अंतरिक्ष उड़ान (Spaceflight) अंतरिक्ष में गुज़रने वाली प्रक्षेपिक उड़ान होती है। अंतरिक्ष उड़ान में अंतरिक्ष यानों का प्रयोग होता है, जो मानव-सहित या मानव-रहित हो सकते हैं। मानवीय अंतरिक्ष उड़ान में अमेरिकी द्वारा करी गई अपोलो चंद्र यात्रा कार्यक्रम और सोवियत संघ (और उसके अंत के बाद रूस) द्वारा संचालित सोयूज़ कार्यक्रम शामिल हैं। मानव-रहित अंतरिक्ष उड़ान में पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा करते सैंकड़ो उपग्रह तथा पृथ्वी की कक्षा छोड़कर अन्य ग्रहों, क्षुद्रग्रहों व उपग्रहों की ओर जाने वाले भारत के मंगलयान जैसे अंतरिक्ष शोध यान शामिल हैं।
श्चियापारेल्ली ईडीएम लैंडर (Schiaparelli EDM lander) एक्सोमार्स परियोजना का एंट्री, डिसेंट और लैंडिंग प्रदर्शक मॉड्यूल (ईडीएम) है।[2] यह मंगल ग्रह की सतह पर उतरने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी विकसित करने में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और रूस की रोसकॉस्मोस मदद करेगा।
इसे एक्सोमार्स ट्रेस गैस आर्बिटर के साथ 14 मार्च 2016, 09:31 यु.टी.सी पर लांच किया गया था। यह एक्सोमार्स ट्रेस गैस आर्बिटर से योजनानुसार 16 अक्टूबर 2016 14:42 जीएमटी पर मंगल पर पहुचने से 3 दिन पहले ही अलग हो गया तथा मंगल की सतह पर 19 अक्टूबर 2016 को पंहुचा।[3] लैंडर अपने साथ एक बिना चार्ज होने वाली बैटरी ले के गया है। जिसके द्वारा यह मंगल पर 2 से 4 सोल्स तक गुजर सकता है। लेकिन यह 19 अक्टूबर 2016 को सॉफ्ट लैंड होने के बजाये मंगल पर क्रैश लैंड हुआ पंहुचा और इस अभियान का अंत हुआ। नासा ने इसकी क्रैश साइट की कुछ तस्वीर जारी की है।