"सबलगढ़": अवतरणों में अंतर

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'''सबलगढ़''' [[भारत]] के [[मध्य प्रदेश]] [[प्रान्त]] का एक नगर है। उत्तरी मध्य प्रदेश मै इस्थित यह नगर [[मुरैना जिले]] के अंतर्गत आता है। सबलगढ़ का अर्थ होता है मजबूत दुर्ग और इस नगर मै अपने नाम की भांति एक दुर्ग है जोकि [[सबलगढ़ के क़िले]] के नाम से प्रसिद्ध है। सबलगढ़ की इस्थापना सबला सिंह ने की जिसके नाम पर इस नगर का नाम सबलगढ़ पड़ा। सबलगढ़ नगर अपने प्राचीन दुर्ग , शिकार , और जंगलो के लिए प्रसिद्ध है।
'''सबलगढ़''' [[भारत]] के [[मध्य प्रदेश]] [[प्रान्त]] का एक नगर है। उत्तरी मध्य प्रदेश मै इस्थित यह नगर [[मुरैना ज़िला|मुरैना जिले]] के अंतर्गत आता है। सबलगढ़ का अर्थ होता है मजबूत दुर्ग और इस नगर मै अपने नाम की भांति एक दुर्ग है जोकि [[सबलगढ़ किला|सबलगढ़ के क़िले]] के नाम से प्रसिद्ध है। सबलगढ़ की इस्थापना सबला सिंह ने की जिसके नाम पर इस नगर का नाम सबलगढ़ पड़ा। सबलगढ़ नगर अपने प्राचीन दुर्ग , शिकार , और जंगलो के लिए प्रसिद्ध है।


== भूगोल ==
== भूगोल ==

13:47, 8 जनवरी 2017 का अवतरण

सबलगढ़
—  नगर  —
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश  भारत
राज्य मध्य प्रदेश
विधायक मेहरबान सिंह रावत,भारतीय जनता पार्टी
जनसंख्या 40,333 (2011 के अनुसार )

निर्देशांक: 26°15′N 77°24′E / 26.25°N 77.4°E / 26.25; 77.4

सबलगढ़ भारत के मध्य प्रदेश प्रान्त का एक नगर है। उत्तरी मध्य प्रदेश मै इस्थित यह नगर मुरैना जिले के अंतर्गत आता है। सबलगढ़ का अर्थ होता है मजबूत दुर्ग और इस नगर मै अपने नाम की भांति एक दुर्ग है जोकि सबलगढ़ के क़िले के नाम से प्रसिद्ध है। सबलगढ़ की इस्थापना सबला सिंह ने की जिसके नाम पर इस नगर का नाम सबलगढ़ पड़ा। सबलगढ़ नगर अपने प्राचीन दुर्ग , शिकार , और जंगलो के लिए प्रसिद्ध है।

भूगोल

सबलगढ़ की स्थति 26°15′N 77°24′E / 26.25°N 77.4°E / 26.25; 77.4.[1] पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 212 मीटर (695 फीट)।

प्रमुख आकर्षण

सबलगढ़ का किला

मुरैना के सबलगढ़ नगर में स्थित यह किला मुरैना से लगभग 60 किमी. की दूरी पर है। मध्यकाल में बना यह किला एक पहाड़ी के शिखर बना हुआ है। इस किले की नींव सबल सिंह गुर्जर ने डाली थी जबकि करौली के महाराजा गोपाल सिंह ने 18वीं शताब्दी में इसे पूरा करवाया था। कुछ समय बाद सिंकदर लोदी ने इस किले को अपने नियंत्रण में ले लिया था लेकिन बाद में करौली के राजा ने मराठों की मदद से इस पर पुन: अधिकार कर लिया। किले के पीछे सिंधिया काल में बना एक बांध है, जहां की सुंदरता देखते ही बनती है।

अन्य स्थल

  • रानी का ताल
  • अलखिया खोह मंदिर
  • नवल सिंह की हवेली
  • अमर खोह
  • अटार घाट
  • प्राचीन रेस्ट हाउस
  • प्राचीन नगर देवी अन्नपूर्णा माँ मंदिर
  • प्राचीन दाऊ महाराज मंदिर

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Falling Rain Genomics, Inc - Sabalgarh