"ऑटो एक्सपो": अवतरणों में अंतर

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एक अनुमान के तहत वर्ष 2016 तक इस उद्योग में ढाई करोड़ रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। वर्तमान में उद्योग का 18 अरब डॉलर का निवेश इस दौरान दोगुने से अधिक करीब 40 अरब डॉलर तक पहुँच जाने की उम्मीद है। इस वर्ष मेले के बड़े भागीदार देशों में [[कनाडा]], [[चीन]], [[फ्रांस]], [[जर्मनी]], [[इटली]], [[जापान]], [[मलेशिया]], [[स्पेन]], [[ताइवान]], [[ब्रिटेन]] और [[अमेरिका]] थे। कुल 29 देशों ने इस मेले में भाग लिया था। मेले के दौरान 1000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। पिछले मेले 538 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। इस वर्ष दर्शकों की संख्या 10 लाख से बढ़कर 15 लाख तक अनुमानित रही ।
एक अनुमान के तहत वर्ष 2016 तक इस उद्योग में ढाई करोड़ रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। वर्तमान में उद्योग का 18 अरब डॉलर का निवेश इस दौरान दोगुने से अधिक करीब 40 अरब डॉलर तक पहुँच जाने की उम्मीद है। इस वर्ष मेले के बड़े भागीदार देशों में मुख्य थे:
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कुल 29 देशों ने इस मेले में भाग लिया था। मेले के दौरान 1000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। पिछले मेले 538 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। इस वर्ष दर्शकों की संख्या 10 लाख से बढ़कर 15 लाख तक अनुमानित रही ।


*इस एक्सपो की शुरुआत मारुति सुजुकी कंपनी के स्टॉल हुई । इस दिन मारुति की सुजुकी-ए-स्टॉर नामक कार का विश्व प्रीमियर हुआ। इस एक्सपो के जरिये सुजुकी ए स्टॉर को पहली बार देश-दुनिया के सामने लाया। इसके साथ ही मारुति सुजुकी की कंपनी की स्प्लैश जिसकी कीमत 3.5 से 5 लाख के बीच होगी, का भी अनावरण किया गया। स्विफ्ट का सिडैन मॉडल भी इस एक्सपो में डिस्प्ले किया गया, जिसका नाम डिज़ायर था।
*इस एक्सपो की शुरुआत मारुति सुजुकी कंपनी के स्टॉल हुई । इस दिन मारुति की सुजुकी-ए-स्टॉर नामक कार का विश्व प्रीमियर हुआ। इस एक्सपो के जरिये सुजुकी ए स्टॉर को पहली बार देश-दुनिया के सामने लाया। इसके साथ ही मारुति सुजुकी की कंपनी की स्प्लैश जिसकी कीमत 3.5 से 5 लाख के बीच होगी, का भी अनावरण किया गया। स्विफ्ट का सिडैन मॉडल भी इस एक्सपो में डिस्प्ले किया गया, जिसका नाम डिज़ायर था।
*इस बार के एक्सपो में लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू पहली बार अपने मॉडल को एक्सपो के जरिये दुनिया के सामने लाई। एक्सपो में कंपनी की बीएमडब्ल्यू एम-थ्री की पूरी रेंज प्रदर्शित की गई। ऑडी कार कंपनी का नया कार मॉ़डल ऑडी ए-4 एक्सपो में दिखाई दिया।
*इस बार के एक्सपो में लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू पहली बार अपने मॉडल को एक्सपो के जरिये दुनिया के सामने लाई। एक्सपो में कंपनी की बीएमडब्ल्यू एम-थ्री की पूरी रेंज प्रदर्शित की गई। ऑडी कार कंपनी का नया कार मॉ़डल ऑडी ए-4 एक्सपो में दिखाई दिया।
*इसके साथ ही रेसिंग कार के दीवानों को ऑडी आर-10 नामक नई रेसिंग कार के दर्शन भी इस एक्सपो में हुए। शेवरलेट कंपनी की शेवरलेट कैपटिवा भी इसी एक्सपो में लांच की गई। पंद्रह से सत्रह लाख रुपए के बीच की यह कार डीजल और पेट्रोल दोनों ही मॉडलों में उपलब्ध होगी।
*इसके साथ ही रेसिंग कार के दीवानों को ऑडी आर-10 नामक नई रेसिंग कार के दर्शन भी इस एक्सपो में हुए। शेवरलेट कंपनी की शेवरलेट कैपटिवा भी इसी एक्सपो में लांच की गई। पंद्रह से सत्रह लाख रुपए के बीच की यह कार डीजल और पेट्रोल दोनों ही मॉडलों में उपलब्ध होगी।


==छोटी कारें==
==छोटी कारें==

06:21, 7 अप्रैल 2009 का अवतरण

भारतीय वाहन उद्योग का सबसे बड़ा आयोजन नौंवा ‘ऑटो एक्स्पो’ (वाहन प्रदर्शनी) दिल्ली में हुआ। भारत दुपहिया वाहनों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। 12 हजार वर्गमीटर में ऑटो एक्स्पो का आयोजन हुआ था । इस मेले में ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़ी 2000 कंपनियों ने भाग लिया। इसमें 60 प्रतिशत भारतीय और 40 प्रतिशत विदेशी भागीदार थीं। मेला 17 जनवरी २००८ तक चला था। भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग की प्रगति के प्रतीक आटो एक्सपो के नौवें संस्करण में विभिन्न वर्गों में 30 नए वाहनों को उतारा गया था।

महोत्सव

यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा ऑटो एक्सपो रहा। 2006 के ऑटो एक्सपो के मुकाबले इसमें कई चीजों में दोगुनी बढ़ोतरी दिखाई दी थी। जैसे, 2006 के मेले में 1100 कंपनियों ने हिस्सा लिया था और २००८ में इनकी संख्या करीब 2200 रही। इसी तरह 2006 में मेला 65 हजार वर्ग मीटर में लगा था। और २००८ में इसकी जगह करीब 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर है। मेले में 25 से 30 नई कारें लॉन्च की गईं। यह मेला एशिया के सबसे बड़े ऑटो मेले शंघाई ऑटो शो को भी कई मामलों में टक्कर दे रहा था। इस में 27 देशों के कारोबारी प्रतिनिधि और 28 देशों की कंपनियाँ यहां सम्मिलित हुई थीं। इसमें जर्मनी और चीन की भागीदारी खास थीं।

मुख्य आकर्षण

इस मेले में ही टाटा मोटर्स की बहुचर्चित लखटकिया कार को भी पेश किया गया था। मारुति की नई उतारी जानी वाली सुजुकी-ए-स्टार भी इसका खास आकर्षण रही। मेले के आयोजकों में ऑटोमोटिव कम्पोनेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (एक्मा) और भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता संघ (सियाम) शामिल थे। ऑटोमोटिव मिशन प्लान 2016 के तहत भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग वर्तमान 45 अरब डॉलर से बढ़कर 145 अरब डॉलर पर पहुँच जाएगा और भारत की अर्थव्यवस्था में इसका योगदान मौजूदा पाँच प्रतिशत की तुलना में बढ़कर दोगुना करने का लक्ष्य था।


एक अनुमान के तहत वर्ष 2016 तक इस उद्योग में ढाई करोड़ रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। वर्तमान में उद्योग का 18 अरब डॉलर का निवेश इस दौरान दोगुने से अधिक करीब 40 अरब डॉलर तक पहुँच जाने की उम्मीद है। इस वर्ष मेले के बड़े भागीदार देशों में मुख्य थे:

कुल 29 देशों ने इस मेले में भाग लिया था। मेले के दौरान 1000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। पिछले मेले 538 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। इस वर्ष दर्शकों की संख्या 10 लाख से बढ़कर 15 लाख तक अनुमानित रही ।

  • इस एक्सपो की शुरुआत मारुति सुजुकी कंपनी के स्टॉल हुई । इस दिन मारुति की सुजुकी-ए-स्टॉर नामक कार का विश्व प्रीमियर हुआ। इस एक्सपो के जरिये सुजुकी ए स्टॉर को पहली बार देश-दुनिया के सामने लाया। इसके साथ ही मारुति सुजुकी की कंपनी की स्प्लैश जिसकी कीमत 3.5 से 5 लाख के बीच होगी, का भी अनावरण किया गया। स्विफ्ट का सिडैन मॉडल भी इस एक्सपो में डिस्प्ले किया गया, जिसका नाम डिज़ायर था।
  • इस बार के एक्सपो में लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू पहली बार अपने मॉडल को एक्सपो के जरिये दुनिया के सामने लाई। एक्सपो में कंपनी की बीएमडब्ल्यू एम-थ्री की पूरी रेंज प्रदर्शित की गई। ऑडी कार कंपनी का नया कार मॉ़डल ऑडी ए-4 एक्सपो में दिखाई दिया।
  • इसके साथ ही रेसिंग कार के दीवानों को ऑडी आर-10 नामक नई रेसिंग कार के दर्शन भी इस एक्सपो में हुए। शेवरलेट कंपनी की शेवरलेट कैपटिवा भी इसी एक्सपो में लांच की गई। पंद्रह से सत्रह लाख रुपए के बीच की यह कार डीजल और पेट्रोल दोनों ही मॉडलों में उपलब्ध होगी।

छोटी कारें

टाटा मोटर्स की सफलता से प्रेरित होकर कई घरेलू और विदेशी कंपनियां ऑटो एक्सपो-2008 में छोटी कारों के बारे में घोषणा कीं। काफी दिनों से चर्चा में रही लखटकिया कार मेले का सबसे बड़ा आकर्षण होगी लेकिन इसके साथ ही कल - पुर्जे के सप्लायर भी प्रदर्शित किए गए।