"सितम्बर": अवतरणों में अंतर
Chaitranaidu (वार्ता | योगदान) No edit summary |
Chaitranaidu (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
सित्मबर साल का नौवा महीना है और तीस दिन रहनेवाली तीसरा महिना है। सित्मबर को अंग्रेज़ी मे सेपटमबर कहा जाता |
सित्मबर साल का नौवा महीना है और तीस दिन रहनेवाली तीसरा महिना है। सित्मबर को अंग्रेज़ी मे सेपटमबर कहा जाता |
||
है।ये पुरानी रोमन शब्द सेपटम से आती है जिसका अर्थ है सात क्युकि सित्मबर रोमन पात्रा का सातवी महिना है। |
|||
रोमन्स का मानना है कि ये महिना भगवान वुलकान कि प्यारी है। वुलकान रोमन्स कि आग देवता है इसलिए उनका मानना है कि |
रोमन्स का मानना है कि ये महिना भगवान वुलकान कि प्यारी है। वुलकान रोमन्स कि आग देवता है इसलिए उनका मानना है कि |
||
आग भूकंप और ज्वालामुखी से झुडा जाता है। कई पशचिम देशो मे सित्मबर मे स्कूल शुरु होती है । बच्चे |
सित्मबर आग भूकंप और ज्वालामुखी से झुडा जाता है। कई पशचिम देशो मे सित्मबर मे स्कूल शुरु होती है । बच्चे |
||
गर्मी कि छुट्टियो के बाद स्कूल वापस लोटते है। भारत मे इस महीने मे कई सारे दिवस आचरित किए जाते |
छः हफ्ते कि गर्मी कि छुट्टियो के बाद स्कूल वापस लोटते है। भारत मे इस महीने मे कई सारे दिवस आचरित किए जाते |
||
है।इस महिने कि पान्चवी तारिक को शिक्षको का दिवस मानाया जात है।ये सर्वेपल्ली राधाक्रिश्ण का जन्म है। |
|||
इस महिने के अंत मे नावरात्रिया शुरु हो जाते है। |
इस महिने के अंत मे नावरात्रिया शुरु हो जाते है। |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
इसी महिने गणेश चतुर्ती भी मनाया जाता है । ये गणेश जी की ज्न्म दिन को सँभ्रमित करने के लिये आचरित किया जाता है। |
इसी महिने गणेश चतुर्ती भी मनाया जाता है । ये गणेश जी की ज्न्म दिन को सँभ्रमित करने के लिये आचरित किया जाता है। |
||
ये त्योहार ग्याराह दिनो तक चलते है और इस त्योहार के आख्ररी दिन पर लोग गणेश जी कि मूर्तीयो को घर से विदा कर जल |
ये त्योहार ग्याराह दिनो तक चलते है और इस त्योहार के आख्ररी दिन पर लोग गणेश जी कि मूर्तीयो को घर से विदा कर जल |
||
छोडकर आते है ।इसी महिने मे केरल कि बडी त्योहार आचरित होति है। इस त्योहार को केरल के सबी लोग मनाते है |
संसाधन मे छोडकर आते है ।इसी महिने मे केरल कि बडी त्योहार ओनम आचरित होति है। इस त्योहार को केरल के सबी लोग मनाते है |
||
सून्दर फूल कि रंगोलियों से सजाते है ।ये केरल की दस दिनों कि फज़ल कि त्योहार है। |
और अपने घर को सून्दर फूल कि रंगोलियों से सजाते है ।ये केरल की दस दिनों कि फज़ल कि त्योहार है। |
||
भारत घूमने के लिए ये महिना सहि है। उत्तर भारत और हिमालयो को घूमने के लिये यही वक्त सही रहेगा क्योकिं इस समय इन |
|||
दोनों जगों मे बोरिश नही होती और इतना घर्मी भी नही रहती । गोवा और केरल जाना के लिए भी ये समय सही रहेगा । |
|||
ये जगों मे तोडी बारिश होती और चारो तरफ हरियाली चाई हुइ होति है और सुखद रहती है। कर्नाटका और तमिल नाडू मे भी इस समय |
|||
बारिश नहि होति और ये जगह देखना के लिये बिलकुल सही समय है। |
17:19, 30 नवम्बर 2016 का अवतरण
सित्मबर साल का नौवा महीना है और तीस दिन रहनेवाली तीसरा महिना है। सित्मबर को अंग्रेज़ी मे सेपटमबर कहा जाता
है।ये पुरानी रोमन शब्द सेपटम से आती है जिसका अर्थ है सात क्युकि सित्मबर रोमन पात्रा का सातवी महिना है।
रोमन्स का मानना है कि ये महिना भगवान वुलकान कि प्यारी है। वुलकान रोमन्स कि आग देवता है इसलिए उनका मानना है कि
सित्मबर आग भूकंप और ज्वालामुखी से झुडा जाता है। कई पशचिम देशो मे सित्मबर मे स्कूल शुरु होती है । बच्चे
छः हफ्ते कि गर्मी कि छुट्टियो के बाद स्कूल वापस लोटते है। भारत मे इस महीने मे कई सारे दिवस आचरित किए जाते
है।इस महिने कि पान्चवी तारिक को शिक्षको का दिवस मानाया जात है।ये सर्वेपल्ली राधाक्रिश्ण का जन्म है।
इस महिने के अंत मे नावरात्रिया शुरु हो जाते है।
ये हमारे देश के सबसे प्रसिद्द दिवसो मे से एक है और ये त्योहार नौ दिनो तक चलती है।
इस त्योहार को हमारे देश मे ज़्यादातर लोग मनाते है और ये हमारे देश कि सबसे लंबी चलनेवाली त्योहार है।
इसी महिने गणेश चतुर्ती भी मनाया जाता है । ये गणेश जी की ज्न्म दिन को सँभ्रमित करने के लिये आचरित किया जाता है।
ये त्योहार ग्याराह दिनो तक चलते है और इस त्योहार के आख्ररी दिन पर लोग गणेश जी कि मूर्तीयो को घर से विदा कर जल
संसाधन मे छोडकर आते है ।इसी महिने मे केरल कि बडी त्योहार ओनम आचरित होति है। इस त्योहार को केरल के सबी लोग मनाते है
और अपने घर को सून्दर फूल कि रंगोलियों से सजाते है ।ये केरल की दस दिनों कि फज़ल कि त्योहार है।
भारत घूमने के लिए ये महिना सहि है। उत्तर भारत और हिमालयो को घूमने के लिये यही वक्त सही रहेगा क्योकिं इस समय इन
दोनों जगों मे बोरिश नही होती और इतना घर्मी भी नही रहती । गोवा और केरल जाना के लिए भी ये समय सही रहेगा ।
ये जगों मे तोडी बारिश होती और चारो तरफ हरियाली चाई हुइ होति है और सुखद रहती है। कर्नाटका और तमिल नाडू मे भी इस समय
बारिश नहि होति और ये जगह देखना के लिये बिलकुल सही समय है।