,जन्हे बाद में परिवर्तित और परिवर्धित किया गया .

18:09, 31 जनवरी 2017 के समय का अवतरण

बच्चों की और घरेलू कथाएँ (जर्मन: Kinder- und Hausmärchen) जर्मन लोक कथाओं का एक संग्रह है जो ग्रिम भाइयों - जैकब और विल्हेल्म के द्वारा १८१२ में प्रकाशित किया गया था। आज इस संग्रह को ग्रिम की परी कथाएँ के नाम से जाना जाता है (जर्मन: Grimms Märchen)।

रचना[संपादित करें]

इन कथाओं के कुल सात संपादन प्रकाशित हुए -

  • पहला संपादन
    • पहला संस्करण -१८१२ - ८६ कथाएँ
    • दूसरा संस्करण - १८१४ - ७० कथाएँ
  • दूसरा संपादन
    • पहले दो संस्करण - १८१९
    • तीसरा संस्करण - १८२२

कुल १७० कथाएँ


ग्रीम बंधुओ द्वारा ८६ कथाओं का प्रथम अंक सं १८१२ ईस्वी में प्रकाशित किया गया .दूसरा अंक सं १८१५ ईसवी में प्रकाशित किया गया जिसमे ७० कथाएं थीं इसका दूसरा संस्करण १८१९ में दो भागो में तथा तीसरा संस्करण १८२२ में प्रकाशित हुआ जिसमे १७० अथाओं का समावेश था .सातवे संस्करण में कुल 211 कथाएं थीं

प्रथम संस्करण की कथों को बाल -कथा के तौर पर प्रस्तुत करने पार उनकी आलोचना हुई ,जन्हे बाद में परिवर्तित और परिवर्धित किया गया .